Kota-Updete-रतनपुर रोड के पहाड़ हुए जमींदोज तय जगह से ज्यादा खुदाई…लाखों करोड़ों रूपए की रॉयल्टी की चपत माइनिंग विभाग आंखे मूंदकर बैठा।-

*Kota-Updete-रतनपुर रोड के पहाड़ हुए जमींदोज तय जगह से ज्यादा खुदाई…लाखों करोड़ों रूपए की रॉयल्टी की चपत माइनिंग विभाग आंखे मूंदकर बैठा।-

पहाड़ के इर्दगिर्द बेजा कब्जाधारियों द्वारा बेजा कब्जा जारी…सरपंच ने एसडीएम-कार्यालय में शिकायत दर्ज कराए जाने की बात कही।*

मशीनों से पहाड़ों का सीना-चीरकर रास्ता बनाया गया..किसके निर्देश पर..?सिंचाई विभाग का नहर..?फॉरेस्ट-विभाग का मुनारा…?कहा है..?विभाग व उसके विभागीय अधिकारी।*neeraj,harit,

 

दिनांक:-30/11/2024

*मोहम्मद जावेद खान हरित छत्तीसगढ।।

*करगीरोड-कोटा:-कोटा की पहचान ऊंचे ऊंचे पहाड़ों घने-जंगलों में हरे भरे इमरती पेड़ो नदी बांध के साथ प्रकृति की खूबसूरती के रूप में होती है पर कुछ समय से कोटा की पहचान को ग्रहण लगता दिखाई दे रहा है माइनिंग-विभाग सहित राजस्व विभाग द्वारा बकायदा नापजोख करके माइनिंग के लिए तय जगह तक लीज पर दिया जाता है पर मौजूदा समय में तय जगह से बढ़कर आगे बढ़कर अवैध रूप से माइनिंग कर सैकड़ों टन मुरूम-पत्थर हाइवा से परिवहन कर बड़े बड़े औद्योगिक निर्माण वाली जगहों पर डंप किए जा रहे है..सड़को पर फर्राटा भरते हुए हाइवा सहित ट्रेक्टर वाहन दिखाई देते है.. विभाग व उसके विभागीय अधिकारी बीच-बीच में आकर कार्यवाही की खानापूर्ति करती जरूर है, उसके कुछ दिनों बाद फिर से सब कुछ वैसे ही जारी हो जाता है।

पहाड़ हुए जमींदोज पहाड़ के इर्दगिर्द खुदाई के साथ बेजा कब्जा:–

*रतनपुर रोड में स्थित जारी क्रेशर के आसपास सामने पीछे के पहाड़ पूरी तरह से जमींदोज हो चुके है.. क्रेशर से लगा कुछ इलाका सिंचाई विभाग सहित फॉरेस्ट विभाग में भी आता है..पर इन विभागों के विभागीय अधिकारियों सहित पर्यावरण विभाग भी चिरनिंद्रा में सोया हुआ है, क्रेशर संचालक द्वारा माइनिंग विभाग सहित राजस्व विभाग द्वारा तय किए जगह से बढ़कर मशीनों से खुदाई जारी है, जो कि देर रात तक चलता रहता है..जेसीबी पोकलेन मशीनों से पहाड़ों को खोद खोदकर पहाड़ों को जमींदोज कर दिया गया है, हाइवा ट्रैक्टरों से अवैध रूप से उत्खनन देर रात तक जारी है..क्रेशर से लगे पहाड़ हुए पूरी तरह से जमींदोज हो चुके है..? माइनिंग विभाग सहित राजस्व विभाग को लाखों करोड़ों की रॉयल्टी चोरी की चपत लगाई जा रही है..?सवाल उठता है,कि अवैध रूप से हो रहे मुरूम पत्थर हाइवा ट्रैक्टरों में भर-भर कर कहा जा रहे हैं..?इससे पूर्व पंचायत के सरपंच ने एसडीएम कार्यालय में अवैध-खनन को लेकर शिकायत भी दर्ज कराई गई थी..उस शिकायत का क्या हुआ..?माइनिंग विभाग व उसके अधिकारी फील्ड में न होकर कार्यालय में क्या कर रहे है..?

एसडीएम कोटा युगल किशोर उर्वसा ने क्या कहा:—

*पहाड़ों पर हो रहे अवैध खनन के मामले को लेकर हरित छत्तीसगढ ने कोटा एसडीएम से बात की जिस पर मौजूदा एसडीएम-कोटा युगल किशोर उर्वसा ने कहा कि राजस्व-विभाग की टीम बनाकर मौके पर जांच के लिए भेजी जाएगी।*

कलारतराई-बाकीघाट पंचायत के सरपंच ने क्या कहा:-

*इस मामले को लेकर हरित छत्तीसगढ ने ग्राम-पंचायत सरपंच ममता पालके से बात की सरपंच ने कहा कि क्रेशर संचालक द्वारा बिना अनापत्ति प्रमाण पत्र के क्रेशर संचालन किया जा रहा है..आपत्ति दर्ज कराने पर क्रेशर संचालक द्वारा राजस्व विभाग का हवाला दिया जाता है इस मामले को लेकर तत्कालीन एसडीएम के समय एसडीएम कार्यालय में शिकायत की जा चुकी है, पर उस शिकायत पर क्या कार्यवाही की गई पंचायत को जानकारी नहीं दी गई है।*neeraj,harit,

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