
भगवा ध्वज को किया गया गुरु रूप में वंदन, युवाओं में दिखा जोश
कोतबा। नगर पंचायत कोतबा स्थित यज्ञशाला भवन में रविवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) द्वारा गुरु पूजन पर्व श्रद्धा, अनुशासन और उत्साह के साथ मनाया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में स्वयंसेवकों, नगरवासियों और युवाओं ने भाग लेकर राष्ट्रभक्ति और सांस्कृतिक मूल्यों के प्रति अपनी आस्था व्यक्त की।गुरु पूजन पर्व में परंपरा अनुसार संघ के गुरु स्वरूप भगवा ध्वज की पूजा की गई। संघ की मान्यता अनुसार कोई व्यक्ति नहीं, बल्कि “भगवा ध्वज” ही संघ का गुरु होता है, जो त्याग, बलिदान, चरित्र और राष्ट्रसेवा का प्रतीक है।कार्यक्रम की शुरुआत संघ प्रार्थना और ध्वज वंदन से हुई। इसके पश्चात संघ के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने गुरु तत्व की महत्ता, संघ के उद्देश्य और कोतबा क्षेत्र में संघ की गतिविधियों पर प्रकाश डाला।मुख्य वक्ता जिला कार्यवाह श्री मुरारी अग्रवाल ने अपने प्रेरक उद्बोधन में कहा, “संघ का ध्वज केवल वस्त्र नहीं, यह विचार है — सेवा, अनुशासन और राष्ट्रनिर्माण का प्रतीक है। कोतबा में संघ संस्कारित पीढ़ियों का निर्माण कर रहा है, जो भविष्य के भारत की नींव रखेंगे।”इस अवसर पर खंड कार्यवाह विनोद जायसवाल सहित बड़ी संख्या में संघ के स्वयंसेवक, नगरवासी और सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे। कार्यक्रम का समापन संघ गीत, “भारत माता की जय” और “वंदे मातरम” के जयघोषों के साथ किया गया।विजय कुमार शर्मा (कोतबा) ने जानकारी दी कि हर वर्ष की भांति इस बार भी कोतबा क्षेत्र में गुरु पूजन पर्व पूरे श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया गया।
