माइक्रोबायोलॉजी विभाग के एचओडी थे डॉक्टर
आत्महत्या या सामान्य मौत, पीएम के बाद होगा स्पष्ट
ललित तिवारी/ हरित छत्तीसगढ़ रायगढ़. रायगढ़ के मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के एचओडी डॉ. प्रसन्ना गुप्ता उम्र 46 वर्ष की रायगढ़ मेडिकल कॉलेज कैम्पस में लाश मिलने से सनसनी फैल गई है। डॉ. प्रसन्ना गुप्ता मेडिकल कॉलेज टाउनशिप में अकेले रहते थे और आज सुबह बंद कमरे में बिस्तर पर उनकी लाश मिली है। इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार आज सुबह ड्यूटी में नहीं आने के कारण उनके मोबाईल पर फोन लगाया गया तो फोन नहीं उठा रहे थे। ऐसे में वहां के स्टाफ द्वारा रूम का दरवाजा खटखटाया गया। काफी देर बाद भी रूम का दरवाजा नहीं खोला गया, जिसके बाद वहां मौजूद लोगों ने खिड़की से जाकर देखा तो पलंग पर डॉ. प्रसन्ना गुप्ता का शव पड़ा हुआ था। जिसके बाद इसकी सूचना मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ अधिकारियों और पुलिस को दी गई। जिसके बाद पुलिस की उपस्थिति में दरवाजा तोड़ा गया और शव को पीएम के लिए भेज दिया गया है। मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों का कहा है कि वे यहां अकेले रहते थे उनकी शादी हो चुकी है और वे अपनी पत्नी को तालाक भी दे चुके हैं। अंदेशा लगाया जा रहा है उनकी मौत कार्डियक अरेस्ट आने से हुई होगी। पीएम के बाद ही मौत के वास्तविक कारणों का पता चल पायेगा। वहीं पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।