शिक्षा क्षेत्र के लिए बजट बढ़ोतरी स्वागत योग्य – : वीरेन्द्र यादव*
*शिक्षा क्षेत्र के लिए बजट बढ़ोतरी स्वागत योग्य – : वीरेन्द्र यादव*
भारत सरकार द्वारा प्रस्तुत किए गए अंतरिम बजट से आशान्वित है कि, देश प्रत्येक क्षेत्र में विकास तथा समृद्धि की नई ऊंचाइयों को प्राप्त करेगा। गरीब, युवा, महिला एवं किसान आदि वर्गों के उत्थान पर केंद्रित अंतरिम बजट सर्वस्पर्शी एवं सर्वसमावेशी है। शिक्षा क्षेत्र की आवश्यकताओं पर सभी हितधारकों को ध्यान देने की आवश्यकता है। केंद्रीय विश्वविद्यालयों का बजट 12000.08 करोड़ रुपये के आरई से बढ़ाकर 15472 करोड़ रुपये कर दिया गया है। स्कूली शिक्षा का बजट 72473.80 करोड़ रुपये (आरई) से बढ़कर 73008.10 करोड़ रुपये हो गया है ये स्वागत्योग्य है।आशा है कि, सरकार, युवाओं के मुद्दों पर प्रमुखता से कार्य को आगे बढ़ाएगी तथा विभिन्न क्षेत्रों में युवाओं की नेतृत्वकारी भूमिका से देश सकारात्मक परिवर्तन की दिशा में शीघ्रता से आगे बढ़ सकेगा। अंतरिम बजट में बुनियादी ढांचे के विकास और रोजगार सृजन के लिए पूंजीगत व्यय बढ़ाने का निर्णय अभिनंदनीय है।
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