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  • गुरुदेव के अखंड ज्योति को पढ़कर सद्विचारों को ग्रहण करना सीखा – श्रीमती कौशल्या साय,  कोतबा में आयोजित 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ में श्रीमती साय ने सभी के कल्याण की कामना के साथ किया देवपूजन

    गुरुदेव के अखंड ज्योति को पढ़कर सद्विचारों को ग्रहण करना सीखा – श्रीमती कौशल्या साय, कोतबा में आयोजित 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ में श्रीमती साय ने सभी के कल्याण की कामना के साथ किया देवपूजन

    *गुरुदेव के अखंड ज्योति को पढ़कर सद्विचारों को ग्रहण करना सीखा – श्रीमती कौशल्या साय,

    कोतबा में आयोजित 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ में श्रीमती साय ने सभी के कल्याण की कामना के साथ किया देवपूजन*

     

    *श्रीमती साय ने डॉ चिन्मय पंड्या को बताया आध्यात्मिक मार्गदर्शक*

    जशपुर/कोतबा,04 जनवरी 2024

     

    कोतबा में अखिल विश्व गायत्री परिवार के द्वारा आयोजित 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय शामिल हुईं।उन्होंने डॉ चिन्मय पंड्या का भाव भरा अभिनन्दन करते हुए उनसे आशीर्वाद लिया।इस अवसर पर छत्तीसगढ़ का स्नेह पाकर डॉ पंड्या अभिभूत हो गए। डॉ चिन्मय पंड्या ने मंत्र चादर,गायत्री माता की प्रतिमा के साथ गुरुदेव का साहित्य भेंट कर श्रीमती साय का अभिवादन किया।

    इस अवसर पर श्रीमती कौशल्या साय ने यज्ञशाला के प्रवचन मंच से याजकों को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें सतत गुरुसत्ता का आशीर्वाद मिलता रहा है।मूर्त रुप में डॉ पंड्या का सतत आध्यात्मिक मार्गदर्शन उन्हें मिलता रहता है।श्रीमती कौशल्या साय ने याजकों को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें आदिवासी होने पर गर्व है।उन्होंने बताया कि चौबीस वर्षों के कार्यकाल में सतत जनसेवा का कार्य उनके द्वारा किया गया है जिसका परिणाम है कि आज छत्तीसगढ़ में आदिवासी नेतृत्व के रुप में उनके पति मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय मुख्यमंत्री जैसे पद पर आसीन हुए हैं।आदिवासी हमेशा से सनातन संस्कृति के संवाहक रहे हैं जो हिंदुत्व का झंडा हमेशा बुलंद करते आए हैं।

    श्रीमती साय ने संदेश देते हुए कहा कि हमेशा हम दूसरों के लिए जीना सीखें।भारतीय संस्कृति के गौरव को उन्होंने बताया और माताओं बहनों से उन्होंने सतत अपनी भारतीय परंपरा के पालन का निवेदन किया।उन्होंने कहा कि आपके स्वयं का व्यक्तित्व आपके बच्चों पर असर डालता है आप ऐसा कर्म करें जिससे आपके बच्चे भी सीखें।समस्याओं को हमेशा पीछे रखें और खुशियों को आगे रखें।

     

    *बचपन से सतत अखंड ज्योति पढ़ते हैं – श्रीमती साय*

    अपने बचपन को याद करते हुए उन्होंने कहा कि जब वे चौथी कक्षा में पढ़ती थीं तब से वे अखंड ज्योति पढ़ती आई हैं।गुरुदेव के साहित्य में प्रेरणाप्रद कहानियों से उनमें पढ़ने की ललक जागृत हुई जिसके कारण आज वे देवमंच पर बोलने के काबिल बनीं हैं।उन्होंने गुरुसत्ता के प्रति श्रद्धा भाव से नमन करते हुए डॉ पंड्या से आशीर्वाद लिया।neeraj,harit,

  • प्रबल प्रताप के धमक के बाद कांग्रेसी नेता नासिर हुसैन पर एफआईआर

    प्रबल प्रताप के धमक के बाद कांग्रेसी नेता नासिर हुसैन पर एफआईआर

    प्रबल प्रताप के धमक के बाद कांग्रेसी नेता नासिर हुसैन पर एफआईआर

    नीरज गुप्ता संपादक
    MO NO- 9340278996,9406168350

    कल बगीचा में हुई घटना ने बगीचा सहित जिले को झकझोर दिया । प्राप्त जानकारी के अनुसार कल बगीचा में कांग्रेसी नेता नासिर हुसैन द्वारा बगीचा के दुर्गा मंदिर में घुसकर पुजारी से भजन आरती को लेकर बहस किया कि इतनी साउंड में क्यों बजा रहे हो साउंड कम करो जिसके बाद पुजारी ने कहा कि साउंड सिस्टम सेट किया गया है नासिर अलि ने फिर तैश में आकर मंदिर में सुबह चल रहे भजन आरती को बंद करा दिया यह जानकारी पुजारी ने समिति के सदस्यों को दिया फिर पूरे बगीचा में धार्मिक सौहार्द का मामला फैल गया हिन्दू धर्म के लोगों ने नासिर अलि पर एफआईआर कराने थाने पहुंच गए लेकिन शाम तक मामले में एफआईआर नहीं हो सकी। जिसके बाद यह जानकारी घरवापसी प्रमुख और प्रदेश के मंत्री प्रबल प्रताप सिंह जूदेव को चली उन्होंने तत्काल जशपुर एसपी शशि मोहन सिंह से बात करते हुए तत्काल नासिर हुसैन पर एफआईआर करके कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिए जिसके बाद देर रात कांग्रेसी नेता नासिर हुसैन पर बगीचा पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। नगरवासियों ने यह भी बताया कि नासिर हुसैन द्वारा पूर्व में भी इस तरह का हरकत करते हुए अहिनमाडा मंदिर के लाउडस्पीकर को जप्त कराया था ऐसे में बगीचा के लोगों का गुस्सा नासिर हुसैन के द्वारा किये गए कृत्यों पर फुट पड़ा प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने कहा कि बगीचा के दुर्गा मंदिर की घटना हमारे लिये बहुत ही दुःखद है हमसभी को ऐसे समय में एकजुटता की आवश्यकता है और अब ऐसे कृत्य बर्दास्त करने योग्य नहीं है अब प्रतिकार का समय आ गया है। हम सब मिलकर सनातन की रक्षा करेंगे ।neeraj,harit,

