बांग्लादेशी और रोहिंग्याओं की पहचान और उन्हें पकड़ने के लिए विशेष अभियान चलाएगी सरकार ,विगत पांच वर्षों में जनप्रतिनिधियों के माध्यम से बने आधार व राशन कार्डों और अन्य दस्तावेजों को भी अभियान के दौरान जांच के दायरे में
बांग्लादेशी और रोहिंग्याओं की पहचान और उन्हें पकड़ने के लिए विशेष अभियान चलाएगी सरकार ,विगत पांच वर्षों में जनप्रतिनिधियों के माध्यम से बने आधार व राशन कार्डों और अन्य दस्तावेजों को भी अभियान के दौरान जांच के दायरे में
RAIPUR-प्रदेश में बांग्लादेशी और रोहिंग्याओं की पहचान और उन्हें पकड़ने के लिए राज्य सरकार विशेष अभियान चलाएगी। उप मुख्यमंत्री और गृहमंत्री ने विजय शर्मा ने बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ हुई कार्रवाई का आंकड़ा पेश करते यह जानकारी दी।इसमें संदिग्धों के आधार कार्ड, राशन कार्ड, पैन कार्ड आदि दस्तावेजों की जांच की जाएगी। विगत पांच वर्षों में जनप्रतिनिधियों के माध्यम से बने आधार व राशन कार्डों और अन्य दस्तावेजों को भी अभियान के दौरान जांच के दायरे में लाया जाएगा।राज्य सरकार ने केंद्र को पत्र लिखकर अनुशंसा के आधार पर बने आधार कार्डों की जानकारी उपलब्ध कराने का आग्रह किया है। फर्जीवाड़े में शामिल जनप्रतिनिधियों पर भी कार्रवाई हो सकती है। इसके बाद कानून-व्यवस्था बनाए रखने और राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बांग्लादेशी और रोहिंग्याओं की पहचान कर उन्हें वापस भेजने की दिशा में कदम उठाए जाएंगे। बताया जाता है कि दूसरे राज्यों के बड़ी संख्या में लोग बिना दस्तावेजों के निवासरत हैं और काम कर रहे हैं।उल्लेखनीय है कि विधानसभा के शीतकालीन सत्र में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसे लेकर सवाल किया था कि कितने घुसपैठियों पर अब तक कार्रवाई हुई है? विजय शर्मा ने तब भी कहा था कि कोई बिना अपनी पहचान बताएं छत्तीसगढ़ में नहीं रह सकता। डिप्टी सीएम ने कहा था कि कवर्धा, दुर्ग–भिलाई के साथ बलौदाबाजार और अन्य जगहों पर कार्यवाही हुई है और आगे भी ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी रहेगी।