
पत्थलगांव, जिला जशपुर । 1 जुलाई 2025। केराकछार धान संग्रहण केंद्र से आज एक अहम खबर सामने आई है। केंद्र में कार्यरत सभी दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी आज दिनांक 1 जुलाई 2025 से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। इन कर्मचारियों की मुख्य मांग तीन माह — अप्रैल, मई और जून — का लंबित वेतन तत्काल भुगतान की है।कर्मचारियों का दर्द:हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों ने बताया किखेती के लिए उनके पास धन नहीं है,बच्चों की स्कूल की जरूरतें जैसे कॉपी, किताबें, पेन और ड्रेस आदि पूरी नहीं कर पा रहे हैं,यहां तक कि मोटरसाइकिल में पेट्रोल डालने तक के पैसे नहीं हैं।उन्होंने बताया कि उन्हें छुट्टियों में भी कार्य पर बुलाया जाता है, लेकिन उसके एवज में कोई अतिरिक्त भुगतान नहीं किया जाता।
पहले भी मिला था केवल आधा समाधान:कर्मचारियों का कहना है कि इससे पहले भी एक बार हड़ताल की गई थी, जिसके बाद केवल एक महीने का वेतन जारी कर उन्हें चुप करा दिया गया था। अब वे साफ कह चुके हैं कि जब तक तीनों महीनों का वेतन एकमुश्त नहीं दिया जाता, वे काम पर वापस नहीं लौटेंगे।हड़ताल का असर:गौरतलब है कि वर्तमान में धान उठाव का कार्य जोरों पर है, लेकिन कर्मचारियों की हड़ताल से इस प्रक्रिया पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है। यह स्थिति तब और चिंताजनक बन जाती है जब यह क्षेत्र मुख्यमंत्री का गृह जिला है, फिर भी कर्मचारियों को समय पर भुगतान नहीं मिल रहा।
मांगों के समर्थन में नारेबाजी कर्मचारी “पैसा डलवाओ, हमारी मांगें पूरी करो” के नारे लगाते हुए धरने पर बैठे हैं। उन्होंने अपने संकलन प्रभारी को ज्ञापन सौंपकर जल्द भुगतान की मांग की है।—स्थिति गंभीर है। यदि शासन समय पर निर्णय नहीं लेता, तो यह समस्या जिलेभर के धान संग्रहण कार्यों को प्रभावित कर सकती है।