Chhattisgarh

आय में वृद्धि तथा जीवन में बदलाव लाने के लिए एकीकृत कृषि को अपनायें किसान-वित्त मंत्री श्री ओ.पी.चौधरी

उन्नत तकनीक, अच्छी ब्रीड के पशु-पक्षी एवं फसल उपयोग से कर सकते हैं अच्छी कमाई

वित्त मंत्री श्री ओ.पी चौधरी जुर्डा में आयोजित जिला स्तरीय पशु मेला में हुए शामिल

 

उन्नत तकनीक, अच्छी ब्रीड के पशु-पक्षी एवं फसल उपयोग से कर सकते हैं अच्छी कमाई

वित्त मंत्री श्री ओ.पी.चौधरी आज पशुधन विकास विभाग द्वारा विकासखंड रायगढ़ के ग्राम जुड़ा में नेशनल लाइवस्टॉक मिशन अन्तर्गत आयोजित जिला स्तरीय पशु मेला, उत्सव, प्रदर्शनी एवं प्रतियोगिता में शामिल हुए।

उन्नत तकनीक, अच्छी ब्रीड के पशु-पक्षी एवं फसल उपयोग से कर सकते हैं अच्छी कमाई

कार्यक्रम में वित्त मंत्री श्री ओ.पी.चौधरी ने किसानो एवं पशु पालकों को संबोधित करते हुए कहा कि कहा ग्रामीण जीवन की अर्थव्यवस्था को सुधारने, किसानों की आय में वृद्धि करने एवं उनके जीवन में बदलाव लाने के लिए हमें कृषि के साथ किए जाने वाले एकीकृत कृषि जैसे विधिक कार्य को बेहतर तरीके से करना होगा, जिससे ज्यादा कमाई हो सके। उन्होंने कहा कि धान के फसल से अधिक कमाई उद्यानिकी फसलों में है, किसानों को धान का पैसा मिल ही रहा है, तो हमें यह सोचना होगा कि धान से अधिक कमाई किस फसल या कार्य में है। उन्होंने बताया कि वे स्वयं केले की खेती कर अच्छी कमाई कर रहे है। उन्होंने किसानों को अन्य उद्यानिकी फसलों की ओर ध्यान देने की बात कही, जिससे कृषकों के जीवन में बदलाव आए और आगे बढ़े।

उन्नत तकनीक, अच्छी ब्रीड के पशु-पक्षी एवं फसल उपयोग से कर सकते हैं अच्छी कमाई

वित्त मंत्री श्री चौधरी ने मत्स्य पालकों के जीवन में आए बदलाव को किसानों के साथ साझा करते हुए किसानों को मत्स्य पालन के लिए प्रोत्साहित किया। इसी प्रकार पशुपालन के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि पशुपालन से भी आज बहुत सारे लोगों की जिंदगी बदल चुकी हैं। अच्छी ब्रीड के गाय के पालन करने और तकनीक का उपयोग करने से ही हमें सफलता मिलेगी। इसलिए पशुपालन विभाग की जिम्मेदारी बढ़ जाती है कि देश दुनिया में जितने भी तकनीक है। वह तकनीक हमारे किसान भाइयों तक पहुंचाए। विभाग के साथ हमारी भी उतनी ही जिम्मेदारी है कि हम नई तकनीकी एवं ब्रीड, कार्यों की जानकारी लेने विभाग तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम माह में दो से तीन बार जिले की विभिन्न क्षेत्रों में होने चाहिए ताकि किसानों का उसका लाभ मिले। कृषि के क्षेत्र में टेक्नोलॉजी काफी बढ़ चुकी है, जिससे अच्छी आय प्राप्त कर हमें अपने जीवन में बदलाव लाना चाहिए।

वित्त मंत्री श्री चौधरी ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि केलो डैम का पानी किसानों के खेतो तक पहुंचाने के लिए कार्य किया जा रहा है, साथ ही सपनाई डैम का पानी भी जल्द किसानों के खेत तक पहुंचेगा। रायगढ़ में हॉर्टिकल्चर कॉलेज, इंडोर स्टेडियम जैसे कार्य बजट प्रावधान में रखे गए हैं। हमें सब मिलकर समर्पित भाव से कार्य करना होगा तभी विकास होगा। इस दौरान वित्त मंत्री श्री चौधरी ने विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र विकास योजनान्तर्गत ग्राम पंचायत जुर्डा में 10 लाख रुपये की लागत से बनने वाले 2 शेड निर्माण का शिलान्यास किया।

इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्री निराकार पटेल, श्री राधेश्याम राठिया, जिला पंचायत सदस्य श्रीमती संगीता गुप्ता, श्री सूर्यकांत त्रिपाठी, श्री उमेश अग्रवाल, सरपंच श्री सूरत पटेल, सरपंच श्री जयप्रकाश गुप्ता, सरपंच श्रीमती पदमा सिदार, श्री सुकलाल चौहान, श्री जयंत किशोर, श्री टीकाराम पटेल, जानवी प्रधान, कल्याणी गुप्ता, श्री सतीश बेहरा, श्री ब्रजेश गुप्ता, कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल, उप संचालक पशुपालन डॉ.जे.एल.कुशवाहा, डॉ.धनीराम प्रधान, डॉ.सनत नायक, डॉ.वाई.पी.चन्द्रा, डॉ.अनिल सिंह, डॉ.डी.एन.चौधरी, डॉ.वि.अग्रवाल, डॉ.अनुपमा तरून, श्री अवधेश पटेल, श्री छविलाल यादव, डॉ.सी.एस.पटेल सहित गणमान्य नागरिक एवं अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।

वित्त मंत्री श्री चौधरी ने प्रदर्शनी का किया अवलोकन
विभाग द्वारा विभिन्न पशु-पक्षी तथा गाय के प्रतियोगिता एवं प्रदर्शनी का वित्त मंत्री श्री चौधरी ने अवलोकन किया, जहां विभाग द्वारा संकर बछिया, दुधारू गाय, स्वास्थ्य बछड़ा, बैल जोड़ी भैसा, भैंस, मुर्गा, बतख, जापानी बटेर, बकरा-बकरी, भेड़, सुकर प्रदर्शनी एवं प्रतियोगिता आयोजित किया गया था।

प्रदर्शनी के माध्यम से एकीकृत कृषि की दी जानकारी
आयोजित कार्यक्रम में पौष्टिक हरा चारा में हाइब्रीड नेपियर, अजोला तथा बरसीम का प्रर्दशन किया गया।  इसी प्रकार एकीकृत कृषि प्रणाली के संबंध में बताया गया कि किस प्रकार पशुपालन, उद्यानिकी, मत्स्य पालन एवं कृषि कार्य को एकीकृत कृषि के रूप में एक साथ किया जा सकता है। जिसमें कम लागत में संसाधनों का अधिकतम उपयोग कर परंपरागत खेती से अधिक लाभ प्राप्त कर सकते है। इसके साथ ही इसमें एक फार्मिंग सिस्टम का बायो बेस्ट एवं बाय प्रोडक्ट दूसरे फार्मिंग सिस्टम के लिए कैसे संसाधन का कार्य करता है। इस दौरान  पशु चारा संरक्षण विधि में जानकारी दी गई, जिसमे हे चारा, पैरा यूरिया उपचार सायलेज उपचार की विधियों की जानकारी दी गई कि किस प्रकार सूखे चारे का उपचार कर पशुओं के लिए स्वादिष्ट, पौष्टिक चारा उपलब्ध करवाया जा सकता हैं।

ये रहे विजेता
आयोजित प्रतियोगिता के दौरान संकर बछिया में रामकुमार पटेल, केशव पटेल एवं समीर कंवर को पुरस्कृत किया गया। इसी तरह दुधारू गाय में टीकाराम पटेल, राजू पटेल, विजय नारायण, महेश राम पटेल, सावित्री पटेल, स्वस्थ बछड़ा में विजय नायक, सुखीराम साहू, कन्हैया चौहान, मुर्गी, बतख एवं टर्की में भुवन निषाद, श्रीमती तनवीर, हितेश पटेल, बकरा-बकरी में गोविन्द निषाद, रामप्रसाद पटेल, तनवीर जहां, त्रिपुरारी नायक, कृष्णा पटेल तथा भैस-भैंसा में गुलाब पटेल, गोवर्धन पटेल, हरीश चौहान को पुरस्कृत किया गया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!