कोतबा की बेटी विमला कुजूर को चेन्नई के लिए ऐतिहासिक विदाई, पूरा गांव उमड़ा गर्व से

कोतबा। कोतबा की धरती आज गर्व से झूम उठी जब गांव की बेटी विमला कुजूर को चेन्नई रवाना किया गया। विमला राष्ट्रीय मास्टर एथलेटिक्स प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन कर अब एशियन मास्टर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में देश का प्रतिनिधित्व करेंगी। इस ऐतिहासिक अवसर पर सरस्वती शिशु मंदिर परिसर में आयोजित विदाई समारोह में जनसैलाब उमड़ पड़ा।

समारोह में महिला मोर्चा मंडल अध्यक्ष सकीला कंवर, पार्षद सुदर्शन पटेल, पार्षद सुमन पैंकरा, पूर्व पार्षद हूलासो पैंकरा, सुरेश कुमार अग्रवाल (अध्यक्ष, सरस्वती शिशु मंदिर), श्याम सुंदर द्विवेदी (प्राचार्य), पूर्व पार्षद गोविंद साहू, महेश अग्रवाल, रामा गुप्ता, लालचंद अग्रवाल (सचिव) समेत स्कूल स्टाफ, छात्र-छात्राएं और पूरे गांव के लोग मौजूद रहे।विमला के सम्मान में गांव के लोगों ने ढोल-नगाड़े, बैंड-बाजे और फूल-मालाओं से स्वागत किया। घर से लेकर बस स्टैंड तक लोगों की भीड़ ने उन्हें घेर लिया हर चेहरा गर्व से दमक रहा था। बच्चे, युवा और बुजुर्ग सभी जय हो कोतबा की बेटी की के नारे लगाते हुए उनके साथ पैदल चले।

सकीला कंवर ने कहा विमला ने न सिर्फ कोतबा बल्कि पूरे जशपुर का नाम ऊँचा किया है। हम सबकी प्रार्थना है कि वह स्वर्ण पदक जीतकर लौटे,विमला कुजूर की यह यात्रा आसान नहीं रही। एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के रूप में जिम्मेदारियों के बीच भी उन्होंने अपने खेल के जुनून को जीवित रखा। 24 साल बाद ट्रैक पर लौटकर उन्होंने अपने जज़्बे से सबको प्रेरित किया। अब वे 5 से 9 नवंबर तक चेन्नई में होने वाली 23वीं एशियन मास्टर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में हिस्सा लेंगी।विमला ने कहा कि यह सम्मान मेरे लिए प्रेरणा है। मैं पूरी कोशिश करूँगी कि अपने गांव और जिले का नाम रोशन करूँ।
पूरे गांव से मिले प्यार और आशीर्वाद ने विमला का हौसला और भी बुलंद कर दिया है। अब कोतबा की यह बेटी चेन्नई के मैदान में देश का परचम लहराने को तैयार है।

