Chhattisgarh

Kota-Updete:-नगर पंचायत के अंदर निर्माण-कार्य को लेकर विरोध….भविष्य में व्यवसायिक-परिसर बनने से नगर-पंचायत के राजस्व-बढ़ने की संभावना।

Kota-Updete:-नगर पंचायत के अंदर निर्माण-कार्य को लेकर विरोध….भविष्य में व्यवसायिक-परिसर बनने से नगर-पंचायत के राजस्व-बढ़ने की संभावना।

जनहित के बाकी कार्यो को छोड़कर कोटा-नगर पंचायत के प्रांगण में निर्माण कार्य को लेकर जल्दबाजी में वार्ड पार्षद-?

मुख्य नगर पंचायत अधिकारी एस एस खूंटे ने निर्माण कार्य वाली जगह की पुनः से समीक्षा करने की बात कही।

वाटर एटीएम वाली जगह पर निर्माण कार्य हो नगर पंचायत प्रांगण की अपेक्षा:-देवेंद्र कश्यप नगर कांग्रेस अध्यक्ष।

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दिनांक:-01/12/2023

मोहम्मद जावेद खान हरित छत्तीसगढ़।


करगीरोड-कोटा:-नगर-पंचायत-कार्यालय कोटा प्रांगड़ में आचार-संहिता से पूर्व कोटा-नगर पंचायत 15-वार्डो के जन-प्रतिनिधियों की उपस्थिति में परिषद ने जनहित के कार्य मसलन पोस्ट-ऑफिस-मुख्यमंत्री धन्वंतरि-योजना के तहत निर्माण-कार्य पारित किया गया..जिसका की नगर-पंचायत कार्यालय के ठीक मेन गेट के दाए ओर ले-आउट कर चुना भी डाला दिया गया है..शायद इसके कुछ दिनों बाद यहा पर निर्माण कार्य भी शुरू हो जाए पर सवाल यहा पर ये उठता है,की नगर-पंचायत कोटा के कुछ वार्ड-पार्षदो को जनहित के कार्यो में प्रमुख रूप से आने वाले कार्य आवास-पट्टा वितरण-नल जल-योजना, राशन कार्ड-पेंशन जैसे कार्य दिखाई नही देते-?कोटा नगर के वार्डो में लंबित पड़े हुए कार्य जल्द से जल्द हो इस पर किसी वार्ड पार्षद का ध्यान नही-? पोस्ट-ऑफिस सहित मुख्यमंत्री-धन्वंतरि योजना के तहत सस्ती-जेनरिक दवाई दुकान को लेकर निर्माण कार्य होना बताया जा रहा है।


सूत्रों के हवाले से 09-लाख का जहा तक निर्माण कार्य का बजट है..और ये निर्माण-कार्य एक वार्ड-पार्षद के माध्यम से होना बताया जा रहा है..एक वार्ड-पार्षद द्वारा जनहित का हवाला देकर निर्माण-कार्य को लेकर इतनी हड़बड़ाहट समझ से परे है-? जिस वक्त बस स्टैंड में पोस्ट-ऑफिस कार्यालय की जर्जर दुर्दशा थी-? उस वक्त किसी-जनप्रतिनिधियों को ख्याल नही आया-? पोस्ट-ऑफिस के चले जाने के बाद विरोध की लाठी जोर जोर से पीटा गया-? धन्वंतरि-योजना का लाभ मध्यमवर्गीय परिवार को पूरी तरह से मिले जिसके लिए कोटा-नगर पंचायत कार्यालय या हॉस्पिटल के पास खोलने के बजाए बस स्टैंड के जर्जर-बिल्डिंग में शिफ्ट कर दिया गया-?उस वक्त जनहित के कार्यो का ख्याल जनप्रतिनिधियों को नही आया-? क्या कोई प्रायवेट-मेडीकल स्टोर के संचालक का दबाव था या व्यवहार निभाया जा रहा था-?आज अचानक से स्वहित के फायदे वाले जनहित के कार्य जनप्रतिनिधि को याद आ गए-?


कायदे से तो नगर पंचायत-कार्यालय के मेन गेट से लगे पुराने नगर-पंचायत-कार्यालय को डिस्मेंटल करके व्यवसायिक परिसर का निर्माण कार्य कराया जा सकता है..नगरीय-प्रशासन विभाग के माध्यम से इससे नगर-पंचायत कोटा की राजस्व भी बढ़ेगी..नगर पंचायत के मेन गेट के दाहिने साइड वाटर एटीएम जो जगह घेरकर रखा हुआ..पिछले कई वर्षो से गर्मी का महीना निकल गया उसमे से एक बूंद पानी नसीब नही हुआ प्यासों को..नगर पंचायत-अधिकारी वर्तमान में बेजा-कब्जा हटाने का कार्य जोर शोर से कर रहे हैं..मुख्य नगर-पंचायत-अधिकारी व जागरूक-जनप्रतिनिधियों को सबसे पहले वाटर-एटीएम सहित अगल-बगल के बेजा-कब्जे को हटवाकर मुख्यमंत्री-धन्वंतरि-योजना के तहत सस्ती दवाइयां का लाभ आमजनों को मिल सके इसके प्रयास करना चाहिए..पोस्ट आफिस के लिए वैकल्पिक व्यवस्था वार्ड नं 06-में स्थित एक सामुदायिक भवन में शिफ्ट कर देना चाहिए या फिर सामुदायिक भवन में किसी कोई परेशानी या नेतागिरी हावी है-? ये भी विचारणीय है वर्तमान में कोटा नगर पंचायत में बीजेपी का दबदबा कायम है प्रदेश में सरकार कांग्रेस की है पर विपक्षी-कांग्रेस के नेताओ सहित चुने गए जनप्रतिनिधि गलत कार्यो का विरोध करने के बजाए व्यवहार निभाने का कार्य कर रहे हैं..03-दिसंबर को विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद कोटा विधानसभा सहित कोटा-नगर पंचायत की दशा-व-दिशा बदलने के आसार दिखाई देने की अटल संभावना जताई जा रही है।


वही इस मामले में “हरित छत्तीसगढ़” ने मुख्य-नगर पंचायत अधिकारी एस.एस. खूंटे से बात की जिस पर सीएमओ ने बताया कि ले-आउट वाली जगह में निर्माण-कार्य को लेकर एक बार पुनः से समीक्षा की जा रही है, फिलहाल अभी निर्माण कार्य को रोक दिया गया है।

इस पूरे मामले में नगर कांग्रेस अध्यक्ष व पूर्व वार्ड-पार्षद देवेंद्र कश्यप ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है..की नगर-पंचायत कार्यालय के प्रांगण के अंदर निर्माण-कार्य की जगह वाटर एटीएम-वाली जगह पर निर्माण कराया जाना चाहिए भविष्य को देखते हुए प्रांगण के अंदर व बाहर व्यावसायिक परिसर का निर्माण कराया जाना उचित होगा..वर्तमान नगर पंचायत अधिकारी को पूरा प्रपोजल बनाकर नगरीय प्रशासन विभाग को भेजना चाहिए जिसमे की मुख्यमंत्री धन्वंतरी-योजना के तहत मेडिकल स्टोर व पोस्ट ऑफिस भी शामिल हो साथ ही कोटा-नगर के युवा व्यपारियो को भी परिसर में दुकानें मिलने से रोजगार के साधन बढ़ेंगे।

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