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Kota-Updete:-600-लोगो को रोजगार..प्रदूषण से हजारों हलाकान…खेत-खलिहान किसान से लेकर स्कूली बच्चें परेशान

वेलकम-प्रबंधन के प्रदूषण से ग्रामीण-जन हो चुके है…बेदम जिला-प्रशासन में नही है..कोई सिंघम जो अलीगढ़ का ताला जाकर लगाए वेलकम।


नगर-संघर्ष-समिति का अल्टीमेटम..नगर के बीचों-बीच से परिवहन जारी रहने पर कोई अप्रिय-घटना होने की स्थिति में वेलकम-प्रबंधन सहित स्थानिय प्रशासन की होगी जवाबदेही।

 

दिनांक:-21/11/2023

मोहम्मद जावेद खान हरित छत्तीसगढ़ कोटा बिलासपुर।

करगीरोड-कोटा:-रील-लाइफ में समाज से जुड़ी फिल्में रियल-लाइफ में समाज का आईना होती है..हॉल ही में कुछ दिनों पहले शाहरुख खान-अभिनीत जवान-मूवी आई हुई थी..जो कि समाज से जुड़े-आम आदमी से जुड़े बुनियादी-सुविधाओं के इर्द-गिर्द बुनी हुई थी..मूवी में दिखाया गया था..की एक आम-आदमी को सरकार व सिस्टम इतना मजबूर कर देता है, जिसके कारण उसे दूसरा रास्ता अख्तियार करना पड़ता है,मूवी के एक सीन में दिखाया जाता है..की बड़ी बड़ी फैक्ट्री से निकलने वाली प्रदूषित-अपशिष्ट-पदार्थो से बेकसूर लोगो की जान चली जाती है, इन प्रदूषित-फेक्ट्री को बंद कराने के लिए फिल्म का लीड-रोल कर रहे हीरो के द्वारा वोटिंग-मशीन को अपने कब्जे में करकर सरकार को इन प्रदूषित-फेक्ट्री को बंद करने की शर्त रख देता है, जिसके बाद सरकार व सिस्टम द्वारा मांगे मानकर प्रदूषण से प्रभावित लोगों के द्वारा ही उस प्रदूषित-फेक्ट्री में सील लगाया जाता है..खैर ये फिल्मों में संभव है..वास्तविकता में ऐसा कुछ सिस्टम में वर्तमान में दिखाई नही देता है..चूंकि फिल्में समाज का आईना होती है..इसलिए इसका असर पड़ना लाजमी है।


एसडीएम-कोटा सहित पर्यावरण द्वारा पूर्व में नोटिस जारी किया जा चुका है:–

इसी कड़ी में आगे बढ़ते हुए आप-पाठकों को हम वास्त-विकता से रूबरू कराते है, कोटा-अनुविभाग में स्थित वेलकम-डिस्टरीज प्राइवेंट लिमिटेड नाम तो सुना ही होगा काफी प्रसिद्ध नाम है..इससे पूर्व छेरकाबांधा-ग्राम पंचायत में पिछले दिनों काफी चर्चित रहे वेलकम-प्रबंधन की मनमाने-रवैये के चलते स्कूल में पढ़ने वाले नौनिहाल-स्कूली बच्चे सहित स्कूल के शिक्षक किस प्रकार से प्रताड़ित थे, वेलकम-प्रबंधन द्वारा स्कूल के पास लगातार बदबूदार अपशिष्ट-पदार्थ डाला जा रहा था..जिसके कारण पीपरपारा-शासकीय स्कूल के नौनिहालों को उल्टी-चक्कर आने शुरू हो गए थे..स्कूली-पढ़ाई के साथ इन नौनिहालों के स्वास्थ पर भी गंभीर असर हो रहा था,जो कि मीडिया में लगातार प्रकाशित की जा रही थी, जिसके बाद मीडिया में प्रकाशित खबरों को संज्ञान में लेते हुए एसडीएम-कोटा सहित संबंधित विभाग के उच्च-अधिकारियों नें वेलकम प्रबंधन को नोटिस जारी कर जवाब-तलब किया गया।

अपशिष्ट-पदार्थों का नगर के बीचों-बीच निकालने का होगा विरोध नगर-संघर्ष-समिति का अल्टीमेटम:—

वहीं छेरकाबाँधा में रहने वाले ग्रामीणों नें चिमनी से हानिकारक निकलने वाले डस्ट से मानव जीवन और खेत-खलिहानों को हो रहे विपरीत प्रभाव की लिखित शिकायत भी कर चुके है.. बहरहाल इन सबके विपरीत वेलकम-प्रबंधन का मनमाना रवैय्या फिर से सामने आया है, छेरकाबांधा वेलकम प्लांट से निकला बदबूदार-अपशिष्ट-पदार्थ को ट्रेक्टर में खुले-रूप में ग्रामीण क्षेत्र सहित कोटा-नगर के अंदर से अमने भेजा जा रहा..जो की पूरे नगर के साथ आसपास की आबोहवा को खराब कर वायु-प्रदूषण फैलाते हुए जा रहा था, वेलकम-फैक्ट्री को इस तरह का सडा़ हुआ अपशिष्ट-प्रदार्थ का परिवहन ढककर कराना चाहिए या फिर घनी-बस्ती से नही गुजारना चाहिए..इस विषय को लेकर नगर-संघर्ष समिति के लोगो में काफी नाराजगी देखी जा रही है, नाराज लोगो का कहना था, की आगे से कोटा-नगर के बीचों-बीच अगर वेलकम-प्रबंधन द्वारा अपने बदबूदार-अपशिष्ट-पदार्थों का परिवहन किया गया..तो उसकी समस्त जबावदेही प्रबंधन सहित जिला प्रशासन की होगी।

 

 

 

 

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