संगम तट से सात किलोमीटर कावड़ यात्रा कर श्रीमती कौशल्या साय ने श्रीफलेश्वर महादेव का किया जलाभिषेक, वर्षाे से चली आ रही भगवान शिव के जलाभिषेक की परम्परा,हजारों की संख्या में जुटे श्रद्वालु, भगवान भोलेनाथ के जयकारे से गूंजा संगम तट
संगम तट से सात किलोमीटर कावड़ यात्रा कर श्रीमती कौशल्या साय ने श्रीफलेश्वर महादेव का किया जलाभिषेक, वर्षाे से चली आ रही भगवान शिव के जलाभिषेक की परम्परा,हजारों की संख्या में जुटे श्रद्वालु, भगवान भोलेनाथ के जयकारे से गूंजा संगम तट
जशपुरनगर। तीतरमारा संगम नदी तट से श्रीफलेश्वरनाथ मंदिर बगिया तक भव्य कांवड़यात्रा का आयोजन किया गया। 7 किलोमीटर लंबे इस कांवड़यात्रा में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय सहित हजारों की संख्या में श्रद्वालु शामिल हुए। संगम तट से नदी का पवित्र जल कलश में लेकर,श्रीमती कौशल्या साय रिमझीम वर्षा के बीच श्रद्वालुओं के साथ पदयात्रा कर श्रीफलेश्वरनाथ मंदिर पहुंची और भगवान शिव का जलाभिषेक कर,देश और प्रदेश्वासियों की सुख,समृद्वि और विकास का आर्शीवाद मांगा। श्रीमती साय ने बताया कि सावन के पवित्र मास के दौरान श्रीफलेश्वरनाथ महादेव के जलाभिषेक करने की परम्परा सालों से अनावरत चली आ रही है। इस परम्परा का निर्वाहन करते हुए,आयोजन किया गया है। उन्होनें बताया कि कांवर यात्रा की यह परम्परा स्वफूर्त है। इसके लिए दिन का निर्धारण की सबकी सहमति से किया जाता है। कांवरयात्रा में शामिल होने के लिए ईब और मैनी नदी के संगम पर सुबह से ही श्रद्वालु कलश और कांवर लेकर जुटने लगे थे। रूक रूक कर हो रही वर्षा की परवाह ना करते हुए भगवा वस्त्र धारण किये हुए हजारों की संख्या में महिला,पुरूष और बच्चे संगम तट पर पूरे उत्साह के साथ जुटे हुए थे। संगम तट भगवान शिव और माता पार्वती के जयकारे से गूंजायमान हो रहा था। भक्तों के साथ श्रीमती कौशल्या साय ने संगम तट से नदी का पवित्र जल कलश में लेकर नंगे पाव पैदल यात्रा करते हुए श्रीफलेश्वर महादेव मंदिर पहुंची। यहां विधि विधान से वैदिक मंत्रोच्चार के साथ भगवान आशुतोष की पूजा अर्चना कर,जलाभिषेक किया। जलाभिषेक के बाद मंदिर में विशाल भंडारा का आयोजन किया गया था। इस भंडारे में हजारों श्रद्वालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। श्रीमती कौशल्या साय ने भंडारा में पहुंचे श्रद्वालुओं को प्रसाद का वितरण किया। उल्लेखनिय है कि बगिया में मैनी नदी के तट में स्थित श्रीफलेश्वरनाथ शिव मंदिर,शिव भक्तों के आस्था का केन्द्र है। यहां अभी कुछ हि दिनों पहले 51 हजार पार्थिव शिवलिंग के साथ शिव कथा का आयोजन किया गया था। इस महा आयोजन में भी जिले सहित आसपास के पड़ोसी राज्य झारखंड और ओडिशा से श्रद्वालु शामिल हुए थे।