  • बखरूटोला में रात्रिकालीन कबड्डी प्रतियोगिता 7 जनवरी को शाम 4 बजे से ….  8 जनवरी के समापन समारोह में मुख्यातिथि होंगे अनुसूचित जनजाति मोर्चा (भाजपा) के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं गोंडवाना महासभा धमधागढ़ के केंद्रीय अध्यक्ष एमडी ठाकुर साहब ….

    बखरूटोला में रात्रिकालीन कबड्डी प्रतियोगिता 7 जनवरी को शाम 4 बजे से …. 8 जनवरी के समापन समारोह में मुख्यातिथि होंगे अनुसूचित जनजाति मोर्चा (भाजपा) के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं गोंडवाना महासभा धमधागढ़ के केंद्रीय अध्यक्ष एमडी ठाकुर साहब ….

    बखरूटोला में रात्रिकालीन कबड्डी प्रतियोगिता 7 जनवरी को शाम 4 बजे से ….

    8 जनवरी के समापन समारोह में मुख्यातिथि होंगे अनुसूचित जनजाति मोर्चा (भाजपा) के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं गोंडवाना महासभा धमधागढ़ के केंद्रीय अध्यक्ष एमडी ठाकुर साहब ….

    छुरिया //-    निप्रस्थ ग्राम बखरूटोला में आगामी 8 जनवरी को मंडई मेला के पूर्व संध्या पर 7 जनवरी को शाम 4:00 बजे से रात्रिकालीन कबड्डी प्रतियोगिता का आयोजन होगा।

              8 जनवरी को सुबह 11:00 बजे से कबड्डी प्रतियोगिता का समापन समारोह होगा। उक्त समापन समारोह के मुख्यातिथि अनुसूचित जनजाति मोर्चा (भाजपा) के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं केंद्रीय गोंडवाना महासभा धमधागढ़ के केंद्रीय अध्यक्ष माननीय श्रीमान एमडी ठाकुर होंगे।

            विशेष अतिथि के रूप में रविंद्र वैष्णव जिला महामंत्री जिला भाजपा, हितेश (मोनू) गुप्ता भाजपा नेता, पद्मभूषणसाहू अन्य पिछड़ा वर्ग मंडल अध्यक्ष भाजपा छुरिया, सदाशिव सलामें प्राचार्य हायर सेकेंडरी स्कूल बखरूटोला, आत्माराम नेताम समाजसेवी बखरूटोला, खिलावन दास साहू ग्राम प्रमुख, कुलदीप साहू कांग्रेस नेता, रूपेंद्र साहू ग्राम पटेल, जाकेश साहू शिक्षक एवं समाजसेवी, रमेश बहादुर सलामें समाजसेवी एवं आदिवासी नेता, बल्लूराम मंडावी समाजसेवी, पंचगण सर्वश्री राधेलाल मंडावी, पन्नालाल साहू, महेंद्र नेटी, घनश्याम दास साहू, रोहिदास कल्लो आदि सम्मिलित होंगे।

          कबड्डी प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार 10,000 /- (दस हजार रुपए नगद) हितेश उर्फ मोनू गुप्ता भाजपा नेता द्वारा, द्वितीय पुरस्कार 7,000 /- (सात हजार रुपए नगद) अनुसूचित जनजाति मोर्चा भाजपा एमडी ठाकुर द्वारा, तृतीय पुरस्कार 5,000 /- (पांच हजार रुपए नगद) सदाशिव सलामें प्राचार्य हायर सेकेंडरी स्कूल बखरूटोला द्वारा, चतुर्थ पुरस्कार 3,000 /- (तीन हजार रुपए नगद) आत्माराम नेताम समाजसेवी एवं आदिवासी नेता द्वारा दी जाएगी।

          इससे पूर्व 7 जनवरी को शाम चार बजे प्रतियोगिता का उद्घाटन समारोह होगा। जिसमें मुख्य अतिथि माननीय श्रीमान विमल साहू जी विकासखंड क्रीड़ा अधिकारी डोंगरगांव सम्मिलित होंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा नेता हितेश (मोनू) गुप्ता करेंगे। विशेष अतिथि के रूप में रूपेंद्र साहू ग्राम पटेल, चरण साहू समाजसेवी, कृपाराम पडोटी ग्रामीण अध्यक्ष आदिवासी समाज, गिरवर साहू अध्यक्ष ग्रामीण साहू समाज, कुलदीप साहू कांग्रेस नेता, देवसागर गुप्ता पूर्व सरपंच, हेमंत यूके शैक्षिक समन्वयक, भाटिया मैडम, ध्रुव सर, ओपी यादव शिक्षक, जगदीश साहू, राधेलाल ठाकुर नेता आदिवासी समाज, आश्वन चतुर्वेदी, कमेलराम पडोटी वन प्रबंधक….   …..हरिश्चंद्र नेताम समाजसेवी एवं शिक्षक, मोहित राम साहू शिक्षक, खेदूराम सलामें समाजसेवी, टिकेश्वर साहू शिक्षक, रवींद्र बहादुर सलामें कबड्डी स्टेट चैंपियन आदि शामिल होंगे। यह जानकारी कबड्डी आयोजन समिति के छत्रपाल साहू उर्फ बंठू एवं यशवंत नेताम ने दी।neeraj,harit,

