धूल से राहत पाने नगरवासी सड़क पर कर रहे पानी छिड़काव
धूल से राहत पाने नगरवासी सड़क पर कर रहे पानी छिड़काव
गोल्डी साहू कोतबा न्यूज।कोतबा बागबहार की बदहाल सड़क से उठने वाली धूल के कारण लगातार बढ़ रहे प्रदूषण को कम करने के लिए कोई उचित पहल नहीं होने से रहवासी अब धूल से राहत पाने सड़क पर सुबह और शाम पानी छिड़काव करने को मजबूर हैं। ताकि उन्हें दिनभर सड़क में गुजरने वाली भारी वाहनों के पीछे उड़ती धूल के गुब्बार से राहत मिल सके।
बारिश थमने के बाद इन दिनों नगर के कोतबा बागबहार मार्ग के व्यापारी एवं रहवासी सड़कों के गड्ढों से परेशान थे। जहां विभाग ने मरम्मत के नाम पर सड़कों के गड्ढे को गिट्टी और मिट्टी से तो भर दिया लेकिन अब सड़कों से उड़ रही धूल ने उनकी और मुसीबत को बढ़ा दिया है।धूल के कारण लोगों में सांस की तकलीफें बढ़ रही है। धूल से बढ़ती परेशानियों से निताज पाने के लिए रहवासियों एवं व्यवसायियों ने सड़क पर पानी छिड़काव करने की मांग कर रहे हैं धूल से राहत पाने के लिए जल्द ही ज्ञापन सौंपने की तैयारी चल रही है। कोतबा कारगिल चौक से लगभग 2 किमी तक लोगों की मुख्य सड़क के दोनों ओर अधिक आबादी वाले बसावट क्षेत्र हैं। जहां दिनभर भारी वाहनों की आवाजाही भी इसी मार्ग से गुजर रही है जिसके कारण पूरा वातावरण धूलमय हो जाता है। वहीं सड़क के गड्ढों ने नगर वासियों की परेशानियां बढ़ा रखी है, बारिश से पूरे मार्ग का भरावा भी उखड़ गया। सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए लेकिन प्रशासन इस पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। होटल व्यवसाई लखन बेहरा ने बताया कि धूल से नगर वासी परेशान है। धूल की एलर्जी से अस्थमा के मरीजों को ज्यादा परेशानी हो रही है। रहवासी पानी का छिड़काव कर धूल से राहत पाते है। कपड़ा व्यवसाई राजेश शर्मा ने बताया की बागबहार मार्ग के रहवासी धूल से राहत पाने के लिए सुबह-शाम सड़क पर पानी का छिड़काव करते है। धूल के कारण दूकानों में रखी सामग्री भी प्रभावित हो रही है। धूल के कारण कई दुकान दार अपने दुकान की शटर बंद करके काम करने की मजबूरी हो गई है।
//जिम्मेदारी से फेर रहे मुंह, राहत के लिए पहल नहीं//
एक तरफ लोनिवि भी अपने जिम्मेदारी का निर्वहन कर सड़क मरम्मत के नाम पर सड़क के गड्ढों में मिट्टी और गिट्टी भर कर आवागमन सुगम होने का वाहवाही जरूर बटोरी है। लेकिन विभाग द्वारा कराए गए मरम्मत से राहत के बजाय आफत बन गई। सड़क से गिट्टी बाहर निकल कर सड़कों पर फैल गई और मिट्टी पिस पिस कर धूल बनकर उड़ रही है। इसके बावजूद भी ना तो राहत पाने सड़कों पर पानी छिड़काव किया जा रहा है। और ना ही धूल से बचाने पहल हो रहा है।