Kota-updete:-कोटा दशहरा…देर रात तक झांकियो का हुआ प्रदर्शन…हजारों की संख्या में पंहुचे लोग।
Kota-updete:-कोटा दशहरा…देर रात तक झांकियो का हुआ प्रदर्शन…हजारों की संख्या में पंहुचे लोग।
नगर दशहरा समिति का रावण-कुंभकरण का बाजे गाजे के साथ नगर में भ्रमण…मंडी ग्राउंड में हुआ दहन।
नगर-दशहरा-समिति के मंच से कोटा विधायक-अटल श्रीवास्तव नें झांकी निर्माताओं को किया पुरस्कृत।
*पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष कोटा पुलिस की मुस्तैदी कम दिखाई दी जवानों के बजाए एनसीसी कैडेट ज्यादा दिखाई दिए।*
आज शाम होगा समितियों का विसर्जन कार्यक्रम..आकर्षक झांकियो धूमाल के साथ निकलेगा रैला।
*दिनांक:-14/10/2024
*मोहम्मद जावेद खान हरित छत्तीसगढ।।*
*करगीरोड़-कोटा:-कोटा नगर का प्रसिद्ध दशहरे का त्योहार बड़े ही धूमधाम से मनाया गया..आकर्षक दुर्गा पांडाल में विराजमान दुर्गाजी की प्रतिमा सहित झाँकी निर्माताओं द्वारा निर्मित झांकियो को देखने कोटा नगर सहित कोटा से लगे आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से भारी संख्यां में लोग पंहुचे पंडालो सहित झांकियो का आकर्षण देर रात तक जारी रहा।
*कोटा नगर के दशहरे का इतिहास 50-वर्षो का रहा है.. कोटा नगर के झांकी निर्माताओं में प्रमुख रूप से स्वर्गीय मूलचंद पेंटर व स्वर्गीय श्याम सुन्दर अग्रवाल जी की जोड़ी को याद किया जाता है जिनकी हर झांकियो में समाज में हो रही गतिविधियों से जुड़े विषय होते थे, इनकी झांकियो में हर बार एक संदेश छुपे होते थे..एक समय था जब दशहरे वाले दिन देर रात बिलासपुर के दुर्गा-पंडालो के समितिया विसर्जन कार्यक्रम के लिए कोटा की झांकी ले जाने के डटी रहती थी.कोटा की झांकियां बिलासपुर के विसर्जन-कार्यक्रम का प्रमुख आकर्षण होती थी।
*मौजूदा समय में कोटा नगर में दशहरे के दिन झांकी निकालने की परंपरा को कोटा नगर के राम पेंटर, भुवन पेंटर असलम खत्री सहित अन्य लोग बनाए हुए है..नगर दशहरा समिति द्वारा हर वर्ष दशहरे पर रावण दहन कार्यक्रम आयोजित के साथ झांकी निर्माताओं को शील्ड सहित प्रथम द्वितीय तृतीय नगद पुरस्कार से सम्मानित करता है..रावण दहन से पूर्व बजे गाजे के साथ रावण-कुंभकर्ण को पूरे नगर में भ्रमण कराया जाता है..इस दशहरे पर भी कोटा नगर की ऊबड़-खाबड़ जर्जर-सड़को से बचता-बचाता रावण कुंभकरण का पुतला नगर-भ्रमण के बाद मंडी ग्राउंड स्थित दहन स्थल पंहुचा जहा पर राम दरबार के रथ पर सवार प्रभु श्रीराम द्वारा रावण दहन किया गया।*
*नगर दशहरा समिति में रावण-कुम्भकरण के साथ चलित झांकियो के आयोजन में नगर दशहरा उत्सव-समिति का एक महत्वपूर्ण स्थान रहता जिनके प्रयासों से यह परम्परा लगातार संचालित हो रही है..वही कोटा के झांकी निर्माताओं की कोटा दशहरे की परम्परा को आगे बढ़ाने में भी अहम भूमिका रहती है.. जिनके समर्पण भाव से आयोजन सम्पन्न होता है..आकर्षक झांकियो में राम आर्ट द्वारा बनाई गई शिव और सती की झांकी प्रस्तुत की गई, वही पर असलम खत्री नें जटायु द्वारा माता सीता को बचाते हुए अपनें प्राण देना..कृष्ण जी द्वारा कालिया नाग रामजी द्वारा मृग का वध एवं संजय तुलस्यान सूरज गुप्ता एवं भुवन पेंटर द्वारा कामधेनू गौमाता की झांकी प्रस्तुत की गई जिसका उद्देश्य गौरक्षा गौ सेवा था..वर्तमान समय में गौमाता की जो स्थिति वह बहुत ही दयनीय है, सड़को पर बेसहारा छोड़ दिया जाता है।
*नगर दशहरा उत्सव समिति के मंच में कोटा के नवनिर्वाचित विधायक अटल श्रीवास्तव मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे..शिवजी द्वारा सती के शरीर को भ्रमण करना झांकी को प्रथम पुरस्कार 21000/₹ व जटायु द्वारा माता सीता को बचाने दिये अपने प्राण को द्वितीय पुरस्कार 15000/₹ एवं भगवान गणेश व कार्तिके द्वारा माता-पिता की परिक्रमा को तृतीय पुरस्कार 11000/₹ प्रदान किया गया..नगर दशहरा-समिति के कार्यक्रम का संचालन फूलचंद अग्रहरि द्वारा किया गयाl