  • लेख : सीरिया संकट और इस्लामिक स्टेट: सतर्कता, समझदारी और जिम्मेदार दृष्टिकोण की आवश्यकता

    लेख : सीरिया संकट और इस्लामिक स्टेट: सतर्कता, समझदारी और जिम्मेदार दृष्टिकोण की आवश्यकता

    लेख : सीरिया संकट और इस्लामिक स्टेट: सतर्कता, समझदारी और जिम्मेदार दृष्टिकोण की आवश्यकता

    *सीरिया में हुए तख्तापलट से उपजे हालात का आतंकवादी समूह अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए एक बड़ा झूठ फैला रहे हैं। सामाजिक व धार्मिक मामलों के जानकार निर्मल कुमार ने इस विषय पर अपने विचार व्यक्त किये हैं।*

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    सीरिया में हाल ही में हुए राजनीतिक और सैन्य घटनाक्रमों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहरी चिंता पैदा कर दी है। 8 दिसंबर 2024 को विद्रोही गुटों ने राष्ट्रपति बशर अल-असद के 24 वर्षीय शासन को समाप्त कर दिया, जिससे उन्हें देश छोड़कर रूस भागने पर मजबूर होना पड़ा। इस तख्तापलट के बाद, हयात तहरीर अल-शाम (एचटीएस) विद्रोही गुट ने मोहम्मद अल-बशीर को अंतरिम प्रधानमंत्री नियुक्त किया। हालांकि, इस राजनीतिक बदलाव के बीच सबसे चिंताजनक पहलू यह है कि कुछ कट्टरपंथी गुट इस घटनाक्रम को इस्लामिक स्टेट (ISIS) की जीत के रूप में चित्रित कर रहे हैं। वे इसे एक दिव्य अभियान का हिस्सा बताकर मध्य एशिया और अन्य क्षेत्रों के मुस्लिम युवाओं को अपने साथ जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं।

    कट्टरपंथी प्रचार और वास्तविकता का अंतर

    कट्टरपंथी प्रचारकों द्वारा प्रस्तुत की जा रही यह व्याख्या न केवल भ्रामक है, बल्कि खतरनाक भी है। वे “इस्लामिक शासन” और “खिलाफत” की अवधारणाओं को तोड़-मरोड़कर युवाओं के बीच झूठा नैरेटिव गढ़ रहे हैं। यह प्रचार तंत्र युवाओं की धार्मिक भावनाओं को भड़काने और उन्हें हिंसा के मार्ग पर ले जाने के लिए तैयार किया गया है।

    वास्तव में, सीरियाई संघर्ष एक बहुआयामी समस्या है, जिसमें कई गुट सत्ता, प्रभाव और अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे हैं। ISIS जैसे चरमपंथी समूह इस संघर्ष को अपने “खिलाफत” के पुनर्जन्म के रूप में दिखाने की कोशिश कर रहे हैं। वे इसे एक धार्मिक युद्ध के रूप में प्रचारित करते हैं, जबकि उनकी गतिविधियाँ इस्लाम के मूल सिद्धांतों के विपरीत हैं।

    यह एक वैचारिक जाल है, जो अंततः विनाश, मौत और पीड़ा की ओर ले जाता है।

    इस्लामी शासन और ‘खिलाफत’ की सच्ची अवधारणा

    “इस्लामी शासन” और “खिलाफत” की अवधारणा इस्लामी न्याय, परामर्श (शूरा), सहिष्णुता और करुणा पर आधारित है। इस्लामी परंपरा में शूरा का विशेष महत्व है, जिसमें शासक और जनता के बीच विचार-विमर्श होता है। यह लोकतांत्रिक प्रक्रिया का एक प्रारंभिक स्वरूप है।

    ISIS द्वारा स्थापित तथाकथित “इस्लामिक स्टेट” एक आतंकवादी ढांचा था, जिसने इस्लामी सिद्धांतों का गंभीर उल्लंघन किया। उनका शासन अत्याचार, उत्पीड़न और हिंसा पर आधारित था। न्याय, दया और मानव गरिमा जैसे मूल इस्लामी सिद्धांतों को उन्होंने अपने राजनीतिक एजेंडे की पूर्ति के लिए तोड़-मरोड़कर प्रस्तुत किया।

    इसके विपरीत, इस्लामी इतिहास में वास्तविक जिहाद का अर्थ है – व्यक्तिगत सुधार, समाज में न्याय की स्थापना और मानवता की सेवा। जिहाद कभी भी आतंकवाद, हिंसा या निर्दोष लोगों की हत्या को सही नहीं ठहराता। यह शिक्षा, दान, शांतिपूर्ण प्रतिरोध और न्याय के लिए प्रयास करने के रूप में प्रकट होता है।

    सीरियाई संघर्ष: चरमपंथी समूहों का एजेंडा

    वर्तमान सीरियाई घटनाक्रम को कुछ कट्टरपंथी गुट “खिलाफत” की स्थापना के प्रयास के रूप में चित्रित कर रहे हैं। वे जिहाद और खिलाफत जैसे पवित्र शब्दों का दुरुपयोग कर युवाओं को अपने जाल में फंसाने का प्रयास कर रहे हैं। इस्लामी शिक्षाओं को विकृत करके, वे ऐसे नैरेटिव गढ़ रहे हैं जो हिंसा और अराजकता को बढ़ावा देते हैं।

