आवाज़ की दुनिया में भी रोजगार की बेहद सम्भावनाएं एमिटी में वॉइसओवर आर्ट पर वर्कशॉप
आवाज़ की दुनिया में भी रोजगार की बेहद सम्भावनाएं
एमिटी में वॉइसओवर आर्ट पर वर्कशॉप
रायपुर.. बदलते समय के साथ जॉब मार्केट में तेजी से बदलाव हो रहे हैँ. जनसंचार माध्यम की बढ़ती उपयोगिता के साथ आवाज़ (वॉइस ओवर) से जुड़े क्षेत्र में रोजगार के व्यापक अवसर हैँ. इसी विषय पर राजधानी रायपुर के एमिटी विश्वविद्यालय में पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग द्वारा कार्यशाला का आयोजन किया गया. इसमें विषय के विशेषगी एवं गेस्ट स्पीकर डॉ अनुराधा दुबे ने कहा की हम जितना सीखते हैँ उतना बेहतर महसूस करते हैँ, और जितना बेहतर महसूस करते हैँ उतना ही बेहतर बोलते हैँ. आपकी आवाज़ आपके व्यक्तित्व का पहचान होती है.
आपके उच्चारण, भाषा की पकड़ से संस्कृति को अभिव्यक्ति मिलती है. इस समय पर आवाज़ को लेकर जो बाजार खड़ा हुआ है, उसमे रोजगार की बेहतर सम्भावनाएं हैँ. देश के कई संस्थाओं में वॉइस ओवर कला को लेकर पाठ्यक्रम संचालित किए जा रहे हैँ. इनसे जुड़कर आप भी रोजगार के अवसर प्राप्त कर सकते हैँ.
ऑडियो एक्सपर्ट न्यूज़ प्रजेंटर शिरीन सिद्दीकी ने कहा कि अपनी आवाज़ को अलग अंदाज में पेश करना भी एक कला है. निरंतर प्रयास से इस कला को और निखारा जा सकता है. हर दिन के अभ्यास और भाषा कि गरिमा के साथ हम वॉइस ओवर के क्षेत्र में बहुत आगे जा सकते हैँ. आज के दौर में वॉइस ओवर आर्टिस्ट बनकर अपने करियर को आकर्षक बनाने के साथ समाज में प्रतिष्ठा अर्जित कर सकते हैँ. आप किसी भी डॉक्यूमेंट्री, वेबसीरीज में अपनी आवाज़ देकर लोगों के बीच लोकप्रिय हो सकते हैँ . एक वॉइस ओवर आर्टिस्ट को सामान्य संस्कृति के साथ ही भाषा और संस्कृति की अच्छी जानकारी होनी चाहिए. आपकी आवाज़ में स्पष्टता, उच्चारण, पिच, बेस के साथ शब्दों के व्याकरण की समझ होनी चाहिए.इस अवसर पर एमिटी यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. पीयूषकांत पांडे के साथ बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे.