खेल कूद से बच्चों का शारीरिक एवं मानसिक विकास होता है। आर पी साय
खेल कूद से बच्चों का शारीरिक एवं मानसिक विकास होता है। आर पी साय
जीसस एन्ड मैरी स्कूल तिलंगा में मनाया गया स्कूल स्तरीय 5वां वार्षिक खेल महोत्सव
फरसाबहार। जशपुर जिले के कांसाबेल विकासखंड अंतर्गत जीसस एन्ड मैरी स्कूल तिलंगा में स्कूल स्तरीय 5वां वार्षिक खेल महोत्सव मुख्य अतिथि सेवानिवृत्त पुलिस महानिरीक्षक आर पी साय एवं विशिष्ट अतिथि पत्रकार विनोद शर्मा के द्वारा ध्वजारोहण एवं दीप प्रज्वलित का शुभारंभ किया गया।
मुख्य अतिथि सेवानिवृत्त पुलिस महानिरीक्षक आर पी साय ने अपने सम्बोधन में कहा कि खेलकूद शैक्षणिक प्रणाली का एक भाग है इससे का शारीरिक एवं मानसिक विकास होता है। मुझे खुशी हुई ये जानकर की इस छोटे से सुदूर आदिवासी बहुल क्षेत्र में जीसस एन्ड मेरी संस्थान बच्चों को शिक्षा प्रदान कर रही है। मैं जब सरगुजा आई जी के पद पर था अपने घर इसी रास्ते से आना जाना करता था। जब कभी बच्चे अवकाश के बाद घर जाते थे तो मैं सोचता था कि अवश्य की कोई बड़ी संस्था यंहा संचालित हैं जो बच्चों को शिक्षा प्रदान कर रही है। आज मुझे यंहा मुख्य अतिथि के रूप बुलाकर सम्मानित भी किया। यंहा का वातावरण देख कर बहुत अच्छा लगा।
विशिष्ट अतिथि विनोद शर्मा ने कहा कि खेल में कोई हारता नही है वह हमेशा रनर अप रहता है। हर समय जितने के क्रम में खिलाड़ी रहता है। आज खेल का महत्व बढ़ाता ही जा रहा है। खेल के माध्यम से आप अपनी पहचान बना सकते है।
जीसस एन्ड मेरी स्कूल तिलंगा में पूरे स्कूल के बच्चों को चार हाउस डीना हाउस, क्लाडिन हाउस, अल्फोंसा हाउस एवं टेरेसा हाउस में रखा गया। इन हाउस के रंग पीला, लाल, हरा एवं नीला दिया गया है जो इनको पहचान भी देता है। साल भर इन हाउस के बीच पढ़ाई, सांस्कृतिक, साहित्यिक एवं खेल कूद में प्रतियोगिता चलती रहती है। जिससे इन्हें अपनी प्रतिभा निखारने के पूर्ण अवसर मिलता है।
जीसस एन्ड मैरी स्कूल की प्राचार्या सिस्टर अनिता ने स्कूल की गतिविधियों एवं विस्तार के विषय पर जानकारी प्रदान की। प्रतिभागी बच्चों को पुरस्कार वितरण किया गया। एवं उपस्थित अतिथियों का स्वागत किया।
इस अवसर पर फादर सत्यवान लकड़ा, फादर अजित लकड़ा, बैंगलोर से आये फादर जोसेफ सुरेश, तिलंगा सरपंच सुशीला एक्का, ग्राम पंचायत सचिव गंगा प्रसाद यादव, जीतू जायसवाल, स्कूल मैनेजर सिस्टर रिबेका, सिस्टर कनिष्का, सिस्टर जैमा केरकेट्टा सिस्टर ग्रेसी पॉल, शाला समिति के सदस्य एवं अभिवावकगण उपस्थित रहे।