मानवता हुई शर्मसार: माँ ने नवजात को झाड़ियों में फेंका, चींटियों के काटने से रोती रही मासूम

MO NO-9340278996
Haritchhattisgarh
जशपुर, बगीचा: नवरात्रि के पावन पर्व के दौरान जशपुर जिले के बगीचा क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जिसने मानवता को शर्मसार कर दिया। एक निर्दयी माँ ने अपनी नवजात बच्ची को जन्म देने के बाद राजपुरी नदी के किनारे झाड़ियों में फेंक दिया।
राहगीरों ने जब नवजात के रोने की आवाज सुनी तो उन्होंने तुरंत इसकी सूचना बगीचा पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने देखा कि सफेद कपड़े में लिपटी मासूम बच्ची झाड़ियों में पड़ी थी, और उसके नाजुक शरीर पर चींटियों का झुंड लगा हुआ था। चींटियों के काटने से बच्ची के शरीर से खून निकल रहा था और वह बिलख-बिलखकर रो रही थी। यह हृदयविदारक दृश्य देख वहां मौजूद हर व्यक्ति का दिल दहल गया।
पुलिस ने नवजात को अस्पताल पहुंचाया
सूचना मिलते ही पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए नवजात को तुरंत अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसका इलाज शुरू किया। इस अमानवीय कृत्य के बाद इलाके में आक्रोश है, और निर्दयी माँ को लेकर लोगों में गहरी नाराज़गी है। सभी माँ की ममता और इंसानियत पर सवाल उठा रहे हैं कि कोई माँ इतनी क्रूर कैसे हो सकती है?
पहले भी मिल चुके हैं नवजात के शव
यह पहली घटना नहीं है, बल्कि इसी महीने 2 मार्च को जिले के कुनकुरी में बेहरा टोली शिव मंदिर के पास भी एक नवजात का शव मिला था। यह घटनाएँ समाज में बढ़ती संवेदनहीनता की ओर इशारा करती हैं। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि आखिर वह कौन माँ थी जिसने इस मासूम को यूँ निर्दयता से मरने के लिए छोड़ दिया।

MO NO-9340278996
Haritchhattisgarh
समाज से अपील
ऐसी घटनाएँ हम सभी को झकझोर कर रख देती हैं। यदि कोई किसी कारणवश अपने बच्चे की परवरिश नहीं कर सकता, तो उसे अनाथालय या किसी सामाजिक संस्था के पास सौंपना चाहिए। निर्दोष जीवन को इस तरह त्याग देना न केवल अपराध है, बल्कि मानवता के विरुद्ध सबसे बड़ा पाप भी।
इस घटना ने पूरे क्षेत्र को झकझोर दिया है, और लोग इस मासूम के लिए दुआएँ कर रहे हैं कि उसे जीवन में वह प्यार और सुरक्षा मिले, जिसकी वह हकदार है।