कृषि विज्ञान केन्द्र, जशपुर का वैज्ञानिक सलाहकार समिति 2024 की बैठक KVK कोरबा में सम्पन्न
इं.गां.कृ.वि.वि रायपुर के कुलपति महोदय डाॅ. गिरीश चंदेल के मार्गदर्शन एवं इं.गां.कृ.वि.वि. रायपुर के निदेशक विस्तार सेवाएं डाॅ.एस.एस. टुटेजा की अध्यक्षता में आज दिनांक 20.09.2024 को कृषि विज्ञान केन्द्र कटघोरा कोरबा में वैज्ञानिक सलाहकार समिति 2024 की बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें कृषि विज्ञान केन्द्र जशपुर ,रायगढ़, जांजगीर -चांपा के अधिकारी/कर्मचारी एवं चारो जिलों के कृषि संबंद्ध विभागों के अधिकारी, एवं चारो जिले के प्रगतिशील कृषकों ने भाग लिया। इस कार्याक्रम का उद्घाटन माननीय कुलपति महोदय के द्वारा आॅनलाइन वर्चुअल के माध्यम से किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता निदेशक विस्तार सेवाएं के द्वारा कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र, कोरबा के अधिष्ठाता की उपस्थिति में किया गया। जिले के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख द्वारा विगत वर्ष 2023-24 की गतिविधियों के परिणामों व् आगामी 2024-25 के खरीफ एवं रबी फसलों की कार्ययोजना तैयार करने संबंधी प्रस्तुति दी गई। उक्त कार्यक्रम में उपस्थित कृषकों द्वारा अपने-अपने जिले की समस्याओं के बारे में विस्तारपूर्वक चर्चा की. जिला जशपुर के उन्नत शील किसान श्री मोती लाल बंजारा से निदेशक द्वारा जिले में गेंदे के फसल से सम्बंधित विषय पर चर्चा किया गया साथ साथ जिले के प्रगति शील कृषक श्री धरनी धर सिदार से भी जिले में मात्र वाटिका, हल्दी व अदरक की खेती पर विशेष जोर दिया।जशपुर जिला में सुँगंधित धान जीराफूल के प्रसंस्करण के बारे में महिला समूह को अग्रेषित करने हेतु निर्देशित किया गया. कृषि विज्ञान केन्द्रों के वैज्ञानिकों एवं विभागीय अधिकारियों द्वारा उनके समस्याओं के समाधान के बारे में जानकारी एवं आवश्यक सुझाव दिये गये। निदेशक विस्तार सेवाएं द्वारा मशरूम उत्पादन, लाख उत्पादन, मछली उत्पादन, इत्यादि को बढ़ावा देने हेतु उपयुक्त निर्देश दिये गये। ‘‘एक पेड़ मां के नाम‘‘ अभियान के अंर्तगत वृक्षारोपण किया गया। चारो जिला के कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक कार्यक्रम का आयोजन निदेशक अटारी, जबलपुर डाॅ. एस.आर.के. सिंह के दिशा-निर्देश पर सफलतापूर्वक सम्पन्न किया गया। जशपुर जिले के कृषको को मोमेंटो देकर निदेशक विस्तार सेवाएँ द्वारा सम्मानित किया गया. कार्यक्रम को सफल बनाने में कृषि विज्ञान केन्द्र जशपुर, कोरबा, रायगढ़ एवं जांजगीर-चांपा के अधिकारियों/कर्मचारियों का विशेष योगदान रहा।