35 करोड़ 53 लाख से होगा जगदेवराम उरांव स्मृति चिकित्सालय का आधुनिकीकरण
35 करोड़ 53 लाख से होगा जगदेवराम उरांव स्मृति चिकित्सालय का आधुनिकीकरण
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पहल पर एनटीपीसी ने दी स्वीकृति
आधुनिक संसाधनों से लैस सौ बिस्तर के अस्पताल के रूप में किया जाएगा विकसीत
जशपुरनगर। शहर के गम्हरिया रोड में स्थित वनवासी कल्याण आश्रम द्वारा संचालित स्व जगदेव राम उरांव स्मृति चिकित्सालय का 35 करोड़ 53 लाख की लागत से आधुनिकीकरण होगा। मुख्यमंत्री विष्णुदेेव साय की पहल एनटीपीसी लारा ने स्वीकृति देते हुए राशि जारी कर दी है। इस अस्पताल के बन जाने से जशपुर और इसके आसपास के ग्रामीण अंचल के रहवासियों को लाभ मिलेगा। वनवासी कल्याण आश्रम द्वारा सालों पूर्व जशपुर में इस अस्पताल का संचालन शुरू किया गया था। यहां जरूरतमंद मरीजों को चिकित्सा परामर्श देने के लिए चिकित्सकों के साथ एक्स रे सहित जांच की अन्य सुविधा उपलब्ध कराया गया है। इस अस्पताल में रोजाना बड़ी संख्या में मरीज उपचार के लिए पहुंचते हैं। जिले के इस अस्पताल की जीर्णोद्वार और आधुनिकीकरण की मांग लंबे समय से की जा रही थी। दिसंबर 2023 में विष्णुदेव साय के मुख्यमंत्री का दायित्व सम्हालने के बाद उन्होनें जिले में चिकित्सा सेवा को सुदृढ़ करने का काम प्राथमिकता से शुरू किया। इसी दौरान वनवासी कल्याण आश्रम के जिला चिकित्सालय के आधुनिकीकरण करने का प्रस्ताव उनके सामने आया। मामले को गंभीरता से लेते हुए सीएम साय ने रायगढ़ जिले के लारा में संचालित एनटीपीसी के अधिकारियों से चर्चा की। उनके लगातार प्रयास से एनटीपीसी ने वनवासी कल्याण आश्रम द्वारा संचालित इस अस्पताल के जीर्णोद्वार और आधुनिकीकरण के लिए 35 करोड़ 53 लाख रूपए के अनुदान स्वीकृत करने का पत्र जारी कर दिया है। इस राशि से सौ बिस्तर की क्षमता वाले अस्पताल का निर्माण करने के साथ ही उपचार के लिए आवश्यक आधुनिक उपकरणों की खरीदी के लिए किया जाएगा।
जिले को दूसरा बड़ा उपहार –
विष्णुदेव साय ने मुख्यमंत्री का पदभार सम्हालने के 10 माह में चिकित्सा सेवा क्षेत्र में जिले को दूसरा बड़ा उपहार दिया है। इससे पहले उन्होनें प्रदेश के पहले बजट में जिलेवासियों की बहुप्रतिक्षित मेडिकल कालेज की मांग की ओर बड़ा कदम बढ़ाते हुए 220 बिस्तर की क्षमता वाले अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस अस्पताल निर्माण की घोषणा की थी। सरकार ने इस अस्पताल के निर्माण के लिए बजट जारी करते हुए,निविदा प्रक्रिया शुरू कर दी है। जल्द ही यह अस्पताल आकार लेने लगेगा। आगे चल कर इस 220 बिस्तर वाले अस्पताल को मेडिकल कालेज के रूप में विकसीत करने की योजना तैयार की गई है। इसके अतिरिक्त जिले इन 10 महिनों में 15 अतिरिक्त एंबुलेंस,मुक्तांजलि वाहन,7 उप स्वास्थ्य केन्द्रों को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के रूप में उन्नत किए जाने की स्वीकृति,कुनकुरी में डायलिसिस केन्द्र,जिले के प्राथमिक व स्वास्थ्य केन्द्रों में आवश्यक उपकरणों की खरीदी के लिए अतिरिक्त आबंटन जैसे कई कदम मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने उठाया है।