महाशिवरात्रि की तैयारी में सजा बाबा भोलेनाथ का सतिघाट, 40 साल पूर्व में जलाया गया घुनी आज भी प्रज्जलित ।
महाशिवरात्रि की तैयारी में सजा बाबा भोलेनाथ का सतिघाट, 40 साल पूर्व में जलाया गया घुनी आज भी प्रज्जलित ।
गोल्डी साहू कोतबा – प्रति वर्ष की तरह इस वर्ष भी घर्मनगरी में महाशिवरात्रि का पावन पर्व मनाने की तैयारी पूरी हो गई हैं। कोतबा सतिघाट में कई वर्ष से भगवान शिव का पूजा अर्चना व जलाभिषेक होता आ रहा है । यहां लोगो का आस्त भी है की मनोकामना पुर्ण होती है । मंदिर के पुजारी व शिव भक्त धिरज शर्मा ने बताया कि यहाँ मंदिर का स्थापना 1984 में गुप्तेश्वर महादेव के रूप में किया गया था। लोगो की आस्त ओर भगवान शिव के ऊपर अटूट विश्वास है कि सतिघाट स्तिथ गुप्तेश्वर महादेव में जलाभिषेक करने से लोगो हर मनोकामना पूर्ण होती है ।
40 साल से प्रज्वलित घुनी के दर्शन मात्र से सभी प्रकार के कष्ट होते है दूर
मंदिर के पुजारी व घुनी को प्रज्वलित करने वाले सुदामा महराज जी ने बताया कि यहाँ गुप्तेश्वर महादेव के स्थापना के बाद भी लोगो के कष्ट को दूर करने के लिए घुनी जलाई गई थी जो आज भी प्रज्वलित है जो भी भक्त इसके दर्शन करता है उसके सारे कष्ट दूर हो जाते है यहा काफी दूर दूर लोग दर्शन करने आते है ।
सुंदर कांड के बाद निकलेगी बाबा की बारात।
भस्म आरती के साथ बाबा का किया जाए गा जलाभिषेक । जलाभिषेक होने के बाद रुद्राभिषेक किया जाए गा जिसमे शिव भक्त होंगे शामिल। जिसके बाद रामचरित मानस का पाठ भी होगा जिसके बाद बाबा की बारात श्याम मंदिर से निकाली कर सतिघाट ले जाये जाएगा । जिसके बाद शाम 7 बजे घाट में दीपदान कर बाबा का श्रृंगार किया जाए गा । हजारों शिवभक्त बाबा की आरती कर फूलो की होली व आतिशबाजी करेगे । सभी भक्तों के लिए महा प्रसाद व भंडारा वितरण किया जाए गा।