प्रवासी मजदूर का अंतिम संस्कार
प्रवासी मजदूर का अंतिम संस्कार
आज दिनांक 16 अगस्त को अरुण केरकेट्टा, आत्मज फिलिप केरकेट्टा का भावभीनी अंतिम संस्कार किया गया। अरुण केरकेट्टा, तामिल नाडू के कृष्णागिरी में भवन निर्माण कार्य में जयप्रकाश ठेकेदार के यहां मजदूरी करता था। वह यहां मात्र तीन दिन ही काम कर पाया था। 12 तारीख दोपहर को उसे मजदूरी मिली थी। मजदूरी पाने के बाद वह राशन खरीदी के लिए गया था और उसका रोड ऐक्सिडेंट हो गया। घटना स्थल पर ही उसकी मृत्यु हो गई। मृत शरीर को पुलिस द्वारा बरामत किया गया। दूसरे दिन अरुण केरकेट्टा के रूप में शव की निशाखत्त हुई। परिवार जनों ने शव का दफन मथपहार, विकास खंड पत्थलगांव में करना चाहा। उन्हें MAIN (Migrant Assistance and Information Network) की जानकारी हुई। हेल्पलाइन नंबर 18008912995 के माध्यम से उनका संपर्क छत्तीसगढ़ हब के पूर्व डायरेक्टर फादर याकूब कुजूर से संपर्क हुआ। उन्होंने घटना की जानकारी को MAIN व्हाट्सएप ग्रुप में प्रकाशित किया। जानकारी मिलते ही यह नेटवर्क हरकत में आई।
तमिलनाडु की टीम ने परवरजनों की पोस्टमार्टम, शव का ट्रांसपोर्टेशन, आदि कार्य में भरपूर सहयोग किया। उसके शव को कृष्णागिरी से बैंगलोर लाया गया। वहां से फ्लाइट द्वारा रायपुर। शव और 4 परिवार जनों का परिवहन के खर्च का वहन ठेकेदार और रीजनल माइग्रेंट कमीशन, सीसीबीआइ द्वारा किया गया, ऐसा सुनने को मिला। फिर रायपुर से मथपहर तक लाने में पालोटी समाज ने मदद की। यह भी ज्ञात हुआ कि छत्तीसगढ़ शासन ने भी इस पुनीत कार्य में सहयोग किया।
फादर याकूब कुजूर ने अंतिम क्रिया कर्म करते हुए अपने श्रद्धांजलि में मृत व्यक्ति की आत्मा की अनंत शांति और शोकित परिवार की दिलासा के लिए भगवान से दुआ की। अरुण के शव को लाने में जिन भी लोगों और संस्थाओं ने मदद की उन्हें साधुवाद कहा। CCBI माइग्रेंट कमीशन के रीजनल सेक्रेटरी के रूप में उन्होंने पंजीयन करा कर राज्य से बाहर जाने की सलाह दी।
अरुण के अंतिम संस्कार कार्यक्रम में लगभग डेढ़ सौ लोगों ने भाग लिया। इस प्रकार प्रवासी मजदूर का पूर्ण सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
याकूब कुजूर