डॉ साय ने सफलता के लिए दिए गुरु मंत्र निरंतरता, स्व अनुशासन , टाइम मैनेजमेंट को बताया सफलता के प्रमुख स्तंभ प्रमुख
डॉ साय ने सफलता के लिए दिए गुरु मंत्र
निरंतरता, स्व अनुशासन , टाइम मैनेजमेंट को बताया सफलता के प्रमुख स्तंभ प्रमुख
एन एस एस शिविर के चौथे दिन शामिल हुआ डॉ साय
शासकीय नवीन महाविद्यालय, सन्ना के राष्ट्रीय सेवा योजना
ईकाई के कार्यक्रम अधिकारी विजेंद्र भगत के नेतृत्व में आयोजित सात दिवसीय विशेष शिविर के चतुर्थ दिवस में कोपा ग्राम के बीच कोपा और डांड कोपा में डोर टू डोर शुगर परीक्षण का कार्यक्रम किया गया जो सहायक प्राध्यापक शैलेन्द्र पैंकरा, शासकीय नवीन महाविद्यालय सन्ना के देखरेख में सम्पन्न हुआ। बौद्धिक चर्चा के कालखंड में डॉ .विनायक साय, रा से यो, जिला संगठक , का आगमन हुआ। डॉ साय के प्रथम बार शिविर आगमन से स्वयंसेवक उत्साहित और प्रफुल्लित हो गए। डॉ साय ने किस तरह स्वयंसेवकों का व्यक्तिव निर्माण एक बेहतर समाज के निर्माण में सहायक हो सकता है इस विषय पर एक गंभीर और सारगर्भित बात रखी। डॉ साय ने रा से यो को व्यक्तिव निर्माण का बेहतर प्लेटफार्म बताया जो स्वयंसेवकों को निस्संदेह अपनी मंजिल तक पहुंचा सकता है डॉ साय ने अपने वक्तव्य में ध्येय प्राप्ति के लिए गुरु मंत्र दिए और सेल्फ डिसिप्लिन, टाइम मैनेजमेंट,निरंतरता और सजगता को सफलता के प्रमुख स्तंभ बताया।