धान विक्रय से चेहरे पर खुशी की चमक – प्रसन्न कृषक गोवर्धन प्रसाद कैवर्त
रायपुर,
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के सुशासन एवं किसान हितैषी नीतियों के प्रभावी क्रियान्वयन से जिले में धान खरीदी का कार्य पूरी पारदर्शिता, सुगमता एवं निर्बाध रूप से निरंतर जारी है। खेत से लेकर उपार्जन केंद्र तक किसानों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना नहीं करना पड़ रहा है। शासन द्वारा की गई बेहतर योजना, सर्वाधिक समर्थन मूल्य तथा सुदृढ़ व्यवस्थाओं के चलते किसानों में विश्वास और संतोष का वातावरण निर्मित हुआ है।
राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य, सम्मानजनक प्रक्रिया तथा सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए जिला प्रशासन पूर्ण प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रहा है। धान खरीदी व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने हेतु प्रशासनिक अमले द्वारा सतत निरीक्षण किया जा रहा है, जिससे तौल, पंजीयन, भुगतान एवं अन्य प्रक्रियाएं समयबद्ध एवं पारदर्शी ढंग से संपन्न हो रही हैं। उपार्जन केंद्रों पर किसानों के बैठने, छाया, पेयजल सहित अन्य मूलभूत सुविधाओं की भी समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।
इसी क्रम में जिले के ग्राम तरदा निवासी कृषक श्री गोवर्धन प्रसाद कैवर्त ने अपनी मेहनत की उपज 52 क्विंटल धान का विक्रय कनकी स्थित उपार्जन केंद्र में किया। श्री कैवर्त के पास लगभग तीन एकड़ कृषि भूमि है। उन्होंने बताया कि शासन द्वारा उपलब्ध कराई गई “तुंहर टोकन” ऑनलाइन सुविधा के माध्यम से उन्होंने घर बैठे ही टोकन प्राप्त कर लिया, जिससे उन्हें समिति कार्यालय के चक्कर नहीं लगाने पड़े और समय की भी बचत हुई। यह डिजिटल व्यवस्था किसानों के लिए अत्यंत सुविधाजनक सिद्ध हो रही है।
कृषक श्री कैवर्त ने जानकारी दी कि पिछले वर्ष उन्होंने 105 क्विंटल धान का विक्रय किया था और उस समय भी उन्हें किसी प्रकार की परेशानी नहीं हुई थी। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी धान खरीदी की पूरी प्रक्रिया सरल, सुचारू एवं परेशानी मुक्त है। उपार्जन केंद्र पर पहुंचते ही तौल, पंजीयन एवं अन्य औपचारिकताएं सहजता से पूरी हो जाती हैं, जिससे किसानों को संतोष का अनुभव हो रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि शासन द्वारा घोषित सर्वाधिक समर्थन मूल्य किसानों के लिए आर्थिक संबल प्रदान कर रहा है। साथ ही, उपार्जन केंद्रों पर उपलब्ध सुविधाएं और अधिकारियों-कर्मचारियों द्वारा किसानों के प्रति सहयोगात्मक व्यवहार यह दर्शाता है कि शासन वास्तव में किसानों के हितों को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रहा है। निरंतर निगरानी एवं व्यवस्था की पारदर्शिता के कारण किसानों को अपनी उपज बेचने में किसी प्रकार का संदेह या भय नहीं रहता।
कृषक श्री गोवर्धन प्रसाद कैवर्त ने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी सरकार में किसान स्वयं को सम्मानित, सुरक्षित और सशक्त महसूस कर रहे हैं। उन्होंने जिले में बेहतर धान खरीदी व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए जिला प्रशासन कोरबा की भी सराहना की और धन्यवाद ज्ञापित किया। उल्लेखनीय है कि जिले में धान खरीदी की प्रक्रिया शासन के दिशा-निर्देशों के अनुरूप पूरी पारदर्शिता एवं संवेदनशीलता के साथ संचालित की जा रही है, जिससे किसानों की आय में वृद्धि के साथ-साथ उनमें शासन-प्रशासन के प्रति विश्वास और अधिक सुदृढ़ हो रहा है।
