हाई कोर्ट का बड़ा फैसला – शिक्षक बिना कोर्ट गए भी दे सकते हैं अभ्यावेदन
शिक्षकों के लिए राहतभरी खबर, क्रमोन्नति/समयमान को लेकर हाई कोर्ट का ऐतिहासिक निर्णय

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Haritchhattisgarh
रायगढ़, 26 मार्च 2025:छत्तीसगढ़ के शिक्षकों के लिए खुशखबरी है। उच्च न्यायालय बिलासपुर ने क्रमोन्नति और समयमान के मामले में एक महत्वपूर्ण फैसला सुनाते हुए कहा है कि शिक्षक न्यायालय में याचिका दायर किए बिना भी अपने नियोक्ता अधिकारियों को सीधे अभ्यावेदन दे सकते हैं।
यह निर्णय श्री कामदेव टेकाम की याचिका पर सुनाया गया, जिसमें माननीय न्यायाधीश श्री नरेश कुमार चंद्रवंशी ने श्रीमती सोना साहू के मामले में पारित डबल बेंच के आदेश का हवाला देते हुए याचिकाकर्ता को प्रतिवादी अधिकारियों के समक्ष अभ्यावेदन दाखिल करने की अनुमति दी है।
निर्णय का सार:
न्यायालय ने स्पष्ट किया है कि याचिकाकर्ता को आदेश की प्राप्ति की तारीख से 30 दिनों के भीतर सभी प्रासंगिक दस्तावेजों और श्रीमती सोना साहू के केस (W.A. सं. 261/2023) के निर्णय को संलग्न करके अभ्यावेदन दाखिल करना होगा। इसके बाद पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के सचिव और जिला शिक्षा अधिकारी को नियमानुसार उस पर विचार करना अपेक्षित होगा।
शासन पर दबाव, शिक्षकों से अपील:
छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा, संभाग प्रभारी बसंत चतुर्वेदी, प्रदेश महामंत्री गुरुदेव राठौर, और संगठन सहसचिव बिनेश भगत सहित अन्य पदाधिकारियों ने शासन से मांग की है कि श्रीमती सोना साहू के केस की तरह सभी पात्र शिक्षकों के लिए जनरल ऑर्डर जारी किया जाए।संगठन ने शिक्षकों से अपील की है कि वे अपने संबंधित नियोक्ता और वेतन आहरण अधिकारी को दस्तावेज संलग्न कर शत-प्रतिशत अभ्यावेदन दें, ताकि उनके अधिकारों की प्राप्ति सुनिश्चित हो सके।
बायपास किए बिना मिलेगा न्याय
यह निर्णय शिक्षकों के लिए बड़ी राहत है क्योंकि अब वे कोर्ट में लंबी कानूनी प्रक्रिया से गुजरे बिना भी अभ्यावेदन के माध्यम से अपना हक पा सकते हैं।टीचर्स एसोसिएशन ने आश्वासन दिया है कि जनरल ऑर्डर की मांग को लेकर उनका प्रयास लगातार जारी रहेगा।
अभ्यावेदन प्रक्रिया के लिए संगठन की टीम सक्रिय:
संगठन के पदाधिकारी जिला और ब्लॉक स्तर पर शिक्षकों को प्रक्रिया की जानकारी दे रहे हैं। प्रदेश संगठन सहसचिव बिनेश भगत ने जिले के सभी पात्र शिक्षकों से अपील की है कि वे अपने दस्तावेज तैयार रखें और जल्द से जल्द अभ्यावेदन जमा करें।
छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के सक्रिय पदाधिकारी:
संजय शर्मा (प्रदेश अध्यक्ष), बसंत चतुर्वेदी (संभाग प्रभारी), गुरुदेव राठौर (महामंत्री), श्रीमती सपना दुबे (सहसचिव), बिनेश भगत (संगठन सहसचिव), नेतराम साहू (जिलाध्यक्ष), श्रीमती मंजू पुरसेठ (महिला प्रतिनिधि) सहित जिला और ब्लॉक स्तर के अन्य पदाधिकारी इस प्रयास में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।
शिक्षकों के लिए संदेश:
“अपने अधिकार के लिए खड़े हों, दस्तावेज तैयार करें और अभ्यावेदन देकर अपना हक सुनिश्चित करें।”
– बिनेश भगत, प्रदेश संगठन सहसचिव, छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन