Chhattisgarh

खरीफ सीजन में धान की फसल की सुरक्षा के लिए कृषि विभाग पत्थलगांव ने किसानों को दिए उचित सलाह

खरीफ सीजन में धान की फसल की सुरक्षा के लिए कृषि विभाग पत्थलगांव ने किसानों को दिए उचित सलाह

 

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नीरज गुप्ता संपादक
MO NO- 9340278996,9406168350

पत्थलगांव :- पत्थलगांव ब्लॉक में चालू खरीफ सीजन में अब तक क्षेत्र में विभिन्न फसलों की बोनी हो चुकी हैं। राज्य सरकार द्वारा इस सीजन में 48.63 लाख बोनी का लक्ष्य रखा गया है। इनमें प्रमुख रूप से धान की फसल की बोनी जाती है। धान की फसल अब घुबोट अवस्था में है, तो वही कही कही बाली बाहर आ गई है।इस साल अच्छी बारिश हुई हैं। लेकिन अच्छी बारिश होने के बावजूद, हाल के दिनों में तेज धूप और बदलते मौसम के कारण कुछ जिलों में धान की फसल में तना छेदक, बंकी और झुलसा जैसी बीमारियों के लक्षण सामने आ रहे हैं। पत्थलगांव कृषि विभाग ने किसानों को इन बीमारियों से बचाव के लिए कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं। पत्थलगांव कृषि विभाग के अधिकारी जीवन एक्का ने बताया कि तना छेदक से बचाव के लिए किसान फेरोमोन ट्रैप और लाइट ट्रैप का इस्तेमाल कर सकते हैं। भूरा माहो कीट के नियंत्रण के लिए फोरेट का उपयोग न करने की सलाह दी गई है। यदि कीट प्रकोप गंभीर हो जाता है, तो इमिडाक्लोप्रिड या इथीप्रोप$इमिडाक्लोप्रिड दवाओं का उपयोग किया जा सकता है।उक्त दवाई की मात्रा 2ml प्रति लीटर या 25 से 30 एमएल प्रति टंकी के हिसाब डालने की सलाह दी गई ।और खेत में धान के फुटाव के लिए खेत में नमी बना कर जरूर रखे।neeraj,harit,

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