प्रदेश में कका…कोटा में कांग्रेस की वापसी के संकेत शहर की अपेक्षा ग्रामीण-क्षेत्रों में कांग्रेस को ज्यादा वोट पड़े।-
प्रदेश में कका…कोटा में कांग्रेस की वापसी के संकेत शहर की अपेक्षा ग्रामीण-क्षेत्रों में कांग्रेस को ज्यादा वोट पड़े।-
*एती-वोती झन-जा दे-दनादन-पंजा…मतदान के दिन कोटा-विधानसभा के ग्रामीण-क्षेत्र में गुंजा-नारा।*
*ग्रामीण-इलाकों के किसानों-महिलाओं-सहित-युवावर्ग में कांग्रेस-प्रत्याशी को लेकर अंडर-करेंट देखने को मिला।*
*दिनांक:-24/11/2023*
*मोहम्मद जावेद खान हरित छत्तीसगढ़।*
*करगीरोड-कोटा:-प्रदेश में चुनाव की बिगुल-बजते ही राजनीतिक-दलों द्वारा मतदाताओं को अपने पक्ष में आकर्षित करने के लोक-लुभावन-योजनाओं के साथ साथ नारो-स्लोगन-छत्तीसगढ़ी राजभाषा सहित छत्तीसगढ़ी गानों से मतदाओं को अपने-अपने पक्ष में वोट डालने के लिए आकर्षित करने का प्रयास करते है..एक ओर जहा सत्ताधारी-दल कांग्रेस का गढ़बो-नवा-छत्तीसगढ़ वही विपक्षी-दल बीजेपी का अब नई सहिबो बदलके-रहिबो, कांग्रेस-जावत-हवय,भाजपा आवत-हवय, सहित अन्य राजनीतिक-दलों का नारा-स्लोगन पूरे प्रदेश के विधानसभा-क्षेत्र में सुनाई दिया।*
*”एती-वोती झन-जा दे-दनादन-पंजा”..मतदान के दिन कोटा-विधानसभा के ग्रामीण-क्षेत्र में गुंजा-नारा:–-*
*17-नवंबर मतदान के दिन कोटा-विधानसभा क्षेत्र के शहरी क्षेत्रों की अपेक्षा ग्रामीण-क्षेत्रों में लोकतंत्र का पर्व पूरे उत्साह के साथ मनाया गया सुबह से लेकर देर शाम-रात तक मतदान-केंद्रों में लंबी-लंबी-कतारें लगाकर ग्रामीण-इलाको की महिलाओं-किसानों सहित युवाओं ने जमकर मतदान किया..ग्रामीण इलाको में छत्तीसगढ़ी-नारो में “एती-वोती झन-जा दे-दनादन-पंजा” मतदान के दिन कोटा-विधानसभा के ग्रामीण-क्षेत्र में ये स्लोगन काफी जोर शोर से गुंज रहा था..अब इस नारे का असर मतदान में कितना हुआ और इन नारो से कांग्रेस को कितना फायदा हुआ ये तो 03-दिसंबर को को पता चल पाएगा फिलहाल अगर कोटा विधानसभा-क्षेत्र के शहरी-इलाकों की ग्राउंड-रिपोर्ट माने तो बीजेपी का प्रदर्शन कांग्रेस की अपेक्षा बेहतर रहा..मतदान से पूर्व व मतदान के दिन सुबह से बीजेपी-नेताओ व कार्यकर्ताओं की उपस्थिति मतदान केंद्र में दिखाई देने लगी थी..जहा एक ओर कांग्रेस के बड़े नेताओं व युवा-कार्यकर्ता 4-व्हीलर गाड़ियों में बैठकर खाली मतदान-केंद्रों का जायजा ले रहे थे..वही बीजेपी के नेता-कार्यकर्ता मतदान केंद्र सहित बूथ के अंदर व बाहर सक्रिय थे,वोटरों को घरो से निकालकर मतदान केंद्रों से 100-मीटर पहले पहुचाने का काम कर रहे थे, मतदान के 48-घन्टे के बाद ग्रामीण-इलाकों का दौरा करने के बाद इलाके में खासकर किसानों-महिलाओं सहित युवावर्ग में कांग्रेस-प्रत्याशी को लेकर जो अंडर-करेंट देखने की मिला उसके अलावा लगातार “हरितछत्तीसगढ़ को ग्राउंड से जो फीडबैक मिल रही है..उससे ऐसा प्रतीत होता है..की शहरी-क्षेत्रों की अपेक्षा इस बार ग्रामीण-क्षेत्रों में कांग्रेस के लिए अच्छी खबर हो सकती है..अगर शहरी-इलाकों में बीजेपी को बढ़त मिलती है..तो ग्रामीण-इलाकों में बीजेपी को इस बार काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है।*
*ग्रामीण-क्षेत्रों के मतदाताओं का कांग्रेस की तरफ झुकाव कांग्रेस की वापसी का तो संकेत नही:--*
*मतदान के एक हफ्ते बाद कोटा-विधानसभा क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों से जो ग्राउंड-रिपोर्ट सामने आ रही है..वो इस बार चौकाने वाली हो सकती है..करगीकला-मंडल सहित कोटा-विधानसभा क्षेत्र की अंतिम सीमा रेखा सहित आदिवासी-बहुल इलाकों में जहा पर जोगी-कांग्रेस सहित गोंडवाना-गणतंत्र की मतदाताओं में अच्छी खासी पैठ रही है..इस बार के विधानसभा-चुनाव में अधिकांश रूप से कहे या ज्यादा-तादात में ये वोट कांग्रेस की ओर ट्रांसफर हो गए हैं..ये काफी अचरज वाली बात है, की अचानक से ये वोट कांग्रेस की तरफ कैसे पलट गए-? चुनावी-विश्लेषक व ओपिनियन-पोल की माने तो कोटा-विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी अटल श्रीवास्तव की जीत सुनिश्चित हो चुकी है..2018 के विधानसभा चुनाव की अपेक्षा जहा कांग्रेस तीसरे स्थान पर थी..2023 में पहले नंबर पर आती दिखाई दे रही है जोगी कांग्रेस की उम्मीदवार डॉ. रेणु जोगी इस बार दूसरे नंबर पर जूझती दिखाई पड़ रही है..वही पिछली बार दूसरे नंबर पर रहने वाली बीजेपी तीसरे नंबर पर आती दिखाई दे रही है..शुरूवाती चुनावी दौर में जहा एक ओर चुनाव कांग्रेस बनाम बीजेपी के कद्दावर नेताओ के बीच कड़े मुकाबले होने का दिखाई पड़ रहा था, मतदान के समय आते-आते कांग्रेस बनाम जोगी-कांग्रेस होकर रह गई..खबर का ये पूरा विश्लेषण चुनावी-विश्लेषकों-पत्रकारो सहित इलाके के मतदाताओं से मिले फीडबैक के आधार पर “हरितछत्तीसगढ़ ने तैयार कर आप पाठकों के बीच प्रस्तुत किया गया है..राजनीति व क्रिकेट एक प्रकार से संभावनाओ का खेल है..कुछ भी हो सकता है..असली नतीजे 03-को ही घोषित किए जाएंगे।*