उत्कृष्ट प्रबंधन और कर्मचारियों के सकारात्मक व्यवहार से धान विक्रय प्रक्रिया बनी सरल एवं पारदर्शी
रायपुर,

इस वर्ष खरीफ विपणन सत्र में जगदलपुर विकासखंड के जमावाड़ा धान उपार्जन केंद्र ने अपने सुचारू संचालन, उत्कृष्ट प्रबंधन और सहयोगी कर्मचारियों के व्यवहार से किसानों का विश्वास जीता है। धान विक्रय के लिए पहुंचे किसानों ने न सिर्फ केंद्र की व्यवस्थाओं की सराहना की, बल्कि पूरी खरीदी प्रक्रिया को सरल, तेज और परेशानी-रहित बताते हुए मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के किसान कल्याणकारी प्रयासों के प्रति आभार भी व्यक्त किया।
टोकन से तौल तक हर कदम पर किसानों को मिला सहयोग
केंद्र में धान बेचने आये किसानों लच्छिंदर कश्यप, रामधर नाग और बिहारी लाल ने कर्मचारियों को सहयोगी, संवेदनशील और कार्य के प्रति समर्पित बताया। किसानों के अनुसार कर्मचारियों ने टोकन वितरण, बारदाना उपलब्धता, धान की सटीक तौल, विक्रय पंजीकरण, भुगतान संबंधी प्रक्रिया सभी चरण में किसानों को पूरा सहयोग दिया। जिससे खरीदी प्रक्रिया बहुत सरल हो गयी।
बंदाम के रामधर धान विक्रय के पैसों से बच्चों को दिलाएंगे उच्च शिक्षा
छोटे बंदाम निवासी रामधर नाग ने अपनी 2 एकड़ 80 डिसमिल भूमि से उपजे 58 क्विंटल धान का विक्रय केंद्र में किया। उन्होंने बताया कि 17 नवंबर को टोकन कटवाने के बाद उन्हें समय पर धान बेचने का अवसर मिला। अपने परिवार की बात करते हुए उन्होंने बताया कि उनकी एक बेटी कुम्हरावंड स्थित कृषि महाविद्यालय में बीएससी एग्रीकल्चर की छात्रा है, एक बेटा 11वीं और दूसरा 9वीं कक्षा में पढ़ रहा है। ऐसे में उचित समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की व्यवस्था से ही वे अपने बच्चों को उच्च शिक्षा दिलाने का सपना पूरा कर पा रहे हैं।
बिहारी लाल ने बेचा 82.80 क्विंटल धान
काकरवाड़ा के किसान बिहारी लाल ने अपनी 4 एकड़ 95 डिसमिल भूमि में उत्पादित 82 क्विंटल 80 किलोग्राम धान को केंद्र में विक्रय
किया। उन्होंने भी 17 नवंबर को टोकन प्राप्त किया था और उन्होंने खरीदी प्रक्रिया को पूरी तरह से सुविधाजनक बताया।
जमावाड़ा केंद्र में खरीदी सुचारू, किसानों को समय पर टोकन उपलब्ध
बुधवार को बस्तर जिले में 24 किसानों ने लगभग 1290 क्विंटल धान का विक्रय किया। जमावाड़ा केंद्र में भी लच्छिंदर सहित 5 किसानों ने धान की तौल करवाकर विक्रय पूर्ण किया। किसानों ने केंद्र की पारदर्शी प्रक्रिया, व्यवस्थाओं और प्रशासनिक तत्परता के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस वर्ष धान खरीदी उनके लिए पहले से कहीं अधिक सहज और भरोसेमंद रही है।
धान खरीदी केंद्र प्रभारी ने बताया कि किसान आदिम जाति सेवा सहकारी समिति के माध्यम से आसानी से टोकन कटवा सकते हैं। आने वाले दिनों में खरीदी की रफ्तार और तेज होगी। सभी पंजीकृत किसानों को निर्धारित समय पर टोकन उपलब्ध कराया जाएगा।