    इन समूहों का मुख्य उद्देश्य मुस्लिम युवाओं की धार्मिक भावनाओं का दोहन करना और उन्हें अपने हिंसक अभियानों का हिस्सा बनाना है। यह एक वैचारिक जाल है, जो अंततः विनाश, मौत और पीड़ा की ओर ले जाता है।

    युवाओं को शिक्षित और सतर्क रहना होगा

    मुस्लिम युवाओं को इन कट्टरपंथी गुटों के झूठे प्रचार से सावधान रहना होगा। उन्हें इस्लामी शिक्षाओं का सही अर्थ समझने के लिए विद्वानों और धार्मिक विशेषज्ञों से मार्गदर्शन लेना चाहिए। इस्लाम शिक्षा, करुणा, मानवता और न्याय के सिद्धांतों पर आधारित धर्म है।

    युवाओं को यह समझना होगा कि ISIS और अन्य चरमपंथी गुट इस्लाम के सच्चे सिद्धांतों का प्रतिनिधित्व नहीं करते। इस्लाम में किसी निर्दोष व्यक्ति की हत्या को गंभीर पाप माना गया है। कुरान कहता है: “जिसने किसी निर्दोष की हत्या की, उसने संपूर्ण मानवता की हत्या की।” (सूरह अल-मायदा: 5:32)

    समाज और नेतृत्व की भूमिका

    • धार्मिक नेताओं को कट्टरपंथ के खिलाफ स्पष्ट और प्रभावी बयान देने होंगे।

    • माता-पिता और शिक्षकों को युवाओं को चरमपंथी विचारधारा से दूर रखने के लिए शिक्षित और मार्गदर्शन करना होगा।

    • सरकारों को कट्टरपंथ को रोकने के लिए ठोस नीतियाँ अपनानी होंगी।

    • शिक्षण संस्थानों में सहिष्णुता, शांति और संवाद को बढ़ावा देना होगा।

    इस्लाम: शांति और न्याय का धर्म

    इस्लाम ने हमेशा ज्ञान, शांति और सहिष्णुता को प्राथमिकता दी है। इस्लामी इतिहास में ऐसे कई उदाहरण हैं, जब मुसलमानों ने अत्यंत कठिन परिस्थितियों में भी न्याय, करुणा और सह-अस्तित्व के सिद्धांतों को बनाए रखा।

    युवाओं को यह समझना होगा कि इस्लाम का सच्चा अनुसरण शिक्षा, सेवा, और सामाजिक सुधार के माध्यम से किया जाता है। यह हिंसा, रक्तपात या नफरत के माध्यम से संभव नहीं है।

    ऐसे में समझने की जरूरत है कि सीरिया में हालिया राजनीतिक परिवर्तन को ISIS की जीत के रूप में प्रचारित करना एक खतरनाक झूठ है। मुस्लिम युवाओं को इस दुष्प्रचार से सतर्क रहना चाहिए और इस्लाम की सच्ची शिक्षाओं को अपनाना चाहिए। आतंकवाद, हिंसा और चरमपंथ इस्लाम के सिद्धांतों के खिलाफ हैं।यह प्रत्येक मुस्लिम की जिम्मेदारी है कि वह ज्ञान, शांति और न्याय के मार्ग पर चले। कुरान और पैगंबर मुहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) की शिक्षाओं के आधार पर, हमें एक ऐसे समाज का निर्माण करना चाहिए, जो करुणा, सहिष्णुता और मानवता के मूल्यों पर आधारित हो।

    (यह लेख निर्मल कुमार के निजी विचार हैं।)neeraj,harit,

  • कुनकुरी में आबकारी विभाग को मिली बड़ी सफलता  अवैध शराब ,आरोपी गिरफ्तार

    कुनकुरी में आबकारी विभाग को मिली बड़ी सफलता अवैध शराब ,आरोपी गिरफ्तार

    कुनकुरी में आबकारी विभाग को मिली बड़ी सफलता

    अवैध शराब ,आरोपी गिरफ्तार

    जशपुर- जशपुर कलेक्टर रोहित व्यास एवं आबकारी उपायुक्त विजय सेन शर्मा के निर्देश पर जिले में शराब की अवैध बिक्री पर आबकारी विभाग द्वारा लगातार कार्यवाही की जा रही है। सचिव सह आबकारी आयुक्त श्रीमति आर. संगीता के द्वारा दिए गए निर्देशों के तारतम्य मे जशपुर जिला आबकारी अधिकारी सुश्री महिमा पट्टावी के मार्गदर्शन में ग्राम कोनपारा तुमला में अवैध शराब के धारण की सूचना पर त्वरित एवं विधिवत् कार्यवाही कर आरोपी रितु कुमार चौहान पिता मुनेश्वर चौहान निवासी ग्राम कोनपरा थाना तुमला के कब्जे से 18 लीटर महुआ शराब जप्त कर आबकारी अधिनियम की धारा 34(2), 59(क) के विरुद्ध प्रकरण दर्ज कर आबकारी उपनिरीक्षक मनीष कुमार साहू वृत्त कुनकुरी द्वारा आरोपी को जेल दाखिल किया गया। उक्त कार्यवाही में आबकारी उपनिरीक्षक मनीष कुमार साहू, मुख्य आरक्षक श्याम बिहारी कुशवाहा , मदन लाल गुप्ता , शंकर सिंह मरकाम , श्याम सुंदर सिंह , त्रियक्ष सलाम , नगर सैनिक पूनम टोप्पो का महत्वपूर्ण योगदान रहा।

  • Kota-Upde:-डिप्टी-रेंजर के साथ गाली-गलौज मारपीट करने वाले तीनो आरोपी कोटा-पुलिस के हत्थे-चढ़े।

    Kota-Upde:-डिप्टी-रेंजर के साथ गाली-गलौज मारपीट करने वाले तीनो आरोपी कोटा-पुलिस के हत्थे-चढ़े।

    *Kota-Upde:-डिप्टी-रेंजर के साथ गाली-गलौज मारपीट करने वाले तीनो आरोपी कोटा-पुलिस के हत्थे-चढ़े।

    *दिनांक:-03/11/2025

    *मोहम्मद जावेद खान हरित छत्तीसगढ।

    *करगीरोड-कोटा:-शासकीय कार्य में बाधा डालते हुए वन विभाग के डिप्टी रेंजर के साथ गाली-गलौज मारपीट करने वाले तीनो आरोपीयो को कोटा पुलिस ने गिरफ्तार किया..कोटा पुलिस के अनुसार वन विकास निगम के डिप्टी रेंजर ने 02-जनवरी कोटा थाने में रिपोर्ट दर्जे कराई की सेमरिया ग्राम के वनक्षेत्र बीट में लकड़ी तस्करी की सूचना पर ग्राम सेमरिया शिव तालाब के पास एक सफेद रंग के पिकप में लकड़ी भरकर चोरी कर परिवहन करने वाले आरोपियों टम्पाल ध्रुव, दिनेश ध्रुव, अंधियार सिंह उर्फ भूरवा के द्वारा डिप्टी रेंजर एवं गार्ड के साथ गाली-गलौज मारपीट की गई।

    *मौजूदा थाना प्रभारी कोटा राज सिंह द्वारा घटना की जानकारी वरिष्ठ-पुलिस अधिकारियों को अवगत कराते हुए वरिष्ठ अधिकारीयो के निर्देश के बाद तीनों आरोपीयो में टम्पाल ध्रुव/पिता स्व गोविंद सिंह ध्रुव उम्र/40 वर्ष निवासी ग्राम सेमरिया थाना कोटा जिला बिलासपुर अंधियार सिंह/पिता गोविद उम्र 60/साल साकिन सेमरिया थाना कोटा दिनेश ध्रुव/पिता अंजोर सिंह उम्र 24/साल साकिन सेमरिया थाना-कोटा को विधिवत रूप से गिरफ्तार कर अप.क्र. 05/2025 धारा 121(1)132 221 296,351(1) 3(5) बी.एन.एस.के तहत न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया..इस पूरी कार्यवाही में थाना प्रभारी कोटा राज सिंह, मीना ठाकुर सहायक उप- निरीक्षक सउनि.हेमंत पाटले सहित थाने के अन्य स्टाफ की महत्वपूर्ण भूमिका रही।*neeraj,harit,

  • Kota-Updete:-525 लीटर कच्ची महुआ शराब के जखीरे के साथ 04- आरोपी कोटा पुलिस के हत्थे-चढ़े।

    Kota-Updete:-525 लीटर कच्ची महुआ शराब के जखीरे के साथ 04- आरोपी कोटा पुलिस के हत्थे-चढ़े।

    *Kota-Updete:-525 लीटर कच्ची महुआ शराब के जखीरे के साथ 04- आरोपी कोटा पुलिस के हत्थे-चढ़े।*       

    500-600/किलोग्राम महुआ-लहान बरामद कर मौके पर ही नष्ट किया कोटा पुलिस ने।

    *दिनांक:-03/12/2025*

    *मोहम्मद जावेद खान हरित छत्तीसगढ।।

    *करगीरोड-कोटा:-कोटा थानांतर्गत अवैध महुआ शराब बिक्री का गढ़ बन चुके वार्ड नंबर 01- सूदनपारा में कोटा पुलिस ने एक बार फिर से छापामार कार्यवाही करते हुए 04-आरोपीयो के अलग-अलग ठिकानों से 525 लीटर अवैध महुआ शराब का जखीरा बरामद करते हुए चारों आरोपियों को गिरफ्तार किया है..साथ ही मौके पर 500/600- किलोग्राम महुआ लहान बरामद कर मौके पर नष्ट किया गया..इससे पूर्व 01-नवंबर 2024 को बिलासपुर एसपी रजनेश सिंह के कोटा प्रवास के दौरान कोटा थाने में आमजनों व जन- प्रतिनिधियों के शिकायत के बाद कप्तान साहब स्वयं वार्ड नंबर 01 सूदनपारा पहुंचकर डीएसपी कोटा नूपुर उपाध्याय को कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिए थे।*

    55-हजार रुपए कीमती 525/लीटर अवैध महुआ शराब जप्त:-

    *गिरफ्तार किए गए आरोपियों में 01-संदीप नेताम/पिता शांतनु उम्र 23/वर्ष पता सुदनपारा वार्ड नंबर 01-कोटा के कब्जे से 150/लीटर कच्ची महुआ शराब जप्त किया गया, 02-विक्रम मरावी/पिता विनोद उम्र 20/वर्ष पता सूदनपारा कोटा के कब्जे से 120/लीटर कच्ची महुआ शराब जप्त किया गया 03 आरोपिया श्रीमती जमीला नेताम पति/नवल नेताम उम्र 27/वर्ष पता सूदन पारा कोटा के कब्जे से 120 लीटर कच्ची महुआ शराब जप्त किया गया..04- श्रीमति पन्ना बाई नेताम पति/दिलीप नेताम उम्र 40/वर्ष पता सूदनपारा कोटा थाना कोटा जिला बिलासपुर के कब्जे से 135/लीटर कुल 525/लीटर कच्ची महुआ शराब जिसकी अनुमानित कीमत 55,000 रुपए जप्त कर चारों आरोपियों के विरुद्ध धारा 34(2) आबकारी अधिनियम के तहत विधिवत‌ कार्यवाही की गई।

    *500/600 किलोग्राम महुआ लहान मौके पर ही नष्ट किया:–*

    *इस दौरान शराब बनाने हेतू प्लास्टिक के डिब्बो में छुपाकर रखे गए करीब 500-600 किलोग्राम महुआ लहान बरामद कर मौके पर नष्टीकरण किया गया..इस पूरी कार्यवाही में थाना प्रभारी कोटा उपनिरीक्षक राज सिंह उनि.मीना सिंह ठाकुर सउनि.एन.आर.साहू हेमंत पाटले, प्रा.आ रविन्द्र मिश्रा, सनत पटेल, प्रेम प्रकाश कुर्रे आर.भोप साहू, संतोष श्रीवास, अजय सोनी सोमेश्वर साहू,जलेश्वर साहू अखिलेश पारकर, विनोद केवट, महिला आरक्षक दिपिका-लोनिया की महत्वपूर्ण भूमिका रही।*neeraj,harit,

  • राज्य में बीते साल अस्तित्व में आए नौ नए नगरीय निकाय, सात नगर पंचायतों का नगर पालिका में उन्नयन

    राज्य में बीते साल अस्तित्व में आए नौ नए नगरीय निकाय, सात नगर पंचायतों का नगर पालिका में उन्नयन

    राज्य में बीते साल अस्तित्व में आए नौ नए नगरीय निकाय, सात नगर पंचायतों का नगर पालिका में उन्नयन

    रायपुर, 3 जनवरी 2025

    छत्तीसगढ़ में पिछले साल जनवरी से दिसम्बर के बीच नौ नए नगरीय निकायों का गठन किया गया है। राज्य शासन ने इस दौरान सात नगर पंचायतों का नगर पालिका के रूप में उन्नयन भी किया है। स्थानीय रहवासियों की मांगों पर राज्य शासन ने संवेदनशीलतापूर्वक विचार करते हुए जन-आकांक्षाओं को पूरा करने नए नगरीय निकायों के गठन को मंजूरी दी है। इससे उभरते शहरों के रूप में विकसित हो रहे कस्बों में शहरी सुविधाएं जुटाने के कामों को और गति मिलेगी। राज्य में पिछले वर्ष गठित नगरीय निकायों को मिलाकर अब कुल 192 नगरीय निकाय हो गए हैं। इनमें 14 नगर निगम, 54 नगर पालिका और 124 नगर पंचायत शामिल हैं। I

    मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में राज्य की कस्बाई आवादी की मांग और उभरते शहरों के अनुरूप अधोसंरचनात्मक विकास को गति देने बीते कैंलेडर वर्ष 2024 में नौ नए नगर पंचायतों का गठन किया गया है। उप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री श्री अरुण साव की पहल पर स्थानीय जन-आकांक्षाओं को पूर्ण करने तथा उन्हें मूर्त रूप देने नए नगरीय निकायों के गठन तथा ज्यादा आबादी वाले नगर पंचायतों के नगर पालिकाओं में उन्नयन की त्वरित कार्यवाही की गई है।

    जनप्रतिनिधियों और स्थानीय लोगों की मांग पर वर्ष-2024 में जनवरी से दिसम्बर के बीच राजनांदगांव जिले के लाल बहादुर नगर और घुमका, मुंगेली के जरहागांव, कोरिया के पटना, बेमेतरा के कुसमी, गरियाबंद के देवभोग, सूरजपुर के शिवनंदनपुर, जांजगीर-चांपा के बम्हनीडीह और बालोद जिले के पलारी को नगर पंचायत बनाया गया है। वहीं जन-आकांक्षाओं को देखते हुए गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले के गौरेला नगर पंचायत और पेंड्रा नगर पंचायत का नगर पालिका के रूप में उन्नयन किया गया है। इनके साथ ही मुंगेली जिले के लोरमी नगर पंचायत, रायपुर के अभनपुर नगर पंचायत, बिलासपुर के बोदरी नगर पंचायत, बलौदाबाजार-भाटापारा के सिमगा नगर पंचायत और बलरामपुर-रामानुजगंज के रामानुजगंज को भी नगर पालिका के रूप में उन्नयन किया गया है।

  • राज्य सरकार पर्यटन और ऐतिहासिक महत्व के स्थलों को चिन्हांकित कर पर्यटन स्थल के रूप में कर रहे हैं विकसित

    राज्य सरकार पर्यटन और ऐतिहासिक महत्व के स्थलों को चिन्हांकित कर पर्यटन स्थल के रूप में कर रहे हैं विकसित

    समुद्र तल से 900 फीट की ऊंचाई पर स्थित है यह पर्वत, वर्षा ऋतु के दौरान पानी 1100 फीट नीचे गिरकर बनाता है घोड़ाधार जलप्रपात

    ट्रैकिंग और एडवेंचर के शौकीन युवाओं के लिए है शानदार डेस्टिनेशन

    •     पोषण साहू, सहायक संचालक
    •     ओ.पी. डहरिया, सहायक जनसंपर्क अधिकारी

    रायपुर, 03 जनवरी 2025

    रोमांच से भरपूर सरायपाली स्थित शिशुपाल पर्वत नए पर्यटन स्थल के रूप में उभर कर आया सामने

    मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में राज्य सरकार पर्यटन और ऐतिहासिक, धार्मिक व पौराणिक महत्व के स्थलों को चिन्हांकित कर धार्मिक एवं पर्यटन स्थल के रूप में विकसित कर रहा है। इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले के अंतर्गत पर्यटन और रोमांच से भरपूर सरायपाली स्थित शिशुपाल पर्वत नए पर्यटन डेस्टिनेशन के रूप में उभर कर सामने आया है। इस पर्वत का ऐतिहासिक, धार्मिक और पौराणिक महत्व भी है। मकर संक्रांति और महाशिवरात्रि के अवसर पर यहां विशाल मेला का आयोजन भी होता है।
    महासमुंद जिले के सरायपाली स्थित शिशुपाल पर्वत ट्रैकिंग और एडवेंचर के शौकीन युवाओं के लिए एक शानदान डेस्टिनेशन है। यह स्थान अपनी अद्वितीय प्राकृतिक सुंदरता और ऐतिहासिक महत्त्व के लिए जाना जाता है। राजधानी रायपुर से 157 किमी और सरायपाली से लगभग 20 किमी की दूरी पर स्थित यह पर्वत पर्यटकों को प्रकृति के करीब लाने का एक शानदार अवसर प्रदान करता है।
    शिशुपाल पर्वत (बूढ़ा डोंगर) समुद्र तल से 900 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। यहां तक पहुंचने के लिए रोमांचक ट्रैकिंग मार्ग है, जो रोमांचक ट्रैकिंग का नया अनुभव कराता है। यह पर्यटन स्थल साहसिक गतिविधियों के प्रेमियों को अपनी ओर आकर्षित करता है। ट्रैकिंग मार्ग घने जंगलों, चट्टानों और प्राकृतिक पगडंडियों से होकर गुजरता है। पहाड़ के ऊपर एक विशाल मैदान है, जहां से वर्षा ऋतु के दौरान पानी 1100 फीट नीचे गिरकर घोड़ाधार जलप्रपात का निर्माण करता है। यह झरना और उसके चारों ओर हरियाली एक अद्वितीय दृश्य प्रस्तुत करता है। पर्यटन की बढ़ती संभावनाओं को देखते हुए, दो साल पहले पर्यटन मंडल ने इसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की पहल की। यहां पहुंचने वाले सैलानियों के लिए आधारभूत सुविधाओं का निर्माण किया गया, जिससे उनकी यात्रा सुखद और आरामदायक हो सके।
    शिशुपाल पर्वत की प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण इसे एक आदर्श पर्यटन स्थल के रूप में अपनी पहचान बना रही हैं। यहां का वातावरण, झरने की आवाज, ठंडी हवा एवं प्राकृतिक सुंदरता व शांति का संगम पर्यटकों को मानसिक शांति और सुकून का अनुभव कराती है। यह स्थान फोटोग्राफी और प्रकृति के अद्भुत दृश्यों के लिए भी प्रसिद्ध है। शिशुपाल पर्वत न केवल रोमांचक ट्रैकिंग स्थल है, बल्कि इतिहास और प्रकृति का अद्भुत संगम भी है। यह स्थान ट्रैकिंग, फोटोग्राफी और प्राकृतिक दृश्यों का आनंद लेने के लिए एक बेहतरीन विकल्प है। यदि आप प्राकृतिक सुंदरता, रोमांच और इतिहास का अनुभव करना चाहते हैं, तो शिशुपाल पर्वत आपकी सूची में होना चाहिए। अपनी ऐतिहासिक महत्व और प्राकृतिक आकर्षण के साथ, शिशुपाल पर्वत आज के दौर में पर्यटन का नया केंद्र बनता जा रहा है।
    शिशुपाल पर्वत पर्यटन स्थल में हर वर्ष मकर संक्रांति और महाशिवरात्रि के अवसर पर भारी संख्या में भक्त दर्शन और पूजन के लिए आते हैं। इस दौरान मंदिर के आसपास भव्य मेले का आयोजन किया जाता है, जिसमें लोग धार्मिक अनुष्ठानों के साथ-साथ मेले की चहल-पहल का आनंद लेते हैं। मकर संक्रांति पर लगने वाला यह मेला इतिहास और प्राकृतिक सौंदर्य का संगम है। धार्मिक आस्था, ऐतिहासिकता, साहसिक पर्यटन का अद्भुत अनुभव इसे एक संपूर्ण पर्यटन स्थल बनाता है। यह मेला न केवल स्थानीय लोगों के लिए, बल्कि दूर-दूर से आने वाले पर्यटकों के लिए भी विशेष आकर्षण का केंद्र है। यहां रोजगार के नए अवसर भी सृजित हो रहा है।
    शिशुपाल पर्वत का ऐतिहासिक और पौराणिक महत्त्व है। इसे लेकर स्थानीय नागरिकों का कहना है कि शिशुपाल पर्वत (बूढ़ा डोंगर) का नाम स्थानीय लोककथाओं से जुड़ा हुआ है। इस संदर्भ में किंवदंती है कि इस पहाड़ पर कभी राजा शिशुपाल का महल हुआ करता था। यहां का गौरवशाली इतिहास रहा है पर्वत के उपर ही अभेद्य दुर्ग, सुरंग एवं शिवमंदिर का निर्माण किया गया है, जिसका भग्नावशेष आज भी अतीत की गौरवगाथा सुनाती है। जब अंग्रेजों ने राजा को घेर लिया, तो उन्होंने वीरता का प्रदर्शन करते हुए अपने घोड़े की आंखों पर पट्टी बांधकर पहाड़ से छलांग लगा दी। इस घटना के कारण इस पर्वत का नाम शिशुपाल पर्वत और यहां स्थित झरने का नाम घोड़ाधार जलप्रपात पड़ा। यह बारहमासी झरना अत्यधिक ऊँचाई से गिरने के कारण अद्भुत सौंदर्य का अप्रतिम उदाहरण है।
    इस क्षेत्र को पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित किए जाने की पहल शासन द्वारा विश्ेाष प्रयास किए जा रहे हैं। पिछले दिनों वन विभाग द्वारा पर्यटन और रोजगार की संभावनाओं को देखते हुए स्थल का निरीक्षण किया गया। चूंकि आसपास के क्षेत्र में बंसोड़ जाति बहुतायत संख्या में पाए जाते हैं, जो बांस की कलाकृति बनाते हैं। उन्हें भी रोजगार से जोड़ा जा सके। साथ ही एक पर्यटन परिपथ के रूप में भी विकसित किया जाए। विशेषज्ञों का कहना है कि यहां से चंद्रहासिनी देवी मंदिर, गोमर्डा अभ्यारण, सिंघोड़ा मंदिर, देवदरहा जलप्रपात एवं पर्यटन स्थल नरसिंहनाथ को जोड़ा जा सकता है।

  • छत्तीसगढ़ की समृद्ध परंपराओं और संस्कृति को प्रदर्शित करने का माध्यम बनेगा राजिम कुंभ कल्प : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय

    छत्तीसगढ़ की समृद्ध परंपराओं और संस्कृति को प्रदर्शित करने का माध्यम बनेगा राजिम कुंभ कल्प : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय

    छत्तीसगढ़ के प्रयाग के रूप में प्रसिद्ध  राजिम में 12 फरवरी से 26 फरवरी 2025 तक कुंभ कल्प का भव्य आयोजन किया जाएगा। इस वर्ष यह अद्भुत धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन 52 एकड़ के नए प्रस्तावित मेला स्थल में संपन्न होगा। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने मंत्रालय महानदी भवन स्थित बैठक कक्ष में आज राजिम कुंभ कल्प के तैयारियों के संबंध में उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक कर आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने शाही स्नान, गंगा आरती, संत समागम समेत कुंभ कल्प के प्रमुख आयोजनों और श्रद्धालुओं के लिए सुविधाजनक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने को कहा।
    मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि राजिम कुंभ कल्प 2025 धर्म, आस्था और संस्कृति का अद्भुत समागम होगा और यह छत्तीसगढ़ की समृद्ध परंपराओं और  संस्कृति को प्रदर्शित करने का भी सुंदर माध्यम है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि श्रद्धालुओं को यहां अविस्मरणीय अनुभव प्राप्त हो और यह आयोजन हमारी गौरवशाली विरासत को देश-दुनिया तक पहुंचाएं।
    मुख्यमंत्री श्री साय  ने राजिम कुंभ कल्प के आयोजन में शामिल समस्त विभागों और प्रशासनिक अमले को आपस में समन्वय स्थापित कर कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने श्रद्धालुओं के आवागमन की व्यवस्था, सुरक्षा संबंधी उपाय और स्वच्छता के लिए विशेष ध्यान देने को कहा। श्री साय ने कहा कि “हम सबकी जिम्मेदारी है कि इस आयोजन को सफल बनाएं और  छत्तीसगढ़ की पहचान के रूप में इसे स्थापित करें। उन्होंने 12 फरवरी को आयोजित माघी पुन्नी स्नान, 21 फरवरी जानकी जयंती के अवसर पर संत समागम और 26 फरवरी को होने वाले शाही स्नान की तैयारी पर विशेष ध्यान देने को कहा।
    मुख्यमंत्री श्री साय को अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू ने राजिम कुंभ कल्प 2025 के आयोजन से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने पीपीटी के माध्यम से आयोजन स्थल में विभिन्न गतिविधियों के लिए निर्धारित स्थानों के बारे में बताया। कुंभ कल्प में नागरिक सुविधाओं, साधु संतों के आवागमन, शाही स्नान और गंगा आरती को लेकर विभाग के तैयारियों के बारे में जानकारी दी।
    उल्लेखनीय है कि 12 फरवरी को माघी पूर्णिमा के पावन अवसर पर राजिम कुंभ कल्प का शुभारंभ होगा और 26 फरवरी महाशिवरात्रि को इसका समापन होगा। राजिम कुंभ कल्प पैरी, महानदी और सोंढूर नदी के संगम पर आयोजित होगा। श्रद्धालु इन पवित्र नदियों में स्नान कर पुण्य लाभ प्राप्त करेंगे।
    राजिम कुंभ कल्प के संपूर्ण आयोजन के लिए पर्यटन विभाग को नोडल बनाया गया है। 15 दिनों तक चलने वाले इस कुंभ कल्प में पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी साधु संतों का विराट समागम होगा। माघी पुन्नी स्नान, शाही स्नान, जानकी जयंती के अवसर पर संत समागम विशेष रूप से आयोजित होगा। प्रतिदिन सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन, मेला, मड़ई, मीना बाजार और विभागीय प्रदर्शनी भी कुंभ कल्प का विशेष आकर्षण के रूप में शामिल हैं।
    बैठक में विधायक श्री रोहित साहू, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री सुबोध सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव श्री राहुल भगत, सचिव धर्मस्व श्री अन्बलगन पी., संचालक संस्कृति श्री विवेक आचार्य, आईजी रायपुर श्री अमरेश मिश्रा, कलेक्टर गरियाबंद श्री दीपक अग्रवाल सहित अन्य विभागीय अधिकारीगण उपस्थित थे।

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