
पत्थलगांव। दीपावली खुशियों और प्रकाश का प्रतीक त्योहार है। इस दिन संपूर्ण देश दीपमालाओं से जगमगा उठता है। हमारे प्राचीन ग्रंथ अथर्ववेद में भी उल्लेख है कि जल, अन्न, सुख और वस्त्र देने वाली पृथ्वी माता को दीपावली के दिन मां भगवती के रूप में पूजित किया जाता है। मां अनादि शक्ति को उजाले और उल्लास से परिपूर्ण करने की क्षमता रखने वाली इस परंपरा का अनुपालन औघड़ बाबा आश्रम, शेखरपुर में बड़े ही श्रद्धा, उल्लास और औघड़ परंपरा के अनुरूप किया गया।

औघड़ बाबा आश्रम के संचालक संतोष बाबा के निर्देशन में आयोजित इस दीपोत्सव की छटा अद्भुत और मनमोहक नजर आई। सैकड़ों दीपों की लौ से आलोकित परिसर में भक्तों ने मां महाकाली, भगवान गणेश, माता लक्ष्मी, सरस्वती, कुबेर और भगवान विष्णु की विधिवत पूजा-अर्चना की। प्रदोष काल में किए गए इस पूजन से संपूर्ण वातावरण भक्तिमय बन गया।इस पावन अवसर पर क्षेत्र के अनेक शिक्षाविद, जनप्रतिनिधि, उद्योगपति, व्यवसायी, और ग्रामीण भक्तजन बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

सभी ने इस दिव्य आयोजन का हिस्सा बनकर अपनी श्रद्धा व्यक्त की और मां महाकाली से सुख-समृद्धि की कामना की।कार्यक्रम के उपरांत औघड़ आश्रम स्थित महाकाली मंदिर शेखरपुर द्वारा उपस्थित समस्त श्रद्धालुओं के बीच महाप्रसाद वितरण किया गया।

महाप्रसाद पाकर भक्तों ने आत्मिक आनंद की अनुभूति की और आयोजन की सराहना की।दीपों से आलोकित औघड़ आश्रम का यह दीपोत्सव न केवल धार्मिक श्रद्धा का प्रतीक बना, बल्कि इसने सामाजिक एकता, भक्ति और पारंपरिक संस्कृति का भी सुंदर संदेश दिया।

