प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देशभर में ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में संचालित प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना आम नागरिकों के लिए राहत और अवसर लेकर आई है। यह योजना न केवल बिजली बिलों में बचत सुनिश्चित कर रही है, बल्कि स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देते हुए पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रही है।
कोरबा जिले के पत्थरीपारा, सीएसईबी कॉलोनी निवासी एवं सीएसईबी में पदस्थ कर्मचारी श्री टेकराम मरावी इस योजना का लाभ लेकर ऊर्जा आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ाने वाले उपभोक्ताओं में शामिल हैं। उन्होंने वर्ष 2025 में अपने घर की छत पर 3 किलोवॉट क्षमता का सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किया है।
श्री मरावी ने बताया कि योजना की विस्तृत जानकारी प्राप्त करने और इसके लाभ समझने के बाद उन्होंने इसमें शामिल होने का निर्णय लिया। सौर संयंत्र लगाने में आने वाले खर्च का बड़ा हिस्सा केंद्र सरकार से प्राप्त सब्सिडी द्वारा वहन किया गया। प्रधानमंत्री सूर्यघर योजना के अंतर्गत उन्हें 78 हजार रुपए की सब्सिडी प्राप्त हुई, जिससे उनके निर्णय को आर्थिक रूप से सहूलियत मिली।
सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने से पहले उन्हें प्रतिमाह लगभग 1500 से 2000 रुपए तक का बिजली बिल देना पड़ता था। अब संयंत्र से पूरे घर की ऊर्जा जरूरतें पूरी हो रही हैं और उनका बिजली बिल शून्य हो गया है। घर के पंखे, फ्रिज, टीवी, कूलर, वॉशिंग मशीन सहित सभी उपकरण अब सौर ऊर्जा से संचालित हो रहे हैं।
श्री मरावी ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री सूर्यघर योजना ने उनके जीवन में बड़ा बदलाव लाया है। इससे न केवल उन्हें आर्थिक बचत हो रही है, बल्कि भविष्य में ऊर्जा की स्थिरता और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी सार्थक योगदान मिल रहा है। उन्होंने सभी नागरिकों से इस योजना का अधिक से अधिक लाभ उठाने का आग्रह किया और कहा कि यदि प्रत्येक घर इस दिशा में आगे बढ़े, तो देश बिजली उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन सकता है तथा प्रदूषण की समस्या को भी काफी हद तक कम किया जा सकता है।
श्री मरावी ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस पहल ने आम नागरिकों को राहत देने के साथ ही उन्हें ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में नई राह दिखाई है।