एसडीएम कोटा के निर्देश नायब तहसीलदार राकेश सिंह ठाकुर के मौके पर जाकर मनाही के बाद भी प्रभारियों की उगाही जारी।
एक बोरी यूरिया की कीमत 266₹ कृभको के दो डिब्बे थमाकर 500₹ वसूल रहे मार्केटिंग सोसायटी प्रभारी।

**दिनांक:-18/09/2025**मोहम्मद जावेद खान हरित छत्तीसगढ।।**करगीरोड-कोटा:-यूरिया खाद को लेकर किसानो का त्राहिमाम मार्केटिंग- सोसायटी प्रभारी द्वारा कृभको डिब्बे के नाम पर किसानों के जेबों पर डकैती..?एसडीएम कोटा के निर्देश के बाद नायब तहसीलदार राकेश सिंह ठाकुर के मार्केटिंग सोसायटी प्रभारियों को मौके पर जाकर मनाही के बाद भी प्रभारियों की किसानों से कृभको डिब्बे के नाम पर अवैध उगाही जारी..?एक बोरी यूरिया की कीमत 266₹ कृभको के दो डिब्बे किसानों को थमाकर 500₹ वसूल रहे मार्केटिंग सोसायटी के प्रभारी..? पिछले कुछ दिनों से यूरिया खाद कि कमी से जूझ रहे कोटा ब्लॉक के किसानो ने सोमवार 16 सितंबर को मार्केटिंग सोसायटी के प्रभारियों के अव्यवस्थाओं से नाराज मौजूदा सरकार को कोसते हुए आक्रोशित हजारों की संख्या में मार्केटिंग सोसायटी पहुंचे किसानों ने सोसायटी के सामने चक्का जाम कर दिया..अचानक हुए इस भगदड़ से पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों के भी हाथ पांव फूल गए आनन फानन में किसानों दी जाने वाली खाद यूरिया की पूरी अव्यवस्था को सुधारने के लिए एसडीएम कोटा नितिन तिवारी सहित नायब तहसीलदार राकेश सिंह ठाकुर सहित एसडीओपी कोटा श्रीमती नूपुर उपाध्याय सहित थाना प्रभारी कोटा तोपसिंह को पूरे दल बल के साथ मैदान में उतरना पड़ा..भारी गहमागहमी के बीच काफी मशक्कतो किसानों को समझाइश के बाद किसान शांत हुए।*
बुधवार को अव्यवस्था में सुधार पर कृभको डिब्बे के नाम पर अवैध वसूली जारी रही:–
*बुधवार 17-सितंबर को व्यवस्थाओं का जायजा लेने हरितछत्तीसगढ एक बार फिर से मार्केटिंग सोसायटी कोटा पहुंचा.. व्यवस्थाओं में सुधार तो दिखाई दिया पर यूरिया लेने वाले गोदाम में कोटा पुलिस के तैनाती के बाद भी अव्यवस्था दिखाई पड़ी.. गोदाम में यूरिया की कमी साफ दिखाई दे रही थी, गोदाम की स्थिति देखकर ऊंट के मुंह में जीरा वाली कहावत नजर आई सुबह से कतारों में लगे कुछ किसानों ने सोसायटी प्रभारियों पर आरोप लगाया कि यूरिया के साथ कृभको के डिब्बे जबरदस्ती थमाए जा रहे हैं, जिनकी मौजूदा स्थिति में कोई आवश्यकता नहीं है, बावजूद सोसायटी प्रभारियों द्वारा सीधे तौर पर लूटमार मचाए हुए है, हद तो तब हो गई कृभको के डिब्बे खत्म होने के बाद भी 500₹ की पर्ची सोसायटी प्रभारियों द्वारा काटी जा रही थी,जिसका किसानों ने विरोध किया गया, हरित छत्तीसगढ ने सोसायटी प्रभारियों से बात की पर उनके पास इस बात का कोई स्पष्ट जवाब नहीं था..?बाद में बोला गया कि जिन किसानों को कृभको का डिब्बा नहीं मिला है उनका नाम रजिस्टर में दर्ज किया गया है..?उन्हें बाद में दे दिया जाएगा..?
इसके बाद किसानों ने हो-हल्ला मचाने लगे कि जब इसकी आवश्यकता नहीं है..तो रुपए क्यों लिए जा रहे हैं..?पर्ची जमा करने के बाद कोई पावती नही दी जा रही है..?
तो कैसा पता चलेगा कि कौन से किसानों को मिलेगा कौन से किसानों को नहीं मिलेगा।**कुछ किसानों को कृभको के एक्सपायरी डिब्बे थमाए जा रहे थे:—**किसानों का सवाल पूरी तरह से सही था..सवाल उठना लाजमी है,कि कोटा अनुविभाग के प्रशासनिक अधिकारियों की मनाही के बाद भी मार्केटिंग सोसायटी प्रभारियों के द्वारा आखिरकार किसके इशारे पर किसानों को जबरदस्ती डिब्बा थमाया जा रहा..?किसानों की जेबों पर डकैती किया जा रहा था..?इस दौरान कुछ किसानों के पास कृभको के एक्सपायरी डिब्बे भी दिखाई दिए जिसका एक्सपायरी डेट अप्रैल 2024 में खत्म हो चुका था..?
हरित छत्तीसगढ के पहुंचने के बाद आनन फानन में उस सोसायटी प्रभारियों द्वारा डिब्बे को बदलकर दिया गया..?
किसानों की खाद यूरिया की कमी सहित सड़क पानी बिजली स्वास्थ जैसी बुनियादी समस्याओं को लेकर कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी के नेताओं कार्यकर्ताओं ने जय स्तंभ नाका चौंक पर चक्का जाम किया था..जिसके बाद कांग्रेसियों पर कोटा पुलिस द्वारा अपराध पंजीबद्ध किया गया था।
हरितछत्तीसगढ की पैनी नज़र सोसायटी प्रभारियों पर:—किसानों को खाद मिलने तक मार्केटिंग सोसायटी प्रभारियों के पूरे क्रियाकलापों पर हरित छत्तीसगढ लगातार अपनी पैनी नजर बनाए हुए है, अव्यवस्थाओं के पूरी तरह से सुधरने तक हरित छत्तीसगढ लगातार मार्केटिंग सोसायटी प्रभारियों पर अपनी✒️नजर बनाए हुए है।* *क्रमश:——- ✒️
