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Kota-Updete:-विकसित-भारत की परिकल्पना के बीच यात्री-ट्रेने रद्द….कोयले से भरी मालगाड़ीया बुलेट-ट्रेन की गति से दिन-रात पटरियों पर भागमभाग-मचाए हुए हैं।-

Kota-Updete:-विकसित-भारत की परिकल्पना के बीच यात्री-ट्रेने रद्द….कोयले से भरी मालगाड़ीया बुलेट-ट्रेन की गति से दिन-रात पटरियों पर भागमभाग-मचाए हुए हैं।-

 

दुर्ग-भोपाल अमरकंटक-एक्सप्रेस, बिलासपुर-भोपाल, उत्कल-पूरी-ऋषिकेश एक्सप्रेस का ठहराव अब तक करगीरोड-रेलवे स्टेशन में नही।

 

 

*विधानसभा-चुनाव-2023 के बहिष्कार की तरह लोकसभा-चुनाव-2024 के बहिष्कार के साथ अगले रविवार से नगर-संघर्ष-समिति-समिति करेगी पैदल मार्च।*

 

 

*प्रदेश में डबल-इंजन की सरकार के बावजूद करगीरोड-रेलवे स्टेशन सहित छोटे स्टेशनों में अभी भी पैसेंजर-एक्सप्रेस-ट्रेनों का ठहराव सुनिश्चित नही।*

 

 

*ट्रेनों के ठहराव को लेकर 14-सितंबर-2021 को नगर-संघर्ष समिति-कोटा ने करगीरोड-रेलवे-स्टेशन से रेल-आंदोलन की थी शुरुआत।*

 

 

*दिनांक:-11/03/2024*

 

*मोहम्मद जावेद खान हरित छत्तीसगढ़।।*

 

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*करगीरोड-कोटा:-लोकसभा चुनाव-2024 की आहट के बीच रेलवे-विभाग की अमृतकाल में अमृत वर्षा जारी है..यात्री ट्रेने रद्द और कोयले से भरी मालगाड़ियां रेल की पटरियों पर बुलेट ट्रेन की गति से दौड़कर विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने में दिन रात लगी हुई है, कोविड कॉल से पूर्व एक समय यात्री ट्रेन सरपट दौड़ती थी, मालगाड़ी चलती थी..आज के अमृतकाल मे कोयले से भरी मालगाड़ीया शेषनाग-वासुकी-एनाकोंडा-लांगहॉल बनकर सरपट भाग रही है यात्री ट्रेने रेंग रही है..यात्री ट्रेन हर हफ्ते बड़ी संख्या में कैंसिल की जा रही है..कोयले से भरी मालगाड़ीया नही कोयले से भरी मालगाड़ीया अगर रद्द हो गई तो विकसित-भारत की परिकल्पना कही पुनः से विकासशील होकर रह जायेगी।*

 

*अमरकंटक-उत्कल-बिलासपुर-भोपाल का ठहराव अब तक नही नगर-संघर्ष-समिति-समिति पुनः से आंदोलन की राह पर:—-*

 

*नगर-संघर्ष-समिति द्वारा करगीरोड-रेलवे स्टेशन में पुराने सभी ट्रेनों के पुनः से ठहराव को लेकर लगातार आंदोलनरत रही..जिसके बाद से वर्तमान में कटनी मेमू, बिलासपुर शहडोल डेमू, रीवा-एक्सप्रेस, इंदौर-बिलासपुर, दुर्ग-अंबिकापुर, सारनाथ-एक्सप्रेस, चिरमिरी-बिलासपुर-एक्सप्रेस-एक्सप्रेस-ट्रेनों का ठहराव जारी है..सभी ट्रेनों के पुनः से ठहराव को लेकर 2023-के विधानसभा-चुनाव बहिष्कार के स्लोगन के साथ हर रविवार को रेलवे स्टेशन से जय-स्तंभ नाका-चौंक तक नगर-संघर्ष समिति द्वारा पैदल मार्च निकाला जाता था..जिसमे की भारी संख्या में नगरवासी शामिल होते थे..पर वर्तमान में दुर्ग-भोपाल अमरकंटक-एक्सप्रेस, बिलासपुर-भोपाल उत्कल-पूरी-ऋषिकेश एक्सप्रेस का ठहराव का अब तक सुनिश्चित नही हो पाया जिसको लेकर नगर संघर्ष समिति द्वारा एक बार पुनः से शासन-प्रशासन सहित रेलवे विभाग के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए लोकसभा चुनाव-2024 के पूर्ण बहिष्कार के स्लोगन के साथ हर रविवार को लोकतांत्रिक तरीके से पैदल-मार्च निकालने की तैयारी कर रहा है..प्रदेश में डबल इंजन की सरकार सहित बिलासपुर सांसद रहे प्रदेश के वर्तमान डिप्टी सीएम अरुण साव का गृह-जिला होने से आमजनों में पुराने ट्रेनों के ठहराव को लेकर काफी उम्मीदें थी।*

 

*14-सितंबर 2021-नगर-संघर्ष-समिति-कोटा ने करगीरोड रेलवे-स्टेशन में रेल-आंदोलन की थी शुरुआत:–*

*एक्सप्रेस-पैसेंजर ट्रेनों के ठहराव को लेकर 14-सितंबर 2021 को नगर-संघर्ष समिति-कोटा ने करगीरोड-रेलवे-स्टेशन से ही रेल-आंदोलन की थी शुरुआत..नगर संघर्ष-समिति कोटा के शुरुआती-सांकेतिक-धरना-प्रदर्शन के बाद रेल-रोको आंदोलन करने के बाद से पूरे प्रदेश में रेल को लेकर आंदोलन की चिंगारी सुलग गई थी..यही नही नगर संघर्ष-समिति के आंदोलन की चिंगारी पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश के चंदिया-उमरिया तक पहुंच चुकी थी..जिसके बाद कोरोना-काल के बाद बंद हुए सभी ट्रेनों के स्टॉपेज के लिए हर छोटे-बड़े स्टेशनों में आंदोलन शुरू हो चुका था.. नगर-संघर्ष-समिति कोटा के ट्रेनों के स्टॉपेज के लिए हुए आंदोलन में सभी राजनीतिक-दलों से जुड़े महिला-पुरुष जनप्रतिनिधि-अधिवक्ता-संघ प्रेस-क्लब कोटा के सभी पत्रकार-गण, कोटा नगर के बुद्धिजीवी वर्ग, ऑटो-रिक्शा चालक संघ, मजदूर संघ, सामाजिक-कार्यकर्ता, समाज-प्रमुख सहित कोटा से लगे आसपास के ग्रामीण इलाकों के विभिन्न-संघटन के आमजन आंदोलन में शामिल हुआ था।*

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