छग प्रधान पाठक मंच का सभी 33 डीईओ और 146 बीईओ को खुला निवेदन पत्र…. शिक्षकों की स्थानीय समस्याओं का हो त्वरित समाधान ….
छग प्रधान पाठक मंच का सभी 33 डीईओ और 146 बीईओ को खुला निवेदन पत्र….
शिक्षकों की स्थानीय समस्याओं का हो त्वरित समाधान ….
अन्यथा आचार संहिता खत्म होते ही संबंधित जिम्मेदार विभागीय अधिकारियों पर संगठन लेगा कड़ा एक्सन…
कवर्धा में शिक्षकों को छह माह से विभागीय अनुमति नहीं मिलने पर शिक्षक संगठन काफी नाराज ….
रायपुर //-
“छत्तीसगढ़ प्रधान पाठक मंच” एवं “शिक्षक एलबी संवर्ग छत्तीसगढ़” ने प्रदेश के सभी 33 जिला शिक्षा अधिकारियों एवं 146 विकासखंड शिक्षा अधिकारियों को खुला संगठनात्मक पत्र लिखते हुए निवेदन पूर्वक आग्रह किया है कि संबंधित जिले के समस्त स्थानीय समस्याओं का प्राथमिकता के साथ निराकरण किया जाए एवं संबंधित शिक्षकों को संतुष्टि प्रदान किया जाए।
संगठन के प्रदेश अध्यक्ष जाकेश साहू, महेश्वर कोटपरहिया, परसराम निषाद, पुरुषोत्तम शर्मा, बीरेंद्र साहू, चंद्रशेखर सारथी नारद सहारे, शंभु राम साहू सहित सभी पदाधिकारी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया कि अधिकांश जिलों से एवं अनेक विकासखंडों से संगठन को फोन पर यह समस्याएं व जानकारी प्राप्त हो रही है कि संबंधित जिलों में उच्च परीक्षा में शामिल होने हेतु कई शिक्षकों के द्वारा आवेदन लगाया गया है परंतु दो चार एवं छह माह बीत जाने के बाद भी आज पर्यंत संबंधित शिक्षकों को विभागीय अनुमति नहीं मिली है।
इसी प्रकार अनेक जिले एवं ब्लॉकों में शिक्षकों की स्थानीय समस्याएं जैसे मेडिकल अवकाश का वेतन आहरण ना होना, अर्जित अवकाश का वेतन ना निकलना, सर्विस बुक सत्यापन एवं संधारण, जीपीएस पासबुक का सत्यापन एवं साधारण ना होना तथा अनेक समस्याएं लंबित है जिसका निराकरण नहीं हो पाया है।
प्रांत अध्यक्ष जाकेश साहू ने सभी जिला शिक्षा अधिकारीयो एवं विकासखंड शिक्षा अधिकारियों से विनम्र अपील किया है कि आचार संहिता खत्म होने के बाद एवं पंचायत चुनाव खत्म होने के बाद सभी जिले एवं विकासखंडों में शिक्षक समस्या निवारण शिविर का आयोजन किया जाए।
जिससे की समस्याओं का समाधान हो। संगठन ने यह भी जानकारी दी है कि अभी आचार संहिता प्रदेश में लगा हुआ है इसलिए संगठन अपने सभी कार्यों को स्थगित कर दिया है। आचार संहिता हटने के बाद संबंधित सभी जिले एवं ब्लाक के विभागीय अधिकारी अपने यहां लंबित समस्याओं के लिए जिम्मेदार रहेंगे।
इनके लिए आचार संहिता खत्म होते ही संबंधित अधिकारियों पर संगठन संगठनात्मक कड़ा एक्शन लेगा। जिसकी जिम्मेदारी भी अधिकारियों की होगी।
“छत्तीसगढ़ प्रधान पाठक मंच” के कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष परस राम निषाद, जिलाध्यक्षद्वय पुरुषोत्तम शर्मा, परमेश्वर साहू, महेश्वर कोटपरहिया, महेंद्र टंडन, बरत राम रत्नाकर, निर्मल भट्टाचार्य, धन्नू साहू, उत्तम कुमार जोशी, एवं प्रदेश, जिला व ब्लाक पदाधिकारीगण उज्जवल चंद्रा, अभिमन्यु बघेल, रंजिता बरेठ, राजूकुमार संवरा, मयाराम सतरंज, ईशा नायक, राधेश्याम चंद्रा…..
…… यशवंती, धीवर, मनीराम केंवट, सुन्दर साहू, पुष्पेन्द्र बनाफर, नरेशचंद्रा, दादूलाल चंद्रा, मुकेश नायक, धर्मेंद्र रजक, गुणक चौधरी, रंजीत गुप्ता, सगुन तिवारी, गणपत राव, राधेश्याम धीवर, राजेश पाठक, अजित नेताम, विजेंद्र पाठक, श्याम केंवट, सुजाता त्रिपाठी, अजय भट्ट, कुमार पाठक, त्रिवेणी राजपूत, नामदेव सिंह आदि सहित सभी पदाधिकारियों ने खुला संगठनात्मक पत्र के माध्यम से सभी डीईओ और बीईओ से शिक्षकों की स्थानीय लंबित समस्याओं के त्वरित निराकरण की अपील की है।