
40-हजार नगद सहित 30-हजार का मोबाइल लेकर लेबर हुए फरार…खोजते-खोजते कोटा पहुंचा ठेकेदार।-
कटनी-मध्यप्रदेश निवासी बद्रीप्रसाद साहू अपने एक साथी के साथ लेबर लेने उस्लापुर ओवरब्रिज इलाके में पहुंचा था।
पीड़ित के मुताबिक रेलवे जीआरपी ने आवेदन लेने से किया इंकार..मामला जीआरपी का कहकर थाने से बैरंग भी लौटा दिया गया पीड़ित को।
*दिनांक:-11/11/2025**मोहम्मद जावेद खान हरित छत्तीसगढ।।

कोटा/बिलासपुर:-कटनी के ठेकेदार को छत्तीसगढ के लेबरो ने लगाया चुना..?
40-हजार नगद सहित 30-हजार का मोबाइल लेकर हुए फरार लेबरों को खोजते खोजते कोटा पहुंचा कटनी का ठेकेदार..?

मध्यप्रदेश के कटनी का रहने वाला बद्रीप्रसाद साहू के मुताबिक अपने एक साथी के साथ सोमवार को इन्दौर बिलासपुर नर्मदा एक्सप्रेस से उस्लापुर रेलवे स्टेशन में करीब दोपहर 03/बजे उतरकर उस्लापुर ओवरब्रिज इलाके में पहुंचा जहां पर काम के सिलसिले से कुछ लेबरों से उसकी बात हुई..जिसमें मौजूद लेबरों ने काम के सिलसिले को लेकर कुछ और लेबरों से बात हुई..

जिसके बाद वहां मौजूद लेबरों ने कटनी के ठेकेदार बद्री प्रसाद साहू को कहा कि जहां वो पहले वाली जगह में काम कर रहे हैं..वहां उन्हें 40 हजार रुपए कर्ज का देना है..आप अगर दे दोगे तो हम और बाकी लेबर आपके साथ चले चलेंगे..जिसके बाद बद्री प्रसाद साहू ने ब्रिज के पास स्थित एटीएम मशीन से चालीस हजार रुपए निकलकर नगद दे दिया वही उक्त लेबरों ने बद्री प्रसाद साहू के दूसरे साथी से किसी से फोन लगाने की बात कहते हुए फोन पर बात करते करते मोटरसाइकिल से सकरी की तरफ भाग खड़े हुए जिसके बाद उक्त ठेकेदार व उसके साथी ने आसपास खोजा..पर वो लेबर नहीं मिले चूंकि उक्त मोबाइल में लोकेशन ऑन था..उस मोबाइल का आखिरी लोकेशन कोटा के मुखी विहार दिखाई पड़ा उसके बाद फोन बंद हो गया।

रेलवे-जीआरपी ने पीड़ित की शिकायत दर्ज नहीं की भेजा पुलिस थाने:–
लुट का शिकार हुए कटनी निवासी बद्री प्रसाद साहू व उसके साथी के मुताबिक उक्त घटना की शिकायत आवेदन उस्लापुर रेलवे जीआरपी ने लेने से इंकार कर दिया..जिसके बाद पीड़ित सकरी थाना पहुंचे.. मोबाइल का लोकेशन कोटा बताने पर सकरी थाने से पीड़ित को कोटा थाने जाने को कहा गया है..जिसके बाद पीड़ित सकरी से ऑटो करके कोटा थाने पहुंचे जहां पर कोटा थाने में पीड़ित की शिकायत दर्ज करते हुए उक्त लेबरों के नंबर को ट्रेस भी किया गया लोकेशन के आसपास के इलाकों में पतासाजी भी की गई पर उन सभी का नंबर बंद बताने लगा.. फिलहाल पीड़ितो ने हरितछत्तीसगढ़ को बताया कि वे वापस कटनी लौट रहे हैं..एक दो दिनों में पुनः से वापस आकर पूरे मामले में एफआईआर दर्ज कराए जाने की बात कही गई है।

