भारतमाला प्रोजेक्ट कम मुआवजा मिलने का आरोप लगा ग्रामीण हुवे लामबंद
भारतमाला प्रोजेक्ट कम मुआवजा मिलने का आरोप लगा ग्रामीण हुवे लामबंद
पत्थलगांव- पत्थलगांव शहर के समीप से गुजर रहे भारत माला सड़क योजना में उचित मुआवजा की मांग को लेकर ग्रामीण लाम बंद हो गये है बीते दिनों यहा के तिरसोठ पंचायत के ग्रामीणों ने भारत माला सड़क योजना निर्माण शुरू होते ही कम मुआवजा मिलने का आरोप लगाते हुवे जिला कलेक्टर के समक्ष शिकायत किया था जिसके बाद पत्थलगांव अनुविभागीय अधिकारी ने सभी को कार्यालय बुलाकर उनकी समस्याओ को सुन उचित समाधान करने की बात कही, ग्रामीणों का कहना है उन्हें निर्धारित मापदंड के अनुरूप बेहद कम मुआवजा राशि दिया जा रहा है जब तक उन्हें वाजिब मुआवजा नहीं मिल जाता है वे मुआवजा ग्रहण नहीं करेंगे।बता दे की भारत माला परियोजनाओं के लिए भूमि अधिग्रहण को लेकर मिल रहे मुआवजा राशि का आम तौर पर अनेको जगह मजबूत प्रतिरोध का सामना करना पड़ रहा है। यद्यपि राष्ट्रीय राजमार्ग के लिए भूमि का मुआवजा; भूमि अधिग्रहण, पुनर्वास और पुनर्स्थापन में उचित मुआवजा और पारदर्शिता का अधिकार अधिनियम, प्रावधानों के अनुसार तय किया जाता है, जो भूमि के निर्धारित बाजार मूल्य से 2 से 4 गुना अधिक होता है।
उल्लेखनीय है कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की भारत माला परियोजना के तहत छग में 670 किमी फोरलेन सड़क का निर्माण किया जाना है। इस सड़क के निर्माण के लिए अधिग्रहित किये जा रहे भूमि को लेकर पूर्व में भी मुआवजा अनिमितता को लेकर सवाल खड़े हो चुके हैं। ताजा मामले में पत्थलगांव के समीप ग्राम तिरसोठ के ग्रामीणों ने कम मुआवजा राशि मिलने पर आपत्ति जताते हुए मुआवजा राशि लेने से इंकार कर दिया है।जिसके बाद प्रशासन उन्हें समझाईश देते हुवे मनाने की कोशिश में जुट गयी है अब देखना होगा की प्रशासन कम मुआवजा राशि निर्धारण का आरोप लगा रहे इन ग्रामीणों को किस प्रकार राहत दे पाता है।
इस मामले में पत्थलगांव एस डी एम सुश्री आकांछा त्रिपाठी ने बताया की भूमि का अधिग्रहण एव मुआवजा निर्धारण अधिनियम के तहत किया गया है ग्रामीणों को समझाईश देकर उन्हें मुआवजा राशि प्राप्त करने में आने वाली दिक्कतों को दूर किया जा रहा है यदि ग्रामीणों को मुआवजा के निर्धारण में कम राशि दर्ज होने की शिकायत है तो वे सम्बन्धित उच्चाधिकारी के समक्ष अपील कर सकते है।