मुख्यमंत्री का जशपुर जिला इमरजेंसी सेवा 112 से आज तक महरूम! कब मिलेगी जिलेवासियो को यह सुविधा प्रदेश के अन्य जिलो में 6 वर्ष से निरंतर दे रही सेवा
मुख्यमंत्री का जशपुर जिला इमरजेंसी सेवा 112 से आज तक महरूम! कब मिलेगी जिलेवासियो को यह सुविधा प्रदेश के अन्य जिलो में 6 वर्ष से निरंतर दे रही सेवा
रायपुर। छत्तीसगढ़ के अनेको जिलो में आपातकाल स्थिति में हजारो लोगों की जिंदगी बचाकर वरदान साबित हो रही नंबर 112 छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री का गृह जिला जशपुर आज तक वंचित है जबकि जशपुर से सटा रायगढ़ और सरगुजा में यह सुविधा 6 वर्ष से निरंतर जारी है।प्रदेश की अनेको मुलभुत सुविधाओ से वंचित रहने वाला आदिवासी बाहुल्य जशपुर जिला से पहली बार मूल आदिवासी विष्णु देव साय के मुख्यमंत्री बनाये जाने के बाद से ही जशपुर जिले के विकास को लेकर सम्भावनाये बढ़ गयी है एसे में अब जिले के लोगो को आपातकालीन सेवाएं एक ही नंबर 112 की सेवा की भी उम्मीद बढ़ गयी है बता दे की ‘एक्के नंबर सब्बो बर’ यह प्रोजेक्ट सभी इमरजेंसी सेवाओं में मददगार साबित हो रही है एक्सीडेंट हो या फिर क्राइम, डायल 112 में कॉल करते ही पुलिस पहुंच कर राहत देती नजर आ रही है। नेशनल हाईवे 43 से होकर गुजर रहे जशपुर ,कुनकुरी कांसाबेल लुडेग और पत्थलगांव के साथ बगीचा फरसाबहार तपकरा,कोतबा,बागबहार,नारायणपुर जैसे अनेको कस्बो में रोजाना सड़क दुर्घटना के मामले सामने आते रहते है लेकिन तत्काल आपात सुविधा नहीं मिलने की वजह से जिले के निवासियों का असमय काल के ग्रास में समाना आम हो चला है एसे में आपातकालीन सेवा नंबर 112 की नितांत आवश्यकता देखी जा रही है 6 वर्ष से आदिवासी बाहुल्य जशपुर जिले में इमरजेंसी मदद के लिए 112 डायल की महत्वपूर्ण सुविधा से वंचित जिले के लोगो ने अपने लोकप्रिय मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से उम्मीद जताई है जशपुर जिले में भी इसकी शुरुआत हो ताकि कुछ अनहोनी या हादसे में इस सेवा का लाभ जशपुर वासियों को भी मिल सके।
बेहद जरुरी 112 रोजाना हो रहे हादसे –कुंदन शर्मा
भाजपा नेता कुंदन शर्मा का कहना है की जशपुर जिले के सभी क्षेत्रो में रोजाना सड़क दुर्घटना के हादसे हो रहे है पत्थलगांव में तीन दिन के अंतराल में ही अलग लग तीन सड़क दुर्घटना के मामले में तीन लोग की मौत हो गयी,यदि उन्हें सही समय पर वाहन मुहैया हो जाती तो उनकी जान बच सकती थी तत्काल आपात सुविधा 112 का आज तक जशपुर जिले में नहीं होना बेहद ही चिंता का विषय है श्री शर्मा ने मुख्यमंत्री महोदय से निवेदन किया है की इस सुविधा को जल्द से जल्द जिले में उपलब्ध कराये
क्या है नंबर डायल-112
जिलेवासियों एवं सड़क मार्ग से गुजरने वाले मुसाफिरों को किसी भी प्रकार की इमरजेंसी कोई समस्या उत्पन्न होने पर सिर्फ 112 नंबर डायल करना होगा। इसके बाद करीब 10 से 15 मिनट के अंदर पुलिस की सहायता मिल जाएगी। इमरजेंसी रिस्पांस सपोर्ट सिस्टम (आपातकालीन सहायता प्रणाली ) के तहत छत्तीसगढ़ के अनेको जिले में यह सेवा 6 वर्ष से निर्बाध गति से सेवा देकर वरदान साबित हो रहा है लेकिन अभी तक आदिवासी बाहुल्य जशपुर जिला इस इमरजेंसी सेवा से महरूम है।