Chhattisgarh

बागबहार शासकीय महाविद्यालय में मनाय गया जनजातिय गौरव दिवस, पूर्व विधायक रोहित साय हुवे सामिल 

बागबहार शासकीय महाविद्यालय में मनाय गया जनजातिय गौरव दिवस, पूर्व विधायक रोहित साय हुवे सामिल 

बागबहार – छत्तीसगढ़ शासन उच्च शिक्षा विभाग एवं संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय सरगुजा अंबिकापुर छत्तीसगढ़ के निर्देशानुसार आज दिनांक 09/ 11/2024 को शासकीय नवीन महाविद्यालय बागबहार, जिला जशपुर छत्तीसगढ़ में जनजाति समाज का गौरवशाली अतीत (ऐतिहासिक सामाजिक एवं आध्यात्मिक योगदान )विषय पर एक दिवसीय जनजाति गौरव दिवस समारोह का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता संस्था के प्रभारी प्राचार्य श्री विनोद कुमार भगत जी ने किया। साथ ही कार्यक्रम के संयोजक श्री विपिन तिर्की (सहायक प्राध्यापक -इतिहास ) एवं सह-संयोजक श्री नीलम केरकेट्टा (सहायक प्राध्यापक -राजनीति विज्ञान ) थे। इस अवसर पर संस्था के समस्त शैक्षणिक, कार्यालयीन स्टॉफ एवं समस्त छात्र-छात्राओं की उपस्थिति रही। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि माननीय श्री रोहित कुमार साय जी (पूर्व विधायक -कुनकुरी विधानसभा ) एवं विशिष्ट अतिथि श्रीमती धनियारो परहा जी सरपंच बागबहार, श्री रवि परहा पूर्व सरपंच बागबहार, श्री आनन्द शर्मा जिला मंत्री भाजपा, श्री अनुप गुप्ता जिला कार्य. समिति सदस्य भाजपा, श्री विवेक निकुंज छ. ग. जनजाति मंडल सदस्य भाजपा एवं मुख्य वक्ता के रूप में समाज सेवी श्री वेद प्रकाश भगत जी की गरिमामयी उपस्थिति रही। कार्यक्रम का शुभारंभ जनजाति नायकों के छायाचित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलित करते हुए किया गया। अतिथियों के स्वागत के पश्चात छत्तीसगढ़ के राजकीय गीत “अरपा पैरी के धार, महानदी हे अपार ” का गायन किया गया,। कार्यक्रम की अगली कड़ी में श्री विपिन तिर्की द्वारा कार्यक्रम की प्रस्तावना को संक्षेप में बताया गया। तत्पश्चात संस्था प्रमुख श्री विनोद कुमार भगत जी ने अपने अध्यक्षीय उदबोधन में आदिवासी जननायक और उनके योगदान पर अपने विचार प्रस्तुत किये। 

 

       कार्यक्रम की अगली कड़ी में मुख्य वक्ता श्री वेद प्रकाश भगत जी ने भारत की आजादी के आंदोलन में जनजातिय नायकों के योगदान को रेखांकित करते हुए छात्र – छात्राओं को जनजातिय आस्था के प्रति कृतज्ञता का भाव होने के लिए प्रेरित किया। इसके पश्चात् कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री रोहित कुमार साय जी के द्वारा अपने उदबोधन में जनजातीय स्वतंत्रता नायकों के योगदान, जनजातीय संस्कृति एवं रीति रिवाज पर प्रकाश डाला। विशिष्ट अतिथि श्री रवि परहा जी, श्री आनंद शर्मा जी एवं श्री विवेक निकुंज जी ने बताया कि भारत देश के विभिन्न क्षेत्रों से जनजातिय नायकों ने स्वतंत्रता आंदोलन में बढ़ चढ़ कर भाग लिया और देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की बलिदानी दी। साथ ही उन्होंने जनजातीय समाज की सभ्यता, संस्कृति, बोली-भाषा, रहन-सहन, खान – पान एवं जनजातिय विरासत पर विस्तृत रूप से भी प्रकाश डाला। 

     इसके पश्चात छात्राओं ने मनमोहक जनजातिय रैम्प वॉक, सामुहिक नृत्य एवं करमा लोक नृत्य की प्रस्तुति दी। 

        सम्माननीय अतिथियों का शाॅल, श्रीफल, साल जीवंत पौधा एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। 

  कार्यक्रम की सह -संयोजक श्री नीलम केरकेट्टा जी के द्वारा आभार प्रदर्शन किया गया एवं राष्ट्रगान के पश्चात कार्यक्रम की विधिवत समाप्ति की गई। इस अवसर पर महाविद्यालय के श्री रामकृष्ण सोनवानी (स0प्रा0 वाणिज्य), सुश्री मोनियावती (स0 प्रा0 वनस्पति विज्ञान ), सुश्री रजनी लकड़ा (स0प्रा0वाणिज्य), श्री आशीष किंडो (स0 प्रा0 जंतु विज्ञान ), श्री शिव कुमार (स0 प्रा0 समाजशास्त्र ), श्रीमती पिंकी साहू (स0प्रा0 रसायन शास्त्र), कर्मचारीगण एवं महाविद्यालय के छात्र – छात्राओं की गरिमामय उपस्थिति रही।

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