मुख्यधारा से जुड़ने की नई राह
रायपुर,



सुकमा जिले में आत्मसमर्पित माओवादियों को मुख्यधारा से जोड़ने तथा उन्हें शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित करने के उद्देश्य से नक्सल पुनर्वास केंद्र में आवश्यक दस्तावेज तैयार किए जा रहे हैं। पुनर्वास केंद्र में ही आधार कार्ड, जॉब कार्ड, राशन कार्ड एवं अन्य आवश्यक दस्तावेज बनाए जा रहे हैं, जिससे समर्पित माओवादी बिना किसी देरी के सुविधाओं का लाभ प्राप्त कर सकें।
प्रशासन की यह पहल पूरी तरह सिंगल विंडो सिस्टम के रूप में है। संबंधित विभागों के अधिकारी-कर्मचारी प्रतिदिन पुनर्वास केंद्र पहुँचकर प्राप्त आवेदनों का त्वरित निराकरण कर रहे हैं। राजस्व, खाद्य, पंचायत, आदिवासी विकास, पुलिस तथा बैंकिंग से संबंधित कार्यवाही भी केंद्र में ही संपादित की जा रही है, जिससे सभी प्रक्रियाएँ सरल, तेज एवं सुगम बन गई हैं।
प्रशासन की इस पहल से आत्मसमर्पित माओवादियों में नई ऊर्जा और विश्वास का संचार हो रहा है। समर्पित माओवादी कवासी हिड़मा ने कहा कि हम सभी ने हिंसा का रास्ता छोड़ दिया है। सरकार हमें जिस तरह सहयोग कर रही है, उससे विश्वास बढ़ा है कि हमारा भविष्य बेहतर होगा। दस्तावेज मिलने से हमारी बुनियादी जरूरतें पूरी होंगी और हम सामान्य जीवन जी सकेंगे। पदाम पायके ने भी प्रशासनिक प्रयासों की प्रशंसा करते हुए कहा कि अधिकारी स्वयं केंद्र में आकर आवेदनों का समाधान कर रहे हैं तथा जॉब कार्ड, राशन कार्ड और पहचान से जुड़े अन्य दस्तावेज उपलब्ध करा रहे हैं।
शासन-प्रशासन द्वारा पुनर्वास केंद्र जिले के सभी विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देशित किया गया है कि सभी आवेदनों का त्वरित परीक्षण कर आवश्यक दस्तावेज शीघ्र उपलब्ध कराएँ, ताकि समर्पित माओवादी अपने नए जीवन में किसी प्रकार की समस्या का सामना न करें। प्रशासन की यह पहल न केवल समर्पित माओवादियों को मुख्यधारा से जोड़ने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि उन्हें सम्मानजनक और सुरक्षित भविष्य की ओर अग्रसर करने का प्रभावी माध्यम भी साबित हो रही है।
