
बरमकेला, छत्तीसगढ़। प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय, ने बरमकेला नगर स्थित अघरिया भवन में एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम में शिरकत की। अखिल भारतीय अघरिया समाज क्षेत्र बरमकेला के पदाधिकारियों ने उनका भव्य स्वागत किया।इस अवसर पर श्रीमती कौशल्या साय ने जातिगत भेदभाव पर अपनी चिंता व्यक्त करते हुए एक सशक्त संदेश दिया।

उन्होंने कहा कि “आज भी हमारा हिंदू समाज जातिगत भेदभाव में बंटा हुआ है। हमारी पहचान किसी जाति विशेष से नहीं, बल्कि सनातन धर्म से होनी चाहिए।” उनके इस विचार को समाज के लिए प्रेरणास्रोत माना जा रहा है, जो एकजुटता और धार्मिक पहचान पर बल देता है।

श्रीमती साय ने अघरिया समाज के कार्यकर्ताओं द्वारा लगाए गए “श्री कन्हैया जय अघरिया” के जयकारे पर अपनी प्रसन्नता व्यक्त की और समाज की निरंतर प्रगति के लिए भगवान श्री राधे कृष्ण जी से कामना की।अघरिया समाज क्षेत्र बरमकेला के पूर्व अध्यक्ष द्वय श्री विशेश्वर नायक और श्री राजकुमार नायक, पूर्व केन्द्रीय उपाध्यक्ष श्री रामकुमार नायक, अध्यक्ष श्री चन्द्रशेखर पटेल, कोषाध्यक्ष श्री राजकुमार पटेल, चूड़ामणि पटेल सहित अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों ने श्रीमती साय का स्वागत-सम्मान किया।
