Kota-Updete:- बिलासपुर-लोकसभा में देवेंद्र यादव का अंडर करेंट…कांग्रेसीयो का उदासीन-रवैया बीजेपी उम्मीदवार को वाक ओवर दे चुका है।
*Kota-Updete:- बिलासपुर-लोकसभा में देवेंद्र यादव का अंडर करेंट…कांग्रेसीयो का उदासीन-रवैया बीजेपी उम्मीदवार को वाक ओवर दे चुका है।*
*04-जून तय करेगा देवेंद्र यादव दिल्ली पहुंचेंगे या वापस भिलाई जाकर विधायकी-संभालेंगे।*
*दिनांक:-13/05/2024*
*मोहम्मद जावेद खान हरित छत्तीसगढ़।*
*करगीरोड-कोटा:-तीसरे चरण का मतदान मंगलवार 07 मई को पूर्ण हो गया..कांग्रेस बीजेपी के उम्मीदवारो की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई..तीसरे चरण के चुनाव में कांग्रेस-बीजेपी के प्रत्याशी के प्रचार प्रसार में दोनो दलों के राष्ट्रीय सहित प्रदेश के नेताओ ने खूब पसीना बहाया इस पूरे चुनाव में प्रत्याशी सहित कार्यकर्ताओ का पसीना तो मतदान के खत्म होने सहित रिजल्ट वाले दिन तक बहेगा..इस बार मतदान वाले दिन के एक दिन पहले वाली रात जिसे कत्ल वाली रात कहा जाता है..इस बार इस रात में वो बात दिखाई नही दी जो की विधानसभा चुनाव के समय दिखाई दी अधिकतर ने पूरी रात काट दी इस इंतजार में की मेरे करन अर्जुन आयेंगे..पर सुबह हो गई मतदान भी शुरू हो गया पर इंतजार खत्म नहीं हुआ..मतदान से पूर्व अधिकतर स्वयं ही करन-अर्जुन को खोजते-खोजते उनके पास पंहुच गए..करन अर्जुन ने भी मछली की आंख पर ही निशाना लगाने की बात कही उसके बाद उन्हें विदा किया..जिला-निर्वाचन आयोग द्वारा स्वीप के तहत हर चुनाव में शत प्रतिशत मतदान के लिए विशेष अभियान चलाता है..बावजूद उसके मतदान का प्रतिशत जिले में बढ़ नही पा रहा है..ये भी एक चिंता का विषय है जबकि स्वयं जिला दंडाधिकारी सहित पूरे प्रशासन ने मोर्चा संभाला था..कुल मिलाकर जिला व पुलिस-प्रशासन के कुशल-नेतृत्व में शांतिपूर्ण तरीके से लोकसभा चुनाव संपन्न हुआ।*
कोटा नगर के अधिकांश बुथो पर जकांछ से बीजेपी प्रवेश वाले नेता कार्यकर्ता ज्यादा नजर आए…..*
*विधानसभा-चुनाव 2023 में कोटा विधानसभा-क्षेत्र के ग्रामीण-इलाकों ने ही कांग्रेस को बढ़त दिलाई थी..कोटा-नगर पंचायत के वार्डो में बीजेपी की बढ़त हमेशा से ही रही है..चाहे वो विधानसभा का चुनाव हो या लोकसभा का चुनाव नगर पंचायत के वार्डो से कांग्रेस को कभी उतनी सफलता मिली नही जितना वो उम्मीद करती है.? इस बार जोगी-कांग्रेस चुनाव नही लड़ रही है,कोटा का पूरा संगठन बीजेपी में विलय हो चुका है जोगी-कांग्रेस के नेताओ व कार्यकर्ताओ का बीजेपी में विलय के बाद कोटा-नगर पंचायत के वार्डो में इस बार वोट कांग्रेस का बढ़ेगा या बीजेपी का ये देखना दिलचस्प होगा इस बार नगर के बूथो में बीजेपी नेताओं कार्यकर्ताओ की अपेक्षा जोगी कांग्रेस के नेताओं व कार्यकर्ता ही दिखाई दिए।*
पहली बार किसी कांग्रेस उम्मीदवार का अंडर करेंट लोकसभा चुनाव में दिखाई दे रहा है…?
*कोटा-विधानसभा में कांग्रेस-पार्टी के लोकसभा-उम्मीदवार देवेंद्र यादव की अपेक्षा बीजेपी उम्मीदवार तोखन साहू का प्रचार प्रसार इस बार के लोकसभा चुनाव में ज्यादा दिखाई दिया 2014-2019 के मोदी लहर के लोकसभा चुनाव के विपरीत इस बार हो रहे 2024 के लोकसभा चुनाव में पहली बार किसी कांग्रेस के युवा उम्मीदवार का अंडर करेंट बिलासपुर लोकसभा चुनाव में दिखाई दे रहा है..जैसा कि बिलासपुर लोकसभा के अधिकतर विधानसभा क्षेत्र के ग्राउंड से जो खबरे आ रही है..? बावजूद इसके कोटा विधानसभा के कांग्रेस नेताओ व कांग्रेस के कार्यकर्ताओ की सक्रियता-जोश-उमंग विधानसभा-चुनाव की तरह दिखाई नही दिया पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का कोटा विधानसभा में एक भी आमसभा नही होना कई सवालों को जन्म देता है-? जबकि विधानसभा चुनाव के समय तेंदुवा में बकायदा उनकी आमसभा हुई थी.. जबकि देवेंद्र यादव पूर्व मुख्यमंत्री सहित राहुल गांधी के काफी करीब माने जाते हैं।*
*कोटा-विधानसभा के मौजूदा विधायक अटल श्रीवास्तव की उपस्थिति सहित सक्रियता भी कोटा नगर सहित कोटा विधानसभा में ज्यादा दिखाई नही दी जबकि 2019 के लोकसभा चुनाव में अटल श्रीवास्तव स्वयं उम्मीदवार थे..ऐसा लगता है..कांग्रेस पार्टी व कांग्रेसी-नेता व कार्यकर्ता इस लोकसभा चुनाव में केवल-औपचारिकता निभा रहे थे-? मतदान होने तक का इंतजार कर रहे थे-? जैसे तैसे मतदान समाप्त हो और सभी बरी-होवय-? कांग्रेसीयो के उदासीन रवैए से ऐसा लगता है, की बीजेपी उम्मीदवार तोखन साहू को कोटा विधानसभा से वाक ओवर दे चुके हो बहरहाल ये तो 04 जून को पता चलेगा कि देवेंद्र यादव दिल्ली पहुंचेंगे या वापस भिलाई जाकर विधायकी संभालेंगे किंतु परंतु के बीच अगर देवेंद्र यादव बिलासपुर लोकसभा से विजयी होते हैं..तो यह मान के चलिए जैसा कि विश्वस्त सूत्रों के हवाले से खबर है..की 2028 के विधानसभा चुनाव में बिलासपुर लोकसभा के सभी विधानसभा के उम्मीदवारो के चयन में देवेंद्र यादव का अच्छा खासा दखल होगा और राहुल गांधी के करीबी होने का फायदा भविष्य में देवेंद्र यादव को छत्तीसगढ की कमान भी सौंप सकती है।*