पंचायत सचिव में तबादले का भय, चुनाव से पहले शिकायत का दौर, क्या अब हटाए जायेंगे
पंचायत सचिव में तबादले का भय, चुनाव से पहले शिकायत का दौर, क्या अब हटाए जायेंगे
पत्थलगांव – अकसर देखा जाता है की जब जब सत्ता परिवर्तन होता है सत्तारुढ़ दल के कार्यक्रता विपक्ष के समय में जिस कर्मचारी की कार्यशैली से संतुष्ट नहीं होते उसे सत्ता आते ही हटाने के लिए अपना प्रभाव का उपयोग करना शुरू कर देते है, यही वजह है की बार बार हो रहे शिकायतों को देखते हुवे बड़े नेता या अधिकारी भी उनकी मांग को जायज ठहराते हुवे कर्मचारी का तबादला कहीं और कर देते है इस स्थिति से बचने का सीधा सीधा या नियमानुसार कोई संवैधानिक नियम नहीं है। ताजा मामला पत्थलगांव का है जहा पत्थलगांव जनपद क्षेत्र में विभिन्न ग्राम पंचायत में पदस्थ ग्राम पंचायत सचिवो के खिलाफ इन दिनों शिकायत करने का दौर शुरू हो गया है,इस शिकायत पर अब अमल होना भी शुरू हो गया है
बताया जा रहा है की पत्थलगांव विधायक के समीप क्षेत्र के करीब दस पंचायत सचिवों की अलग अलग मामले में शिकायत की गई है जिसमे पेंशन, राशन और निर्माण कार्यो में भ्रस्टाचार की शिकायत हुई है उक्त शिकायत में संबंधित पंचायत सचिवों के खिलाफ नामजद पत्थलगांव जनपद से बाहर स्थानांतरण किये जाने का निवेदन किया गया है,इस मामले में मिली जानकारी के मुताबिक़ सभी शिकायतों को संबंधित अधिकारी के समक्ष भेज दिया गया है जिस पर अब कार्रवाई होना शुरू हो गया है जिससे पंचायत सचिवों के मध्य हड़कंप मचा हुवा है
जहा इस मामले में अपने आप को राजनीति द्वेष का शिकार होकर किये जा रहे कार्रवाई बताते नजर आ रहे है वही उनका कहना है की शिकायत फर्जी है प्रभावित ग्राम पंचायत के ग्रामवासी सचिवों की कार्यशैली से संतुष्ट है उनके खिलाफ किया जा रहा बेबुनियादी शिकायतों का कोई आधार ही नहीं है।
चुनाव से पहले सचिवों को हटाने से पंचायत चुनाव हो सकता है प्रभावित
छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। दिसंबर को चुनाव के लिए अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित होगी।पंचायत व नगरीय चुनाव एक साथ कराने की योजना अगले वर्ष जनवरी या फरवरी में विधानसभा बजट सत्र से पहले की जा रही है। चुनाव को लेकर पंचायत सचिवों द्वारा मतदाता सूची . निर्वाचक नामावली समेत अन्य महत्वपूर्ण कार्यो को अंजाम दिया जा रहा है ऐसे में ठीक चुनाव के पहले यदि सचिवों का स्थानांतरण हो जाता है तो पंचायत चुनाव के कामकाज प्रभावित होने की भी अंदेशा है। इस मामले में
हरित छत्तीसगढ़ की टीम का सभी कर्मचारियों से एक बात कहना है की
हां जी हां जी कहना इसी गांव में रहना।
बाकी आप समझदार हैं हमारे कहने का आशय तो आप समझ गए होंगे ।