
3-महीने के अंदर बनेगा नवीन स्कूल भवन एसडीएम कोटा नितिन तिवारी ने जन प्रतिनिधियों से फोन पर बात कर किया आश्वस्त।
2025-26 के बजट में पीएमश्री-स्कूल के लिए 277-करोड़ रुपए स्कूलों के निर्माण के लिए 30-करोड़ रुपए।
दिनांक:-04/11/2025**मोहम्मद जावेद खान हरित छत्तीसगढ।।**करगीरोड-कोटा:-प्रदेश में नई शराब दुकानो की स्वीकृति देते हुए प्रदेश सरकार ने मदिरा प्रेमियों को जिस प्रकार से उपहार देकर अपने सु-शासन का लोहा मनवाया है..तारीफे काबिल है..प्रदेश में देशी-विदेशी शराब के कोई भी ब्रांड की कमी नहीं होनी चाहिए..

भले ही हुए शिक्षा का मंदिर कहे जाने वाले शासकीय स्कूल बंद हो जाए..जर्जर हो जाए.. ढह जाए चलेगा आखिरकार सरकार ने मुआवजा देने का भी तो प्रावधान रखा है..? आकस्मिक दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल होने से लेकर प्रयागराज पहुंचाने तक पूरा विभाग सहित विभागीय-मातहत लामबंद हो जाएंगे… सफेदपोश लालबत्तियों में चलने वाले के हाथों से लाखों का चेक भी देने का इंतजाम है..?

किसी दुर्घटना या दुर्घटना में मौत होने के बाद लाखों रुपए का मुआवजा देने वाली सरकारे उन्हीं लाखों रुपए से जर्जर स्कूल भवन की रिपेयरिंग या फिर नवीन भवन क्यों नहीं बना सकती है..? पढ़ेगा छत्तीसगढ तो रोजगार मांगेगा.. पियेगा छत्तीसगढ तो जमीन में पड़ा रहेगा।

2025-26 के बजट में पीएमश्री के लिए 277 करोड़ रुपए स्कूलों के निर्माण के लिए 30 करोड़ रुपए:–
पूरे प्रदेश में युक्तियुक्त करण के बाद शिक्षक इधर से उधर हुए हजारों स्कूल युक्ति- युक्तकरण के बाद से बंद कर दिए गए..?
जानकारी के अनुसार 2025-26 के छत्तीसगढ़ बजट में शिक्षा क्षेत्र के लिए कोई एक विशेष राशि घोषित नहीं की गई लेकिन पीएमश्री स्कूल योजना के लिए 277 करोड़ रुपए स्कूलों के निर्माण के लिए 30 करोड़ रुपए राष्ट्रीय जंबूरी के आयोजन के लिए 10-करोड़ रुपये आवंटित किए गए है, पर लगता है..ये सभी घोषणाएं सरकारी फाइलों में धूल खा रही हैं..?

इन भारी भरकम घोषणाओं को आईना दिखाता कोटा विकासखंड का ग्राम पंचायत मोहदा का शासकीय माध्यमिक विद्यालय भवन जो कि पिछले 07/08 साल से जर्जर हालत में है.. मोहदा के शासकीय माध्यमिक स्कूल जहा प्रधान पाठक के बैठने की जगह पर देश का भविष्य कहलाने वाले स्कूली बच्चे पढ़ाई कर रहे है..?

जमीनों पर बैठकर पढाई कर रहा हैं.?
इससे पहले हरित छत्तीसगढ ने जर्जर स्कूल भवन को लेकर प्रमुखता से खबर ब्रेक किया था जिसमें की शाला प्रबंधन समिति की बैठक में पंचायत के सरपंच/पंच के साथ नवनिर्वाचित जनपद सदस्य अरविंद जयसवाल सहित ग्राम वासियों ने नवीन भवन की मांग को लेकर एक प्रस्ताव पारित कर सोमवार 03-नवंबर से स्कूल में ताला जड़ने की बात कही..और सोमवार को स्कूल खुलते ही स्कूली बच्चों उनके पालकों की उपस्थिति में स्कूल में ताला जड़ दिया।
मध्याह्न भोजन करने नहीं…पढ़ने आते हैं:– स्कूली-बच्चे।
सोमवार को स्कूल खुलते ही देश का भविष्य कहलाने वाले माध्यमिक विद्यालय के स्कूली बच्चों ने शिक्षा के प्रति जागरूकता का परिचय देते हुए कहा कि “हम स्कूल पढ़ने आते हैं..मध्याह्न भोजन करने नहीं” ये छोटी बात नहीं..?
खबर ब्रेक होने के बाद आनन-फानन में नवपदस्थ विकासखंड शिक्षा अधिकारी कोटा सहित नायब तहसीलदार रतनपुर एसडीओ(RES) के साथ स्कूल पहुंचकर जर्जर-भवन का जायजा लिया..स्कूलों बच्चों-ग्रामवासियों सहित जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में 20 लाख के नवीन भवन का इस्टीमेट बनाकर जिला-शिक्षा अधिकारी के माध्यम से जिला-कलेक्टर को भेजने सहित तीन माह के अंदर नवीन स्कूल भवन बनाने की बात कही..वही एसडीएम कोटा नितिन तिवारी ने भी जनप्रतिनिधियों को फोन पर बात कर नवीन स्कूल भवन बनाने के लिए आश्वस्त किया।
तीन माह का अल्टीमेटम:--तीन माह के अंदर नवीन स्कूल भवन बनाने के बीईओ कोटा सहित नायब तहसीलदार रतनपुर के लिखित आश्वाशन के बाद स्कूली बच्चों के पालकों ग्रामवासियों सहित जनप्रतिनिधियों ने विरोध प्रदर्शन बंद करते हुए मौजूद विभागीय अधिकारियों को आश्वस्त करते हुए कहा कि तीन माह के अंदर अगर नवीन स्कूल भवन बनाने में देरी हुई…तो समस्त ग्रामवासियों व जनप्रतिनिधियों के द्वारा ब्लाक स्तरीय धरना प्रदर्शन किया जाएगा।

