Kota-Update:- कोटा-नगर की सड़कें गड्ढों में तब्दील..तेज बारिश के बाद सड़कें तालाब में तब्दील हो जाती है।
पानी-निकासी की समस्या..सड़क के अगल-बगल बेजा कब्जे से आवगमन अवरुद्ध..दुर्घटना की संभावना बनी रहती है।
आखरी-सावन सोमवार के दिन कावड़ियो का गुजरेगा काफिला..खस्ताहाल सड़कों से पैदल गुजरेंगे कावड़िया।
*दिनांक:-01/08/2024*
*मोहम्मद जावेद खान हरित छत्तीसगढ।।*
*करगीरोड-कोटा:- लगातार हो रही बारिश से कोटा-नगर की सड़के खस्ताहाल हो चुकी है..मेन रोड से लगे कुछ वार्ड की नालिया जाम होने से नालियों का पूरा पानी मेन रोड की सड़कों पर बहते रहता है..पूरी सड़क गड्ढों में तब्दील हो चुका है पानी निकासी न होने की वजह से बेलगहना रोड में लोगो के घरों का पानी सड़कों पर बह रहा है..बारिश से पूर्व स्वय नगर पंचायत अधिकारी द्वारा जेसीबी लगाकर पानी निकासी के लिए गड्ढा खोदा गया था..पर आगे पक्की नाली निमार्ण कार्य नही हो पाया..या होने नही दिया गया..? कुछ दिनों के बाद गड्ढों को पाट दिया..तबसे बेलगहना वाली पूरी सड़क तालाब में तब्दील हो चुकी है..रोड के अगल बगल दुकाने होने से भारी-वाहन के आवागमन से कई बार ट्रैफिक-जाम की स्तिथि निर्मित हो जाती है।*
*बारिश के बीच मवेशियों का डेरा इस समय सड़को पर चौक चौराहों पर दिखाई देने लगा है..कोटा नगर पंचायत में न ही कांजी हाउस की व्यवस्था है,न ही गौठान की, लोरमी रोड में हाउसिंग-बोर्ड के सामने एक गौशाला की जगह तो है..पर उस जगह पर डेयरी संचालित होने की जानकारी प्राप्त हो रही है..कुछ समय पहले सड़को पर बैठे मवेशियों को देखते हुए कोटा-नगर के गणमान्य नागरिकों-समाजिक संघटनो की बैठक हुई जिसमें लोगों को दुर्घटना से बचाने व पशुओं को दुर्घटना से बचाने के लिए कोरी डैम रोड पर एक जगह पर गौशाला निर्माण कार्य शुरू किया गया पर उक्त जगह ग्राम पंचायत के अंतर्गत आने के कारण विवाद की स्थित्ती निर्मित के बाद उस जगह में फिलहाल निर्माण कार्य बंद कर दिया गया है, इसके लिए गौसेवको द्वारा बकायदा ग्राम पंचायत को विधिवत आवेदन सौंपा गया आपसी समन्वय से आगे कार्य की जाने की बात कही गई है।*
*कोटा-थाना के सामने से लेकर रेलवे स्टेशन तक उसके बाद रेलवे स्टेशन से लेकर कोटेश्वर-मुक्तिधाम तक की सड़क पूरी तरह से गड्ढों में तब्दील हो चुकी है..गड्ढों में बारिश का पानी भर जाने से गड्ढे दिखाई नही देते जिससे कई बार वाहन चालक दुर्घटना का शिकार हो जाते है..नगर में किसी के निधन के बाद उनकी अंतिम यात्रा इन्ही कीचड़ गड्ढों से भरी सड़को से गुजरती है गांधी-सभा भवन से लेकर चंडी माता चौंक तक बारिश का पानी निकासी न होने से पूरी सड़क गड्ढों में तब्दील हो चुकी है..तेज बारिश के बाद सड़के-तालाब में तब्दील हो जाती है, एसबीआई-बैंक के सामने की सड़क सकरी होने से पूरी सड़क तालाब बन जाती है भारी-वाहनों की आवाजाही लगातार इस रास्तों में बनी रहती है..पार्किंग की व्यवस्था न होने से कभी भी बड़ी दुर्घटना होने की पूरी संभावना हमेशा बनी रहती है..नगर पंचायत अधिकारी सहित स्थानीय प्रशासन को मिलकर संयुक्त रूप इन रास्तों का दौरा कर व्यवस्था में सुधार की आवश्कता है।*