Kota-Updete:-कोलवाशरी जनसुनवाई से पहले जनपद सदस्यों सहित 16-ग्राम पंचायतों के सरपंचों का हल्ला-बोल…22 से पहले बड़े जनांदोलन की तैयारी।

आदिवासी-बाहुल्य क्षेत्र 84 ग्राम पंचायतों में पेशा एक्ट कानून लागू बिना ग्राम सभा अनुमति की कैसी जनसुनवाई:–जनपद अध्यक्ष/सदस्य सरपंच कोटा।

09-बिंदुओं पर एसडीएम कार्यकाल में नायब तहसीलदार को जनपद अध्यक्ष सहित जनपद सदस्यों सरपंचों ने सौंपा ज्ञापन…अधिकारियों की कार्यशैली पर उठाए सवाल।

मेसर्स-विराज-अर्थफ्यूजन प्राईवेट लिमिटेड का अपना कोई पहुंच मार्ग नहीं प्रधानमंत्री सड़क ग्राम पहुंच मार्ग पर 100 टन की गाड़ियां गुजारेगी:–सरपंच प्रतिनिधि।

हरितछत्तीसगढ़ लगातार:–**दिनांक:-14/12/2025**मोहम्मद जावेद खान हरित छत्तीसगढ़।।**करगीरोड-कोटा:-मेसर्स विराज अर्थफ्यूजन प्राईवेट लिमिटेड द्वारा ग्राम पंचायत अमाली में कोलवाशरी खोलने को लेकर 22 दिसंबर को निरंजन केशरवानी कालेज कोटा के खेल मैदान में होने वाले जनसुनवाई से पहले कोटा विकासखंड के वर्तमान जनपद अध्यक्ष/जनपद सदस्यों सहित 16 ग्राम पंचायतों के सरपंचों ने फर्जी जनसुनवाई का आरोप लगाते हुए एक बड़े जनांदोलन की तैयारी की बात कही है..कोटा विकासखंड आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र होने 05-वी अनुसूची में शामिल 84-ग्राम पंचायतों में पेशा एक्ट कानून लागू होने.?

पूरा क्षेत्र ग्रीन बेल्ट हों.? बिना ग्राम सभा बिना कमेटी के सदस्यों की अनुमति के फर्जी अनापत्ति प्रमाण पत्र के माध्यम से 22 दिसंबर को होनी वाली जनसुनवाई को पूरी तरह से फर्जी करार देते हुए विभागीय अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए जनसुनवाई को रद्द करने की मांग जनपद अध्यक्ष सहित बाकी जनपद सदस्य सहित 16 ग्राम पंचायतों के सरपंचों ने एसडीएम कार्यालय में एसडीएम कोटा की अनुपस्थिति में 09-बिंदुओं पर नायब तहसीलदार कोटा को ज्ञापन सौंपा।**

45-दिनों के अंदर होनी थी जनसुनवाई क्यों नहीं कराई गई:–जनपद/सदस्य/सरपंच सामाजिक कार्यकर्ता।**

ज्ञापन सौंपने के दौरान उपस्थित जनप्रतिनिधियो व सामाजिक कार्यकर्ताओ ने पर्यावरण विभाग सहित विभागीय अधिकारियों के क्रियाकलाप पर सवाल व आरोप लगाते हुए कहा कि 45-दिनों के अंदर जनसुनवाई होनी थी..वो भी ग्राम पंचायत में न की कोटा कालेज में 21-जून 2025 में मेसर्स विराज अर्थफ्यूजन प्राईवेट लिमिटेड ने पर्यावरण विभाग को जनसुनवाई कराने के लिए आवेदन किया था क्यों नहीं किया गया..?

समय सीमा समाप्त होने के बाद विभागीय अधिकारियों द्वारा फर्जी तरीके से जनसुनवाई करा रहे है, मेसर्स-विराज-अर्थफ्यूजन प्राईवेट लिमिटेड का अपना कोई रास्ता नहीं है प्रधानमंत्री ग्राम सड़क से अमाली ग्राम पंचायत पहुंच मार्ग जो कि पहले ही कोयले से भरे भारी वाहनों के गुजरने से गड्ढों में तब्दील हो चुके है..100 टन के भारी वाहनों की आवाजाही से बची खुची सड़के भी गायब हो जाएगी।**हरितछत्तीसगढ़_लगातार:—*

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