Chhattisgarh

जशपुर की बेटी दलजीत कौर ने बढ़ाया छत्तीसगढ का मान

जशपुर की बेटी दलजीत कौर ने बढ़ाया छत्तीसगढ का मान

 

//युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा की मिशाल बनी दलजीत की सफलता//

 

 

कोतबा न्यूज।

हौसला हो बुलंद तो कामयाबी की उड़ान को आखिर कौन रोक सकता है। कनेक्टिंग ड्रीम फाउंडेशन में जुड़कर जशपुर जिले सहित आसपास के क्षेत्र में यह साबित कर दिखाया है। सफलता की इस फेहरिस्त में जशपुर जिले के टाकमुंडा गांव के किसान गोविंद सिंह की बेटी दलजीत कौर शामिल है जिससे अपने हुनर से आज सफलता से जगमगा रही है। बैंगलोर में टैको बेल आयोजित राष्ट्रीय स्तर के एंबिशन एक्सिलिरेटर कार्यक्रम में शानदार परियोजना के लिए दलजीत कौर को सम्मानित किया गया। 

दलजीत कौर ने छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के छोटे से गांव टाकमुंडा की है। गांव में ही सुविधाओं के अल्प संसाधनों में उन्होंने प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त किया। बचपन से ही चंचल होने के साथ प्रारंभिक शिक्षा के प्रति मेहनती और मेधावी छात्रा रही। वर्तमान में दलजीत कौर स्नातक की पढ़ाई कर रही है। वहीं गांव में रहकर कनेक्टिंग ड्रीम फाउंडेशन के चेंजमेकर फॉर ग्राम स्वराज कार्यक्रम से जुड़ी और उनके मार्गदर्शन/प्रशिक्षण से अपने परियोजना ’प्रगति’ की शुरुआत किया।

अपने ही गांव में कम उम्र के उन युवाओं की मदद करने की कोशिश कर रहे है जो कि अपनी शिक्षा से दूर हो रहे है, उन्हें अपने परियोजना ’प्रगति’ के माध्यम से जागरूकता लाने का प्रयास करते हुए पुनः शिक्षा से जोड़कर सही दिशा में केंद्रित कर आगे प्रगति की ओर बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं।

दलजीत ने टैको बेल फाउंडेशन और अशोका द्वारा आयोजित एंबीशन एक्सेलरेटर समिट (शिखर सम्मेलन) में भाग लिया जो की बैंगलोर में आयोजित था। अपने प्रोजेक्ट ’प्रगति’ के साथ शीर्ष 25 में अपनी जगह बनाई। दलजीत अपने परियोजना प्रगति “प्रगति आगे बढ़ाना” का प्रस्तुतिकरण दी जिसके बाद टैको बेल फाउंडेशन और अशोका के प्रतिनिधियों द्वारा दस मिनट तक प्रश्न पूछे गए। इस अवसर पर एक फाइनलिस्ट के अलावा चार अन्य फाइनलिस्ट का चयन किया गया जिनको 2-2 लाख रुपए का ईनाम दिया गया और सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले को 10 लाख का ईनाम दिया गया।

परियोजना के प्रेजेंटेशन को देखकर दलजीत के परियोजना ’प्रगति’ को ग्रैंड प्राइज विनर चुना गया।

इस परियोजना के गतिविधि व ग्रैंड प्राइज पुरस्कार से सम्मानित होने पर उनके गुरुजन सतीश कुमार पटेल, गीता प्रसाद सिदार, अभय कुमार टोप्पो, श्रीमती जोसलिन एक्का का आभार जताया। दलजीत ने बताया कि गांव के हाईस्कूल कुम्हारबहार में जब वे पढ़ाई कर रहे थे। तब उन्हें इस मुकाम तक पहुंचने इन्ही शिक्षकों के बदौलत हासिल किया है। इनके इस सफलता से गांव में उत्साह का माहौल है। साथ ही दलजीत अपने कार्य के माध्यम से दूसरों के लिए प्रेरणा का माध्यम बन रही है।

 

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