
पत्थलगांव। प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी ग्राम पंचायत पुसरा के अंबाधार में सार्वजनिक गणेश पूजा समिति 2025 द्वारा नाटक प्रतियोगिता का भव्य आयोजन किया गया।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जिला पंचायत जशपुर के यशस्वी अध्यक्ष श्री सालिक साय एवं पूर्व भाजपा जिला अध्यक्ष श्री सुनील गुप्ता उपस्थित रहे।मुख्य अतिथि श्री सालिक साय ने अपने संबोधन में कहा कि गांवों में इस तरह के सांस्कृतिक आयोजन समाज को एकजुट करने का माध्यम हैं।

ऐसे आयोजनों से युवाओं की प्रतिभा को प्रोत्साहन मिलता है और परंपराओं के प्रति सम्मान की भावना मजबूत होती है।

उन्होंने समिति के सभी सदस्यों और ग्रामीणों को सफल आयोजन के लिए बधाई दी तथा इस परंपरा को आगे भी बनाए रखने का आह्वान किया।इस अवसर पर सरपंच सुनीता बाई, उप सरपंच बालेश्वर चक्रेश, समिति के सभी सदस्यगण एवं बड़ी संख्या में ग्रामवासी उपस्थित रहे।

कार्यक्रम के दौरान मंच पर प्रस्तुत नाटकों में प्रतिभागियों ने सामाजिक संदेशों और सांस्कृतिक झलकियों के माध्यम से दर्शकों का मन मोह लिया। आयोजन समिति ने विजेताओं को आकर्षक नगद पुरस्कारों से सम्मानित किया।

नाटक प्रतियोगिता के प्रथम पुरस्कार 41,151/-द्वितीय पुरस्कार 31,151/- रखे गए थे।ग्रामवासियों ने इस आयोजन को एकता, संस्कृति और भक्ति का संगम बताते हुए समिति के प्रयासों की सराहना की।आयोजन समिति में अध्यक्ष बीरबल राम,उपाध्यक्ष परबल राम,सचिव घनश्याम साय,कोषाध्यक्ष परमेश्वर चक्रेश,सह कोषध्यक शिलांद्रा राम,सह सचिव आनंद राम, वरिष्ठ कार्यकर्ता-मालू साय, विश्वनाथ, रामसिकन्दर राम, लोहर साय, जयशंकर राम, राजेंद्र चौहान, बीसी राम,अजर साय, रामप्रसाद साय, मुना चौहान, मानकेश्वर साय,व्यवस्थापक विजय कुमार, गनेश्वर साय, जयकुमार राम धर्मेन्द्र राम, सलीम राम, डायमंड साय,तरणीचरण साय, दुष्यंत, गोस्वामी साय,युवा कार्यकरणी सदस्य समत, उमाशंकर, परेश्वर, तीजू, रामदेव साय, रोहित, कुशल, कौशल,दीनानाथ, दीपक कुमार, बुधनाथ, परमानंद, योगेश्वर, दिलेश्वर, पंकज, अतुल, तुलसी, खगेश्वर, देवाशिस,जगनाथ, नंदकिशोर, व राजकिशोर, शिवानंद, हरिश विवेक, अमित, अंकित, मिलन, गोलू, विनय, करण,डेविड, खेतेश्वर, यज्ञ, कार्तिक, पुरंदर भजवंत, मायक, संदीप, प्रदीप, विशाल,कार्य करणी सदस्य-समरत, हीराधर, आनंद, मानेश्वर, परमानंद, गुठाला, बिलंदर, मानबोध मसिल, रामेश्वर उमेश, नरेश a, महेश, लीलंबर, नरेश, b, धरम, राजेन्द्र, अनुप, अर्जुन, सीखन, लिखन, मंगरू शामिल थे

