लोकसभा-चुनाव 2024:–मोदी की गारंटी या राहुल का न्याय…बिलासपुर में होगा बदलाव…या मुंगेली-जिले का ही रहेगा दबदबा।
लोकसभा-चुनाव 2024:–मोदी की गारंटी या राहुल का न्याय…बिलासपुर में होगा बदलाव…या मुंगेली-जिले का ही रहेगा दबदबा।
कांग्रेस नेताओं के बीजेपी-प्रवेश के बीच देवेन्द्र-यादव का दिखेगा दम या तोखन साहू करेंगे फिर से कांग्रेस को बेदम।
कांग्रेस-बीजेपी के अलावा निर्दलीय उम्मीदवार भी ताल ठोक रहे…सामाजिक कार्यकर्ता दिलीप- अग्रवाल सहित सुप्रीम कोर्ट के वकील सुदीप श्रीवास्तव भी मैदान में।*
*दिनांक:-20/04/2024
*मोहम्मद जावेद खान हरित छत्तीसगढ।।*
*करगीरोड कोटा: लोकसभा-चुनाव 2024 के आगाज के साथ छत्तीसगढ़ के 11 लोकसभा-सीटो में सत्ताधारी-दल-बीजेपी सहित विपक्षी-दल कांग्रेस के उम्मीदवारों की जोर आजमाइश शुरू हो चुकी है..एक ओर सत्ताधारी-दल बीजेपी में देश के मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे ओर उनके गारंटी की नाव पर सवार होकर 400 पार के नारों के साथ तीसरी बार सत्ता पाने के प्रयास में है..वही दूसरी ओर कांग्रेस राहुल गांधी सहित कांग्रेस के न्याय-पत्र पर सवार होकर सत्ता परिवर्तन के लिए प्रयासरत हैं..एक ओर एनडीए है..तो दूसरी ओर इंडिया गठबंधन है।*
*वर्तमान-लोकसभा चुनाव 2024 की अगर बात करे तो 2014 व 2019 के लोकसभा चुनाव के परिस्थितियों के बिलकुल विपरीत दिखाई देता है, 2014 लोकसभा-चुनाव में यूपीए के समय जो महंगाई-भ्रष्टाचार कोयला-2-जी-स्पेक्ट्रम घोटालो के ज्वलंत-मुद्दे की वजह से सत्ता परिवर्तन हुई थी..एक बार पुन: से मौजूदा एनडीए की सरकार के समय वही महंगाई बेरोजगारी जीएसटी नोटबंदी-कोयला पीएम केयर फंड-इलेक्ट्रोल बांड में बड़े पैमाने में हुए भ्रष्टाचार को लेकर इंडिया-गठबंधन व विपक्षी राजनीतिक पार्टियों के निशाने पर भाजपा और देश के प्रधानमंत्री हैं।*
*आश्चर्य वाली बात यह है..कि 2014 के लोकसभा चुनाव में जो मैनस्ट्रीम- मीडिया यूपीए के समय हुए महंगाई-भ्रष्टाचार को लेकर मुखर थी..मौजूदा केंद्र की मोदी-सरकार के समय पूरी तरह से मौन है..देश में ये पहली बार हुआ है..जब देश का मेन-स्ट्रीम मीडिया सहित देश के प्रमुख हिन्दी अखबारों सहित संवैधानिक-संस्थाओं में शुमार केंद्रीय-निर्वाचन आयोग सहित सीबीआई-इनकम टैक्स प्रवर्तन-निदेशालय के ऊपर केंद्र की मौजूदा मोदी-सरकार के दबाव में आकर कार्य करने के आरोप लग रहे है.. जबकि देश में आदर्श आचार संहिता कहने वाला कानून प्रभावशील है।*