Chhattisgarh

Kota-Updete:-जिले में कबाड़ पर प्रहार “कोटा में कबाड़ से जुगाड…आखिर किसके शह पर धड़ल्ले से फलफूल रहा कबाड़ कारोबार।

*Kota-Updete:-जिले में कबाड़ पर प्रहार “कोटा में कबाड़ से जुगाड…आखिर किसके शह पर धड़ल्ले से फलफूल रहा कबाड़ कारोबार।*

 

 

*पुलिसिया-कार्यवाही के बाद भी अवैध-शराब गांजा की बिक्री जारी…गांजे के नशे में बचपने के साथ जवानी भी दम मार रही।*

 

 

 

*दिनांक:-04/11/2024*

 

*मोहम्मद जावेद खान हरित छत्तीसगढ।।*

 

*करगीरोड़-कोटा:-बिलासपुर शहर सहित पूरे जिले में मौजूदा पुलिस कप्तान रजनेश के निर्देश पर कबाड़ के कारोबारियों पर लगातार बिलासपुर पुलिस ताबड़तोड़ कार्यवाही कर रही हैं हाल के दिनों में जिले के सभी थानों के थाना प्रभारी द्वारा ताबड़तोड़ कार्यवाही भी की गई थी..कुछ समय के बाद इस पूरे अभियान पर कार्यवाही की गति धीमी हो गई..कार्यवाही की गति धीमी करने के निर्देश आदेश तो एसपी कार्यालय से निकाले नहीं जाते..वैसे भी जिले के थाना प्रभारी उच्च अधिकारीयों के दिशा निर्देश पर ही ज्यादा कार्य करते है।*

 

*कबाड़ से कारोबारी ही फलफूल रहे है या..?*

 

*कोटा-नगर में इन दिनों कबाड़ का कारोबार काफी धड़ल्ले से फल-फूल रहा है, इससे पूर्व कबाड़ के बड़े कारोबारी माने जाने वाले कोटा के पुराने कबाड़ी पर कोटा-पुलिस द्वारा कार्यवाही की गई थी पर कबाड़ का कार्य अभी भी जारी है..नगर पंचायत कार्यालय के सामने मेन रोड पर एक कबाड़ की दुकान संचालित है..वही लोरमी रोड पर एक गैरेज के बगल से कबाड़ की दुकान संचालित हो रही है, इसके बाद कबाड़ के बड़े कारोबारी के रूप में मौहारखार में संचालित होता है, सुबह से लेकर शाम तक सबसे ज्यादा भीड़ भाड़ आपको यही पर दिखाई देगी।*

 

*क्राइम-ब्रांच आरपीएफ सहित स्थानीय-पुलिस की आवाजाही बनी रहती है:-*

 

 

*बीच-बीच में कबाड़ के इन कारोबारियों पर कार्यवाही के साथ जांच-पड़ताल के लिए जिले की क्राइम ब्रांच रेलवे-पुलिस के साथ स्थानीय पुलिस की आवाजाही जारी रहती है..कबाड़ के कारोबार करने के लिए शासन प्रशासन द्वारा किसी प्रकार का लाइसेंस जारी तो करता नहीं है, गुमास्ता या अन्य प्रकार के लायसेंस..?पुलिसिया-कार्यवाही के बाद कबाड़ के कारोबार पूरी तरह से बंद हो जाने चाहिए पर ऐसा होता नहीं है, कार्यवाही के कुछ दिनों बाद ये कारोबार पुनः से फलने फूलने लगता है..पाठक गण समझदार है..समझते है ये कारोबार किसके शह पर चलाए जाते है कबाड़ के कारोबारी इसके अलावा अन्य कार्य कर भी नहीं पाते कबाड़ का कार्य अगर अवैधानिक है, तो इस पूरे कार्य पर बैन हो जाना चाहिए..? या फिर इसको वैधानिक बना देना चाहिए..? पर ऐसा होगा नहीं है.? विभागीय-मातहत को भी पता है,पूरे जिले सहित पूरे प्रदेश में कबाड़ का कारोबार करोड़ों अरबों का है अगर इस कार्य को वैधानिक बना दिया जाएगा तो..काफी नुकसान हो जाएगा इसलिए करोड़ों अरबों का ये कबाड़ का कार्य यथावत जारी है।*neeraj,harit,

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