धरमजयगढ़ के चर्चित राजेश हत्याकांड में रायगढ़ पुलिस ने आरोपी पत्नी समेत चार को किया गिरफ्तार
Raigarh। धरमजयगढ़ में महिला ने अपने पति की एनेस्थीसिया के ओवरडोज इंजेक्शन से हत्या करा दी। महिला ने रायपुर के निजी चिकित्सालय में मेल नर्स के रुप में कार्यरत पुरुष मित्र से यह हत्या तब कराई जबकि पति शराब के नशे में गहरी नींद में था। पुलिस ने इस हत्याकांड में शामिल पत्नी प्रिया विश्वास उसके पुरुष मित्र फिरीज यादव, सहेली पायल विश्वास और पायल के पुरुष मित्र शेख़ मुईन को गिरफ़्तार कर लिया है। बता दे की धरमजयगढ़ निवासी राजेश विश्वास को लीवर संबंधी समस्या थी जिसके उपचार के लिए उसे रायपुर ले ज़ाया गया था। राजेश के साथ उसकी पत्नी प्रिया भी थी। राजेश को क़रीब एक महीने तक भर्ती करा कर उपचार कराया गया था। निजी अस्पताल में चले इसी उपचार के दौरान प्रिया की मुलाक़ात अस्पताल में पदस्थ मेल नर्स फिरीज यादव उर्फ़ कृष से हुई। ये मुलाक़ातें दोस्ती में तब्दील हो गईं। कथित रुप से जब भी राजेश शराब पीकर प्रिया को प्रताड़ित करता था तो प्रिया यह बातें फिरीज को बताती थी। प्रिया के ज़रिए ही बातचीत प्रिया की सहेली पायल भी फिरीज से करती थी। पुलिस का दावा है कि इस बातचीत के कई लंबे सिलसिले के दौरान ही राजेश की हत्या की योजना बनी।पुलिस के अनुसार राजेश की हत्या के लिए फिरीज यादव धरमजयगढ़ आया, उसके रुकने की व्यवस्था के लिए पायल ने मुईन को जवाबदेही दी और पैसे भी दिए। 14 जनवरी की रात फिरीज धरमजयगढ़ पहुँचा। 15 जनवरी की रात जब राजेश शराब पीकर सो गया तब प्रिया और पायल ने मुईन और फिरीज यादव को खबर दी।मुईन फिरीज यादव को बाईक पर लेकर राजेश विश्वास के घर पहुँचा। शराब के नशे में गहरी नींद में सोए राजेश के पाँव को प्रिया ने जबकि मुईन ने हाथों को पकड़ा और फिरीज यादव ने राजेश के सीने में एनेस्थीसिया के तीन डोज़ सीने में लगा दिया। कुछ देर बाद फिरीज ने राजेश के सीने में दुबारा तीन डोज़ इंजेक्ट कर दिया। इसके बाद राजेश का शरीर शिथिल पड़ गया। पंद्रह मिनट के बाद फिरीज ने ही नब्ज चेक की और राजेश के मरने की पुष्टि कर के चला गया।धरमजयगढ़ एसडीओपी दीपक मिश्रा ने बताया है कि, हत्या के इस मामले में शरीर पर कोई चोट के निशान नहीं थे।परिजनों ने हार्ट अटैक की आशंका जताई थी, लेकिन पंचनामा कार्यवाही के दौरान मृतक के सीने में 6 बारीक निशान पाए गए थे।पीएम में डॉक्टर ने आशंका जताई कि हार्ट को चोट पहुँचाने के कारण आंतरिक रक्तस्राव हुआ जिससे मृत्यु हुई।