कृषि विज्ञान केन्द्र, जशपुर में पीएम किसान सम्मान निधि की 21वीं किस्त के हस्तांतरण कार्यक्रम का सीधा प्रसारण

जशपुर। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत 21वीं किस्त का हस्तांतरण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा तमिलनाडु के कोयम्बटूर से देशभर के किसानों के बैंक खातों में किया गया। इसी क्रम में कृषि विज्ञान केन्द्र डुमरबहार (जशपुर) में कार्यक्रम का सीधा प्रसारण आयोजित किया गया।अब तक पीएम किसान योजना के तहत देशभर के लाभार्थी किसानों को 3 लाख 90 हजार करोड़ रुपये से अधिक की राशि सीधे उनके खातों में पहुंचाई जा चुकी है। आज के राष्ट्रीय कार्यक्रम के दौरान 18 हजार करोड़ रुपये किसानों के खातों में स्थानांतरित किए गए।

जशपुर जिले के कुल 71,576 किसानों के बैंक खातों में 14.32 करोड़ रुपये की राशि हस्तांतरित की गई।कार्यक्रम में उपस्थित किसानों को कृषि विज्ञान केन्द्र, जशपुर के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख श्री राकेश कुमार भगत ने रबी फसल एवं प्रक्षेत्र में संचालित विभिन्न गतिविधियों की विस्तृत जानकारी प्रदान की।वहीं, उप-संचालक कृषि श्री एम.आर. भगत ने किसानों को 100 प्रतिशत किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने, लखपति दीदी योजना, पीएम किसान पंजीयन तथा त्रुटियों के सुधार हेतु ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों से संपर्क करने के लिए प्रेरित किया।

उन्होंने केंद्र एवं राज्य सरकार की सभी योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि विभागीय कर्मचारी निरंतर किसानों के संपर्क में रहकर योजनाओं का लाभ सुनिश्चित कराएं।कृषक उपज मंडी समिति पत्थलगांव के सचिव श्री राकेश खैरवार ने मंडी प्रांगण में निर्मित फल–सब्जी दुकानों के संबंध में किसानों से चर्चा की।मुख्य अतिथि, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री सालिक साय ने कहा कि भारत सरकार किसानों को सशक्त और समर्थ बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।

किसानों की आय दोगुनी करने और सभी आवश्यक कृषि संसाधनों की उपलब्धता के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।कृषि अनुविभागीय अधिकारी श्री राकेश पैंकरा ने धान खरीदी, एग्रीस्टेक पंजीयन एवं केसीसी से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियाँ साझा कीं और जिन किसानों की फसल पोर्टल पर प्रदर्शित नहीं हो रही है उन्हें लोक सेवा केन्द्र में सुधार कराने की सलाह दी।उद्यान अधीक्षक श्री एम. एक्का ने फलदार पौधों, ग्राफ्टेड टमाटर एवं गोदाम निर्माण से संबंधित जानकारी दी।मत्स्य निरीक्षक सुश्री पैंकरा ने तालाब निर्माण एवं मछली पालन के लाभों पर प्रकाश डालते हुए किसानों को योजना से जुड़ने के लिए प्रेरित किया।कार्यक्रम के अंत में कृषि विज्ञान केन्द्र परिसर में लगी मशरूम प्रदर्शनी एवं महिला स्व-सहायता समूहों के स्टॉल का अवलोकन किया गया।—पीएम किसान सम्मान निधि योजना के उद्देश्यछोटे एवं सीमांत किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करना ताकि वे बीज, खाद, कीटनाशक एवं सिंचाई जैसी मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति कर सकें।

किसानों की आय में वृद्धि करना — वर्ष में ₹6,000 प्रत्यक्ष लाभ देकर खेती की लागत में सहयोग।कर्ज के बोझ को कम करना, ताकि किसानों को बार-बार उधार लेने की आवश्यकता न पड़े।कृषि उत्पादन बढ़ाना, समय पर संसाधन मिलने से उपज गुणवत्तापूर्ण और अधिक होती है।ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाना, किसानों की क्रय क्षमता बढ़ने से बाजार में गतिविधियाँ बढ़ती हैं।

पारदर्शिता सुनिश्चित करना, डीबीटी के माध्यम से भ्रष्टाचार-रहित भुगतान।आत्मनिर्भर किसान समाज का निर्माण, जिससे किसानों के आत्मसम्मान व आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *