जब नहीं बनी बात तो खुद उतर गए पुलिस कप्तान मैदान पर , आखिरकार पत्थलगांव के नागरिको ने …. देखिये क्या है पूरा मामला ,,, वीडियो
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पत्थलगांव -जशपुर जिले के सबसे व्यस्त शहर पत्थलगांव जो लगातार ट्रेफिक समस्या से जूझ रहा है पुलिस प्रशासन द्वारा लगातार यहा यातायात के प्रति जागरूकता अभियान चलाया जाता है लेकिन इसके बावजूद शहर की ट्रेफिक व्यवस्था में कोई खास सुधार नहीं होता देख आख़िरकार जिले के पुलिस कप्तान शशि मोहन सिंह ने स्वय दल बल के साथ शहर की सडको में पैदल घूमकर ट्रेफिक के सम्बन्ध का जायजा लिया ,इस दौरान एसपी ने ट्रेफिक में बाधा पहुंचा रहे बैनर होडिंग्स को हटाने के निर्देश दिए, साथ ही मोटर व्हीकल चालान काटने की भी कारवाई किया ,इस दौरान पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह के साथ पत्थलगांव एस डी एम् सुश्री आकांक्षा त्रिपाठी ,तहसीलदार श्रीमती उमा सिंह, नप सीएम ओ मो जावेद ,एसडीओपी ध्रुवेश जायसवाल ,प्रशिक्षु एसडीओपी भानु चन्द्राकर यातायात प्रभारी जोसिक कुर्रे समेत पुलिस कर्मचारी और नगर पंचायत के कर्मचारी यातायात विभाग की टीम सक्रिय रही। बता दे की प्रशासन द्वारा पत्थलगांव शहर में सुगम यातायात व्यवस्था बनाये रखने तथा सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए शहर के भीतर प्रमुख मार्गों में यातायात बाधित कर रहे वाहनों के विरुद्ध कार्रवाई की गयी। इस दौरान पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह ने बताया की शहर की ट्रेफिक समस्या के निदान के लिए प्रशासनिक अधिकारियो के साथ बैठक कर प्रस्ताव बनाया गया है जिसके पश्चात शहर का मुवायना किया गया बैंक के अधिकारियो को बेंक हेतु निजी पार्किंग की व्यवस्था एव दुकानदारों को भी यातयात बाधित न हो इसके लिए पहल करने की समझाईश दी गयी है एस पी ने बताया की प्रशासन की कोशिश रहेगी की समझाईश के माध्यम से नागरिक प्रशासन का सहयोग करे आज के करवाई में नागरिको ने भी स्वय प्रशासन का सहयोग करते दिखे ,एस पी ने बताया की आगामी दिनों में प्रशासन कानूनी करवाई भी करेगी इस दौरान पुलिस अधीक्षक ने स्वय दुकानदारों व बैंक के अधिकारियो से यातायात व्यवस्था बनाये रखने में सहयोग करने की चर्चा भी की
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सड़क चौड़ी करण की मांग
पिछले दस साल में शहर की आबादी के साथ ही वाहनों की संख्या भी बढ़ गई है। शहर की सड़कें दस साल पहले की स्थिति में ही हैं। ऐसे में वाहनों की संख्या बढऩे से वाहनों के आवागमन से ही सड़के भर जाती है। बड़ी संख्या में वाहन खड़े करने के लिए पार्किंग की जरुरत होने लगी, लेकिन शहर में पार्किंग की जगह नहीं बनाई गई। इससे वाहनों के अवागमन से भरी सड़कों पर और सड़क के किनारे ही पार्किंग होने लगी। छोटे वाहनों के साथ ही बड़े वाहन भी सड़क पर ही पार्क होते हैं। जब सड़कों पर वाहन पार्क हो, तो सड़क पर चलने के लिए जगह बहुत कम मिलती है।
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